From: sunny kumar ( [email protected] )
Date: 2014-06-21 17:24 GMT+05:30
Subject: Re: एक सादर निवेदन
To: [email protected], [email protected]
आदरणीय अल्वीना जी
सीईओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
आदरणीय प्रशांत जी
सीओओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
महोदय और महोदया
मेरा आपको ये पांचवां पत्र है,….इससे पहले मैंने अपने तीन महीने के बकाया वेतन के संबंध में आपको कई बार गुजारिश की लेकिन मुझे मेरा वेतन नहीं मिला इतना ही नहीं मेरे साथ कंपनी के उच्चाधिकारियों ने बुरा व्यवहार किया ….आपके वादे के मुताबिक 12 जून को तनख्वाह नहीं मिली ….और ना ही आपका कोई जवाब आया….मोनिका जी ( एडमिन हेड ) से कई बार उनसे बात हुई उन्होंने आप के हवाले से दिनांक 17 जून को तनख्वाह दिए जाने का वादा किया….लेकिन सैलरी नहीं मिली….इस पर जब मैंने मोनिका जी और प्रशांत जी को अपनी व्यथा सुनाई तो कुछ ही देर बाद मुझे काम करने से रोक दिया गया…..सक्रिप्ट लिखते हुए मुझे बीच में ही उठा दिया गया कई घंटों तक रिशेप्शन पर मुझे बिठाकर रखा गया….आखिरी में वेतन देने के बदले मेरे सामने शर्त रखी गई मुझसे कहा गया कि मैं कोरे कागज पर दस्तख्त कर दूं….मैंने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया……इसके बाद मुझे दफ्तर से जाने के लिए कह दिया गया….अगले दिन यानि 18 जून को जब मैं दफ्तर आया तो मुझे गेट पर ही रोक लिया गया….मुझे अंदर नहीं जाने दिया गया मेरी हाजिरी नहीं लगाई गई…..कई बार मुझसे कहा गया कि अधिकारी मिलने आ रहे हैं लेकिन घंटों तक कोई मुझसे मिलने नहीं आया..इसी बीच इंतजार कर रहे हमारे एक साथी की तबीयत काफी बिगड़ गई……..हीट स्ट्रोक की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा लेकिन कंपनी प्रशान ने मदद करने की बजाए उल्टा पुलिस को मौके पर बुलाया हम लोगों को डराया धमकाया गया….हमारा साथी को उठाकर सड़क पर डाल दिया गया…हमने किसी तरह ऐंबुलेंस बुलाकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया….
देर रात जब मैं घर लौटा और अपनी मेल चेक की तो चौंक गया मुझे एचआर की तरफ से एक मेल आया था जिसमें कहा गया था कि कंपनी को मेरी सेवाओं की जरूरत नहीं है…….ये मेरे लिए किसी सदमें से कम नहीं था……आप ही बताईए कि क्या अपनी ही सैलरी मांगना कोई गुनाह है ? क्या बार बार आपके आशवासन पर करीब तीन महीने तक हमने सैलरी के लिए इंतजार नहीं किया….? आखिर क्यों जिस कर्मचारी को चैनल ज्वाइन करने के एक महीने बाद ही वेस्ट प्रोड्यूसर का अर्वाड दिया गया.उसकी सेवाओं की अचानक जरूरत खत्म हो गई ? क्या बहुत बुरे आर्थिक हालात से गुजरने के बावजूद और तीन महीने इंतजार करने के बाद क्या मुझे अपनी सैलरी नहीं मांगनी चाहिए थी..?
आपसे गुजारिश है कि संस्थान कि मुखिया होने के नाते आप मेरे इन सभी सवालों पर गंभीरता से विचार करेंगी…और इस संबंध में कोई ठोस फैसला लेंगी….मैंने हमेशा संस्थान की भलाई में काम किया और सोचा ….मैं आगे भी काम करना चाहता हूं….लेकिन जो मेरे साथ हुआ उससे मैं बहुत आहत हूं मेरे मन में इस बात की गहरी पीड़ा है कि मुझे कुछ लोगों ने अपना हित साधने के लिए अपने षडयंत्र का शिकार बनाया
आपके उत्तर की प्रतिक्षा में
आपका सन्नी कुमार
प्रोड्यूसर आउट पुट
कर्मचारी संख्या 717
09911099656
2014-06-17 18:09 GMT+05:30
sunny kumar ( [email protected] )
आदरणीय अल्वीना जी
सीईओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
आदरणीय प्रशांत जी
सीओओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
महोदय/महोदया,
सादर प्रणाम
आपकी पिछली तीलो मेलों का कोई जवाब नहीं मिला,,,,,,,,मैं मान रहा हूं कि आपने उन पत्रों पर मौन स्वकृति दे दी है….और कंपनी ने मुझे पिछले तीन महीने से सैलरी नहीं दी है….लिहाजा मैं इसको ये मान रहा हूं कि मुझे जबरन काम करने से रोका जा रहा है ,,,इसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं….मैं काम करना चाहता हूं….और इस दौरान मेरे दफ्तर ना आने की हालत में मेरी हाजिरी दर्द कराने की कृपा करें…
सन्नी कुमार
प्रोड्यूसर आउट पुट
कर्मचारी संख्या 717
श्री न्यूज
09911099656
2014-06-16 13:41 GMT+05:30 sunny kumar ([email protected] )
आदरणीय अल्वीना जी
सीईओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
आदरणीय प्रशांत जी
सीओओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
महोदय/महोदया,
सादर प्रणाम, कहने के लिए कुछ नहीं परेशानी प्राणों पर बन आई है…ढाई महीने से पैसे नहीं मिले आपको मेरा ये तीसरा पत्र है यकीन मानिए शनिवार तारीख 14 जून को मैने 500 रुपए अपने एक मित्र से उधार लिए जिसके बूते मैंने तीन दिन खाना खाया और ऑफिस आकर अपना फर्ज निभाया…मैं जानता कि कंपनी परेशानी में चल रही है जैसा कि आपकी तरफ से बताया गया लेकिन काम तभी हो सकता है जब पेट में दाने हों ऑफिस आने का किराया और घरवाले भूखे ना सोएं…अपनी हालत को मैं लफ्जों में बयान नहीं कर सकता…मैंने अपनी पूरी ताकत से टेलैंट से श्री न्यूज को सींचा है और आगे भी सिंचता रहूंगा लेकिन अफसोस अब मेरे पास ऑफिस आने का भी किराया नहीं बचा है….दिन में एक टाइम खाना खा रहा हूं….जो मेरे दोस्तों के घर से आर है ऐसे हालात में आप मुझे कोई रास्ता बताइए मैं ऑफिस नहीं आ सकता आप मेरे ऑफिस आने और खाने की व्यवस्था कराएं मैं दफ्तर आकर काम करने के लिए तत्पर हूं….अगर आज आपकी सहायता नहीं मिली तो कल से मैं ऑफिस अपने बल पर नहीं आ पाऊंगा….आपसे विनम्र अनुरोध है कि इसे मेरी छुट्टी ना माना जाए….
आपका
सन्नी कुमार
प्रोड्यूसर
श्री न्यूज
09911099656
2014-06-14 13:45 GMT+05:30 sunny kumar ( [email protected] )
आदरणीय अल्वीना जी
सीईओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
आदरणीय प्रशांत जी
सीओओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
महोदय/महोदया,
सादर प्रणाम, कहने के लिए कुछ नहीं बचा है…,मुफलिसी कंधों पर सवार है…बोझ बर्दाश्त के बाहर है… कमर तोड़ मेहनत के बाद आई है इस दयनीय हालत ने एक पत्रकार को मजबूर बना दिया है मजबूर इसलिए की ना तो मेैं अपने परिवार का पेट भर पा रहा हूं और ना ही अपना…दर्द को दोहराना मेरे लिए और तकलीफ भरा है….आपको मैंने 2 दिन पहले एक पत्र लिखा लेकिन अभी तक आपका कोई जवाब नहीं मिला…यकीन मानिए मेरे पास पैसे नहीं बचे…आप बताएं क्या करुं…खुदको कैसे ऑफिस से दूर रखूं….क्यों ना काम करूं……अब तो उधार मिलना भी बंद हो गया…अजीब कश्मकश मैं हूं….आप मुझे इस परेशानी से निकलने की कोई राह दिखाएं……..
सादर प्रणाम
सन्नी कुमार
प्रो़ड्यूसर श्री न्यूज़
09911099656
2014-06-12 18:32 GMT+05:30 sunny kumar ( [email protected] )
आदरणीय अल्वीना जी
सीईओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
आदरणीय प्रशांत जी
सीओओ, श्री मीडिया वेंचर प्राइवेट लि.
महोदय/महोदया,
आपसे गुजारिश कर रहा हूं मुझे अपने बारे में बताने की शायद जरुरत नहीं लेकिन शायद अपने हालातों के बारे में आपको बताना बेहतर समझता हूं,,,,मुझे उम्मीद थी की 12 तारीख को सैलरी मिल जाएगी लेकिन आपकी मजबूरी से पता चला कि अभी और वक्त इंतजार करना है….सर और मेडम मैं अपने बारे में आपको क्या बताऊं इस चैनल के लिए मैं अकेला जितना कर सकता हूं उससे ज्यादा कर रहा हूं…काबिलियत के लिए आपका प्यार मुझे उपहार के तौर पर एक बार मिल चुका है…श्री परिवार के साथ जुड़कर सच में मैंने इतना काम किया जितना अपने 11 सालों के लंबे करियर में नहीं किया….मैं कल भी चैनल के बेहतर की कामना करता था और आज भी करता हूं,….लेकिन मेरे बेहतर कल का दारमोदार आप पर है…चैनल मेर लिए सबकुछ है इससे मेरा परिवार जुड़ा है परेशानी बस ये है कि सच में मेरे पास इतने पैसे नहीं बचे की मैं हर रोज ऑफिस आ सकूं…आपको एक बात बताता चलूं कि अपने बीवी बच्चों को मजबूरन मुझे गांव भेजना पड़ा…आलम ये है कि मेरी जेब में अब गिने चुने रुपए बचे हैं…जिनसे मैं या तो ऑफिस आऊं या फिर दो वक्त रोटी खाउं….रास्ता आप दिखाएं…मैं आपसे गुजारिश कर सकता हूं…सो हक समझकर कर रहा हूं…आप ही बताएं मैं ऑफिस में आकर काम करना चाहता हूं लेकिन कैसे आउं….लोगों ने उधार देना बंद कर दिया है…अगले महीने बेटी की फीस के 21000 रुपए जमा कराने हैं सब कैसे हो पाएगा ये सोचकर चिंता हो रही है आपने पहले भी मेरी मदद की है…आप बड़े हैं लिहाजा मुझे सही राह दिखाएं….मैं कैसे काम करूं कैसे ऑफिस आऊं कैसे घर चलाऊं….2 महीने सैलरी नहीं मिली तीसरा आधा बीत चुका है….मेरे स्तर पर मैं इस चैनल के लिए जो भी कर सकता हूं करने के लिए हमेशा तैयार हूं कृपया कर आप अपने स्तर पर मेरी परेशानी का कोई हल निकालें…..
मंगल कामना के साथ
सन्नी कुमार
प्रोड्यूसर आउट पुट श्री न्यूज
9911099656
Kaveree Bamzai
raghav
June 24, 2014 at 3:46 am
god will punish theasee type of bosses,
who will give them job after this company,
he will back to raibareli to help his papa ji
don’t know what to say about alvina,god bless her with her identity.
ajeet
June 23, 2014 at 10:15 pm
sunny ji yeh aise log hai jinhone kabhi mehnat se kuch nahi paaya kevAL lootpaat aur doosro ka paisa hadapne se sab paaya hai …..bete ke mundan aur award function mei 50 laakh se zyada kharch kar sakte hai kyuki paisa haraam se kamaya hai …mehnat ki hoti to aapki pareshaani samajh mei aati ….prashant diwedi to shayad hi koi chaprasi ki naukri de ….aur alveena ki shaadi hi nahi ho rahi ….bure kaam ka insaaf bhagwaan yahi karta hai …aap befiqr rahiye achha hoga..