Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

पत्रकार श्रीकांत सिंह ने जागरण वालों पर यूं मारी पिचकारी, देखें वीडियो

दैनिक जागरण नोएडा से जुड़े हुए वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत सिंह काफी समय से बगावती मूड में हैं. इन्होंने मजीठिया वेज बोर्ड के हिसाब से अपना एरियर व सेलरी पाने के लिए मुहिम छेड़ रखी है. साथ ही दर्जनों कर्मचारियों को इस मुहिम से जोड़ रखा है. पिछले दिनों नाराज प्रबंधन ने श्रीकांत का तबादला जम्मू कर दिया. बाद में वे नोएडा बुलाए गए लेकिन उन्हें आफिस में नहीं घुसने दिया गया. साथ ही जागरण के गार्डों ने उनसे मारपीट व छिनैती की. इस पूरे मामले को लेकर वे लेबर आफिस गए लेकिन उनका आरोप है कि अफसर ने सेटिंग करके रिपोर्ट जागरण के पक्ष में दे दी है.

दैनिक जागरण नोएडा से जुड़े हुए वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत सिंह काफी समय से बगावती मूड में हैं. इन्होंने मजीठिया वेज बोर्ड के हिसाब से अपना एरियर व सेलरी पाने के लिए मुहिम छेड़ रखी है. साथ ही दर्जनों कर्मचारियों को इस मुहिम से जोड़ रखा है. पिछले दिनों नाराज प्रबंधन ने श्रीकांत का तबादला जम्मू कर दिया. बाद में वे नोएडा बुलाए गए लेकिन उन्हें आफिस में नहीं घुसने दिया गया. साथ ही जागरण के गार्डों ने उनसे मारपीट व छिनैती की. इस पूरे मामले को लेकर वे लेबर आफिस गए लेकिन उनका आरोप है कि अफसर ने सेटिंग करके रिपोर्ट जागरण के पक्ष में दे दी है.

श्रीकांत सिंह ने पूरे मामले को लेकर होली के दिन जागरण पर पिचकारी मारी है. अपने क्रिएटिव अंदाज में उन्होंने विजुवल्स के साथ होरी गीत को यूट्यूब पर लोड किया है. उनके होरी गीत की एक बानगी देखिए…

Advertisement. Scroll to continue reading.

संजय गुप्ता का दिल भर आया
विष्णु त्रिपाठी देखो मुंहकी खाया
ओम वर्मा हड़के
रंग बरसे
भीगे कर्मचारी
रंग बरसे

पूरे वीडियो को देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें…

Advertisement. Scroll to continue reading.

https://www.youtube.com/watch?v=_NfFADVM9zQ

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

0 Comments

  1. hakeekat

    March 7, 2015 at 9:20 am

    जीएम का होली मिलन, विष्णु के दिल में जलन

    दैनिक जागरण में पिछले दिनों की हड़ताल से प्रबंधन और कर्मचारियों में उत्पन्न कटुता को कम करने के लिए 5 मार्च 2015 को नोएडा कार्यालय के महाप्रबंधक नीतेंद्र श्रीवास्तव ने होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया था। तमाम कर्मचारियों ने उसमें कटुता भुलाकर भाग भी लिया, लेकिन स्थानीय संपादक विष्णु त्रिपाठी अपनी सीट से टस से मस नहीं हुए और न ही उनके पास कोई गया। हां, उनके पुतौवे चिंटू, मिंटू और चिंदी चोर होली की बधाई देने अवश्य उनके पास गए। अब विष्णु त्रिपाठी के सीने में जलन क्यों है, इसका पता नहीं चल सका। यह अलग बात है कि वह अपने चिंटू, मिंटू और चिंदी चोरों के साथ हा हा ही ही अवश्य करते नजर आए। इस बात से यह अंदाजा लगाना कठिन नहीं है कि विष्णु त्रिपाठी के मन में कहीं न कहीं चोर जरूर बैठा है जो मौके का इंतजार कर रहा है। उनकी यह हरकत भविष्य में क्या गुल खि‍लाएगी, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन उससे लोग चौकन्ने जरूर होने लगे हैं।

Leave a Reply

Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement