यूपी में जंगलराज की कहानियों का कोई अंत नहीं है. एक पर चर्चा थमती नहीं कि दूसरी तैयार खड़ी मिलती है. एक यादव जी ने एक डीएसपी को फोन पर ऐसा ललकारा कि समाजवाद और लोकतंत्र दोनों शर्मा जाएं. नेता यादव जी ने डीएसपी को फोन पर कहा- ”औकात हो तो आ जाओ, मैं बूथ कब्जा कर रहा हूं”. बेचारे डीएसपी साहब. क्या कहते, सिवाय इसके कि ”औकात तो बहुत है पुलिस की लेकिन फिलहाल कप्तान साहब को बताता हूं कि तुम क्या कह रहे हो.” पूरी बातचीत आप सुनेंगे तो आप समझ जाएंगे कि जब इतना छोटा यादव नेता पुलिस को इस तरह धमका सकता है तो बड़ा यादव नेता किस तरह पुलिस वालों को डील करता होगा.
मामला यूपी के एटा का है जो मुलायम खानदान के अपने पसंदीदा इलाकों में से एक है. पंचायत चुनावों में सत्ता के रसूख के चलते सपा नेता बेलगाम हो गये हैं. इसकी बानगी एटा में देखने को मिली जब एटा के अलीगंज से सपा विधायक रामेशवर यादव के भतीजे और जिला पंचायत अध्यक्ष जोगेन्द्र सिंह यादव के बेटे पुष्पेन्द्र यादव ने पुलिस की वर्दी की गरिमा को तार-तार करने की कोशिश की.
एटा में पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में सकीट ब्लाक के वार्ड नम्बर बीस से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ रहे पुष्पेन्द्र यादव ने जलेसर के डिप्टी एसपी राघवेन्द्र सिंह चौहान उर्फ आरएस चौहान को पंचायत चुनाव में कुवरपुर बूथ पर चैलेंज करते हुए जमकर भद्दी भद्दी गालियां दी और खुलेआम फोन पर चैलेंज किया कि कुंवरपुर में मैं बूथ कैप्चरिंग कर रहा हूं, पुलिस में दम हो तो बूथ कैप्चरिंग रोक कर दिखाए. सीओ जलेसर आरएस चौहान फोन पर धमकी से सन्न रह गए. सपा नेता के रसूख के आगे जिले के दोनों बड़े अधिकारियों एसएसपी और डीएम ने घुटने टेक दिए और मामले को दबाने में जुटे हैं. पुलिस का इकबाल कैसे बचे. नीचे आडियो डाउनलोड करने और सुनने के लिए दिया जा रहा है : Download
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Kumud Ranjan
October 14, 2015 at 2:33 am
DSP hee Hizra hai, Dalal hai
अनुपमा
October 14, 2015 at 12:26 pm
कुछ न कहने से भी छिन जाता है ऐजाजे सुखन
जुल्म सहकर भी जालिम की मदद होती है