जयशंकर गुप्त
प्रेस काउंसिल आफ इंडिया में एक सीट खाली हुई थी. उड़िया दैनिक क्रांति धारा के पत्रकार शरत चंद्र बेहरा के इस्तीफे के चलते यह सीट खाली हुई थी. बेहरा प्रेस काउंसिल आफ इंडिया के सदस्य इसी साल तीस मई को बनाए गए थे लेकिन निजी कारणों के चलते उन्होंने पांच जून 2018 को उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
इस एक सीट को भरने के लिए कुल चार दावेदार पैदा हुए. शिव कुमार अग्रवाल, मनोज वर्मा, रास बिहारी और जयशंकर गुप्त. शिवकुमार अग्रवाल और मनोज वर्मा एनयूजे आई यानि नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट (इंडिया) के दो गुटों के स्वघोषित नेता हैं. दोनों अपने अपने गुट के सेक्रेट्री जनरल हैं.
तो एक ही यूनियन के दो धड़ों ने अपने अपने नेता को प्रेस काउंसिल मेंबरशिप के लिए मैदान में उतार दिया. प्रेस काउंसिल चेयरमैन ने दोनों में से किस धड़े को जेनुइन मानें, इस चक्कर में कई बैठकें की लेकिन कनफ्यूजन चरम पर देख दोनों ही धड़ों को असली न मानते हुए शिव कुमार अग्रवाल और मनोज वर्मा के दावे को खारिज कर दिया. अब बचे रास बिहारी और जयशंकर गुप्त. इन दो नामों को तीन पत्रकार संगठनों ने पेश किया था.
वर्किंग न्यूज कैमरामैन एसोसिएशन, प्रेस एसोसिएशन और आईजेयू. इसमें से रास बिहारी का नाम इसलिए खारिज हो गया क्योंकि वह वर्किंग जर्नलिस्ट हैं ही नहीं. बाद में रास बिहारी ने तीन तिकड़म करके खुद को ‘राष्ट्रीय खबर हमारी नजर’ नामक अखबार का पालिटिकल एडिटर बताया. पर वे इस अखबार के इंप्लाई हैं, इसके संबंध में मजबूत सुबूत पेश न कर सके. न वे सेलरी का बैंक स्टेटमेंट दिखा सके. न पीएफ कटने की जानकारी दे सके.
इस तरह रास बिहारी भी हिट विकेट होकर पैवेलियन वापस लौट गए. सो, सिर्फ एक नाम बचा. जयशंकर गुप्त का. उन्हें प्रेस काउंसिल आफ इंडिया का सदस्य घोषित कर दिया गया. जयशंकर गुप्त को किस तरह पीसीआई का सदस्य घोषित किया जा सका और कैसे शिव कुमार अग्रवाल मनोज वर्मा व रास बिहारी हिट विकेट हुए, इसका पूरा विवरण प्रेस काउंसिल के आदेश में दिया गया है, जिसे नीचे पढ़ सकते हैं….
वरिष्ठ पत्रकार जयशंकर गुप्त ने खुद को प्रेस काउंसिल का सदस्य बनाए जाने पर पत्रकार संगठनों का आभार कुछ इस तरह व्यक्त किया है-
”धन्यवाद प्रेस एसोसिएशन, आई जे यू, वर्किंग न्यूज कैमरामैन एसोसिएशन, नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट, इंडिया, आप सबके सक्रिय सहयोग और समर्थन से वर्किंग जर्नलिस्ट्स (अदर दैन एडिटर) कोटे से मुझे भारतीय प्रेस परिषद का सदस्य चुन लिया गया। इस तरह से अब भारतीय प्रेस परिषद में प्रेस एसोसिएशन के दो सदस्य हो गए। आभार।”