पटना जोन के आइजी कुंदन कृष्ष्णन पर एक समाचार चैनल के संवाददाता को धमकी देने का आरोप लगा है. रिपोट्स के मुताबिक आरा में शाहपुर थाने के बाहर आइजी ने कहा कि टाइम्स नाऊ एवं एनडीटीवी के खिलाफ चार्जशीट कर चुके हैं, शुरू से पटना में ही रहे हैं, शायद तुम हमको नहीं जानते हो, तुम अपना चैनल देखो, सड़क पर निकलना तो बच के बाबू. टीवी पत्रकार के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने के बाद चैनल की ओर से बिहार सरकार से इस संबंध में शिकायत की गयी है. वहीं, भाजपा नेताओं ने इसकी निंदा करते हुए आइजी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाने की बात कही है.
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वेवर ओझा की शुक्रवार की शाम हत्या होने के बाद शनिवार को पुलिस मुख्यालय की तरफ से आइजी पटना कुंदन कुष्णन को जांच के लिए आरा भेजा गया था. आइजी शाहपुर थाने में डीआइजी साहाबाद व एसपी के साथ बैठक कर रहे थे. बैठक के बाद थाने के बहार जब पत्रकार ने आइजी से घटना के संबंध में जानकारी लेना चाहा तो वह बिफर पड़े. उन्होंने पत्रकार के साथ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया और सड़क पर बच के निकलने तक की धमकी दी. फिलहाल इसकी जांच एडीजी द्वारा किया जा रहा है.
उधर, इस मामले प्रतिक्रिया देते हुए लोजपा सांसद चिराग पासवान ने आइजी को तुरंत हटाये जाने की मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश बताएं कि वे कैसे अधिकारियों से काम ले रहे है. भाजपा नेता प्रेम कुमार ने कहा कि पार्टी इस मामले को विधानसभा में उठायेंगे. प्रेम कुमार ने कहा कि भाजपा मीडिया पर पाबंदी के खिलाफ है और पार्टी सदन तक आंदोलन करेंगी. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वे इसकी शिकायत राज्यपाल से मिलकर करेंगे.