Sheetal P Singh : सब “डिफ़ेन्स” में आ गये हैं। सीबीआई की प्रवक्ता भी लगभग राजनैतिक बयान पेश कर गईं जिसे भाजपाई पत्रकारों ने फट से रीट्वीट किया। शिवसेना, भाजपा, केन्द्रीय सरकार, सी बी आई, प्रशान्त भूषण एक तरफ़ हैं। मुलायम सिंह, मायावती, जयललिता तटस्थ हैं। कांग्रेस सदन में मुख़ालिफ़ है पर सड़क पर स्तब्ध है! सीपीएम, जदयू, ममता बनर्जी “आप” के साथ हैं! नया अनुभव है। पहले तीस्ता सीतलवाड पर सीबीआई ने हमला करने की कोशिश की पर कोर्ट आड़े आ गई।
फिर “यादव सिंह” मामले में सीबीआई जाँच के “लीक” ने रामगोपाल यादव को अमित शाह के शरणागत किया और ताज़ी ताज़ी रिश्तेदारी भी मुलायम सिंह यादव को बिहार में राजनैतिक आत्महत्या से रोक न पाई। अगला हमला वीरभद्र सिंह पर हुआ। लोग चौंके कि क्यों हिमाचलों के मुख्यमंत्री पर तेज़ है सीबीआई? पर एक तो वे बदनाम थे दूसरे सुदूर पहाड़ी राज्य, लोगों को सच का पता न चला। दरअसल वीरभद्र सिंह की बड़ी बेटी गुजरात हाईकोर्ट की जज रही हैं। उन्होंने अमित शाह को जमानत नहीं दी थी। इसका बदला लेने के लिये सिंह साहब की बेटी की शादी के दिन सीबीआई ने मुख्यमंत्री के घर छापा मारा।
दरअसल देश को उस समय इसका विरोध करना था पर कांग्रेस तक ने कुछ न किया। नतीजा यह है कि 2002 के एक मामले में 2015 में केजरीवाल के दफ़्तर में सीबीआई घुस गई। पर केजरीवाल और वीरभद्र सिंह में ज़मीन आसमान का फ़रक है। अटल जी की इशटाइल में कहें तो “ये अच्छी बात नंई ऐ”!
वरिष्ठ पत्रकार और सोशल मीडिया एक्टिविस्ट शीतल पी. सिंह के फेसबुक वॉल से.
इन्हें भी पढ़ें>
CBI रेड अब सारे आरोपों और असफलताओं से निकाल देगा केजरीवाल को! (पढ़ें सोशल मीडिया पर पक्ष-प्रतिपक्ष में टिप्पणियां)
xxx
अगले लोकसभा चुनाव तक मोदी की मार खा खा के केजरी देशव्यापी हैसियत हासिल कर लेंगे
xxx
ये कैसा सीएम जो पीएम को कायर बोले!
xxx
विफल हो रहे केजरीवाल को सीबीआई रेड करवा के अभयदान दे दिया!
xxx