वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी सिंह सूरत में हैं. वहां से उन्होंने जो हालात बयान किया उससे तो यही लगता है कि आम आदमी पार्टी की अंदरखाने गुजरात में लहर है. भारतीय जनता पार्टी के कुशासन, भ्रष्टाचार और दमन से सिहरे हुए गुजरात के लोग अब केजरीवाल के शरण में जा रहे हैं. सूरत रैली में उमड़ी भीड़ ने काफी कुछ स्पष्ट कर दिया है. शीतल कहते हैं- ”इस भीड़ का असर मौक़े पर मौजूद लोगों से सैकडों गुना ज्यादा उस अवाम पर होगा जो डराया हुआ है और दूर से बैठकर इसकी कामयाबी की दुआएँ पढ़ रहा है”.
इस बीच, खबर है कि सूरत की आम आदमी पार्टी की सफल रैली के बाद भाजपा नेताओं के माथे पर पसीने की बूंदें छलकने लगी हैं. भाजपा के दिग्गज नेताओं ने इस रैली को सफल न होने देने को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था. जगह जगह प्रायोजित विरोध प्रदर्शन कराए गए. ‘आप’ गुजरात के नेताओं को थानों-हवालातों-जेलों में ठूंसा गया, अनाप शनाप मामलों में फंसाकर. यहां तक कि दिल्ली पुलिस ने जाकर आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रदेश के नेता को एक मामले में आज ही गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद भी सूरत की रैली का सफल होना कई बड़े बदलावों की सूचक है. लोग मान रहे हैं कि गुजरात में भाजपा के खिलाफ लहर है जिसका स्वाभाविक फायदा आम आदमी पार्टी को मिलने जा रहा है क्योंकि लोग मानने लगे हैं कि मोदी से मुकाबला सिर्फ केजरीवाल ही कर सकते हैं.
उधर, हार्दिक पटेल ने केजरीवाल को पत्र लिखकर गुजरात में पूरा समर्थन देने का वादा किया है. अरविंद केजरीवाल ने भी हार्दिक पटेल के आरक्षण आंदोलन के प्रति सहमति जताई है. इससे माना जा रहा है कि ताकतवर पटेल समुदाय गुजरात चुनाव में केजरीवाल की पार्टी के पक्ष में खुलकर मतदान करेगा ताकि दमन और हिंसा का बदला भाजपा से लिया जा सके.
पेश है सूरत रैली के बारे में वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह की मौके से टुकड़े टुकड़े में भेजी गई रिपोर्ट के अंश…
डेटलाइन सूरत. शरद गुप्ता ने सुबह उठते ही चाय के कप के साथ टाइम्स आफ इंडिया (सूरत एडीशन) की यह ख़बर सामने कर दी। इसमें एक चित्र और खबर है जो गुजरात में वायरल हो रहा है। इसमें गुजरात के मुख्यमंत्री रूपानी गुजरात के सबसे बड़े अवैध शराब ब्यापारी रमेश माइकल के साथ खुद मुख्यमंत्री निवास पर बुके और गिफ़्ट लेते हुए दिख रहे हैं। यह घटना इसी १३ अक्टूबर की है। रमेश पर गुजरात दमन और महाराष्ट्र में दर्जनों मामले दर्ज हैं। वे इस क्षेत्र के वही हैं जो उत्तर भारत के “डी पी यादव/ मरहूम पोंटी चड्ढा” रहे हैं!
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डेटलाइन सूरत. पुरबिये बड़ी संख्या में हैं सूरत में । मघई पत्ता गुजराती कट सुपारी और इलैची के साथ बताये सरजीकल से डाऊन हुआ है केजरीवाल ! यानि बीजेपी के होर्डिंग्स नब्ज़ पर हैं । कुछ यू पी के माहौल की तरंग भी है सूरत में ! पनवाड़ी के पास मुलायम सिंह मायावती के खिलाफ बहुत कुछ था । करछना (इलाहाबाद) मूल के हैं । शास्त्री परिवार का सम्मान है केजरीवाल की ईमानदारी पर शक! पर पता सबको है “केजरीवाल की रैली है आज”!
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डेटलाइन सूरत. महाराणा प्रताप पार्क, काकोदरा. जयसुखभाई (काठियावाड़) हीरा पालिश करते हैं। रविवार है तो दोस्तों के साथ पार्क में हैं। ९५ टका पाटीदार भाजप के खिलाफ है यहाँ! क्यों? लोगों पे ज़ुल्म किया, मारा जेल भेजा। अबकी फ़रक पड़ेगा। उनकी काठियावाड़ी और हमारी हिंदी के मिक्स में ये निकला! इस इलाक़े में पाटीदार ही पाटीदार हैं चारों तरफ़। इसी के पड़ोस में “योगी चौक” है जहाँ केजरीवाल आज बोलेंगे। कई बरस पहले मोदी जी यहाँ बोले थे। अमित शाह की हिम्मत न पड़ी तो कई किलोमीटर दूर सभा रक्खी पर वहाँ भी बवाल हो ही गया। बवाल की उम्मीद तो आज भी है पर जयसुखभाई कहते हैं कि बवाल भाजप कार्यकर्ता ही करेंगे आम पाटीदार नहीं! पाटीदार माने उततर भारत के जाट, भरतपुर के गूजर, रायबरेली के राजपूत या औरंगाबाद के मराठे के समकक्ष या बढ़कर।
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डेटलाइन सूरत. बवाल होगा! केजरीवाल की रैली में आज बवाल होगा। ब्राह्मणों के एक वर्ग के संगठन “ब्रह्मपडकार”के सदस्य अहमदाबाद से यहाँ पहुँच चुके हैं। वे आप की एक स्थानीय महिला नेत्री (दलित समाज की) के किसी बयान से कुपित हैं जो ब्राह्मण समाज के खिलाफ है! गुजरात पाटीदार हितरक्षक समिति ने सूरत भर में केजरीवाल के खिलाफ बड़ी बड़ी होर्डिंग और पोस्टर लगाकर विरोध का ऐलान कर रक्खा है जिसे बीजेपी स्पानसर्ड माना जा रहा है। बीजेपी गुजरात और ख़ासकर सूरत में सांगठनिक तौर पर बहुत मज़बूत है । यहाँ बारह के बारह विधायक उसके हैं सांसद उसका है सत्तर प्रतिशत पार्षद उसके हैं । मज़बूत युवा महिला छात्र व्यापारी किसान मज़दूर संगठन उसके पास हैं। केजरीवाल के पास सिर्फ एक चीज़ है “दुस्साहस”! देखिये क्या होता है? क्या क्या होता है?
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डेटलाइन सूरत. दिल्ली पुलिस सूरत पहुँची। गुजरात के प्रभारी आप के विधायक गुलाब सिंह यादव को गिरफतार किया। चार बजे से आज केजरीवाल की सूरत रैली शुरू होनी है!
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डेटलाइन सूरत. सूरत की रैली में शिरकत करने आए एक शख्स ने बातचीत में कहा- ”ऐसा लगता है गुजरात ही बनेगा मोदी के लिए आखिरी हार का रणक्षेत्र? आज सूरत में केजरीवाल की जो सफल रैली हुई है, उसने कई मिथ तोड़ दिए. जैसे ये कि आप सत्ता, पुलिस, दमन, उत्पीड़न, भय, आतंक, झूठ आदि के बल पर किसी को रोक लेंगे… केजरीवाल से लाख असहमति हो लेकिन जमीन पर यही शख्स मोदी से दो-दो हाथ करता दिख रहा है.”
Girish tripathi
October 16, 2016 at 4:53 pm
ये शीतल सिंह पुराना दल्ला है इसके बारे में पूरा मीडिया जगत जानता है।ये आशुतोष,राजदीप और रविश की तरह घोषित दल्लाल है।पता चलेगा इसको होने दो चुनाव,ये तो 2014 में भी मोदी और BJP को हवा हवाई बताता था।