चंडीगढ़, 11 नवंबर। हरियाणा की सीएम मनोहर लाल खट्टर ने साफ तौर पर इस बार दीपावली पर किसी भी प्रकार के गिफ्ट लेने से इंकार कर दिया। जबकि हर सीएम गिफ्ट की परंपरा को निभाता आ रहा है। सीएम खट्टर ने चंडीगढ़ के अपने सरकारी आवास के सामने होर्डिंग लगा दिया कि सिर्फ शुभकामनाएं के लिए आएं, किसी प्रकार का गिफ्ट न लाएं। खट्टर साहिब ने खुद तो इंकार कर दिया, पर हरियाणा सरकार से जुड़े सभी मान्यता प्राप्त पत्रकारों को गिफ्ट भिजवाने में कोई गुरेज नहीं किया। गिफ्ट भी कोई छोटा मोटा नहीं, बल्कि दो चांदी के सिक्के, वो भी 25 ग्राम और 20 ग्राम के। ये गिफ्ट मुझे मिला है, इसलिए बेहतर ढंग से लिख रहा हूं।
हरियाणा में आमतौर पर पत्रकारों के लिए सरकार से मान्यता हासिल करना बड़े गौरव की बात समझा जाता है। इस मान्यता के लिए साल भर बड़ी भागम भाग रहती है। मान्यता देने के सरकार के अपने नियम हैं। इस मान्यता का मुझे तो एक -दो फायदे ही नजर आए हैं। सबसे पहले तो हरियाणा रोडवेज की बस में साल भर में मुफ्त यात्रा और दूसरा सबसे महत्वपूर्ण फायदा, दिवाली पर सरकारी गिफ्ट। गिफ्ट भी ऐसा वैसा नहीं, बल्कि ठीक ठाक ही रहता है और जरिया हरियाणा का लोकसंपर्क विभाग होता है, लेकिन गिफ्ट भेजने वाला सामान्य व्यक्ति नहीं होता, बल्कि हरियाणा का सीएम होता है। ऐसे में इस गिफ्ट पर आमतौर पर सभी मान्यता प्राप्त पत्रकारों की नज़र रहती है। इसलिए इस गिफ्ट का महत्व बढ़ ही जाता है।
पिछले साल मतलब साल 2014 में तो अजब स्थिति पैदा हुई। दीपावली से पहले भूपूेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस हार गई और खट्टर वाली भाजपा सरकार ने कामकाज संभाला नहीं। ऐसे में हरियाणा के लोकसंपर्क विभाग के सामने विचित्र स्थिति पैदा हो गई। पुरानी सरकारी गई और नई ने कामकाज संभाला नहीं, ऐसे में नुकसान पत्रकारों का हो गया। नुकसान ये कि किसी भी मान्यता प्राप्त हो सरकारी गिफ्ट मिला ही नहीं। ऐसे में वर्ष 2015 आया और दिवाली भी आ गई। पर इस दिवाली से दो दिन पहले हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने चंडीगढ़ के अपने सरकारी आवास के सामने होर्डिंग लगवा दिया कि उन्हें कोई भी शख्स गिफ्ट देने के लिए न आए।
सीएम खट्टर की इस अपील पर हरियाणा के तथाकथित सरकारी मान्यता प्राप्त पत्रकारों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा। उन्हें लगा कि अब तो उन्हें गिफ्ट नहीं मिल पाएगा। दो दिन कशमकश में गुजरे लेकिन छोटी दिवाली पर शुभ संदेश आ ही गया। सीएम खट्टर के बधाई संदेश के साथ हरियाणा के पत्रकारों को सरकारी गिफ्ट भी मिल गया। गिफ्ट भी बढि़या ही मिला, दो चांदी के सिक्के, एक 25 ग्राम और दूसरा 20 ग्राम का। समस्या वहां पैदा हुई, जिन्हें नहीं मिला यानि सरकार से मान्यता हासिल न करने वालों को। पर ये भी कोई बड़ी समस्या नहीं है, दरअसल नीयत ज्यादातर की खराब है।
यह गिफ्ट मुझे भी मिला है। मिला इसीलिए यह सब लिख रहा हूं, अन्यथा कोई भी टुच्चा टाइप पत्रकार टिप्पणी कर देता, बोलता मिला नहीं इसलिए सब लिख रहा हूं। पर मैं तो यह दर्शाना चाह रहा हूं कि जो खट्टर साहिब खुद गिफ्ट नहीं लेते, वो दूसरे लोगों खासतौर पर ऐसी जमात को गिफ्ट क्यों देते हैं, जो किसी की भी सगी नहीं है। ऐसा नहीं है कि बाकी नेताओं या मंत्रियों ने गिफ्ट नहीं लिए या नहीं दिए, लेकिन ऐसे में खट्टर साहिब की घोषणा के बाद नीयत पर तो सवाल पैदा होता ही है। अब उनमें और इनमें फर्क क्या है।
लेखक दीपक खोखर हरियाणा के पत्रकार हैं और पिछले 18 साल से पत्रकारिता में हैं। उनसे मोबाइल नंबर 09991680040 पर संपर्क किया जा सकता है।
RICHA TIWARI
November 12, 2015 at 5:46 am
ये गिफ्ट सभी मान्यता प्राप्त पत्रकारों को नहीं मिलें हैं…और दूसरा इनका वजन पैंन्तालिस और पैंसठ ग्राम है ..पैन्तालिस ग्राम के सिक्के जिला स्तर के मान्यता प्राप्त पत्रकारों को दिए गए हैं जबकि पैंसठ ग्राम के सिक्के चंडीगढ़ और दिल्ली से मान्यता प्राप्त पत्रकारों को दिए गए हैं …और यहां भी भेदभाव हुआ है ..सभी मान्यता प्राप्त पत्रकारों को गिफ्ट नहीं दिया है बल्कि जिनका नाम सिर्फ सरकार के मीडिया एडवाइजरों की सूची में था उन्हें हीं दिए गए हैं ..गिफ्ट ना मिलने वालों में हरियाणा न्यूज की संपादक नवजोत कौर सिद्धू समेत कई पत्रकार शामिल हैं ..जो मान्यता प्राप्त भी हैं और उन्हें हरियाणा सरकार ने दिवाली का गिफ्ट भी नहीं भेजा है …जानकारी बिल्कुल सटीक है ..चाहे तो जनसम्पर्क और सरकार से जुड़े लोगों से सम्पर्क किया जा सकता है …
RICHA TIWARI
November 12, 2015 at 5:58 am
हरियाणा सरकार द्वारा दिए गए सिक्कों का वजन पेंतालिस और पैंसठ ग्राम है ..जिला स्तर के मान्यता प्राप्त पत्रकारों को पैंतालिस ग्राम और चंडीगढ़ और दिल्ली के मान्यता प्राप्त पत्रकारों को पैंसठ ग्राम के वजन के सिक्के दिए गए हैं ..लेकिन ये सभी पत्रकारों को नहीं दिए गए हैं …केवल उन्हीं को दिए गए हैं जो सरकार की गुड बुक्स में थे ….या यूं कहूं कि मान्यता प्राप्त होने के साथ साथ सरकार के मीडिया एडवाइजर की लिस्ट में थे …गिफ्ट ना मिलने वालों में हरियाणा न्यूज की संपादक नवजोत कौर सिद्धू समेत कई पत्रकार शामिल हैं ..जिनको मान्यता प्राप्त होने के बावजूद भी गिफ्ट नहीं मिला ..यानि यहां भी खट्टर सरकार ने भेदभाव किया है ..कथनी करणी एकै ढाल नहीं हैं ….
Kashinath Matale
November 14, 2015 at 5:20 am
Patrakar log Hariyana CM se gift ke badle Majithia Wage Board mang lete to achha hota, baki patrakar aur gair patrkarokako fayada hota.