हरदोई जिले से खबर है कि ब्लाक कछौना क्षेत्र की पत्रकारिता से जुड़े परमेश्वर दयाल गुप्ता उर्फ पीडी व दीपक श्रीवास्तव के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक धाराओं में मुकदमा दर्ज हो गया। यह तब हुआ जब एक दरोगा की गाड़ी से घायल ईरिक्शा चालक की ईलाज के बाद मौत हो गई। उसका शव कस्बे में आने पर हंगामा हुआ। इस प्रकरण की कवरेज कर रहे इन दोनों ने इलाकाई पत्रकारों और पुलिस को नजरंदाज करते हुए पुलिस द्वारा किए जा रहे लाठी चार्ज का कवरेज किया।
इससे झल्लाए कोतवाल जावेद अहमद ने इन दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। इस तरह की पुलिसिया दादागिरी को हरदोई के पत्रकारों ने लोकतन्त्र पर हमला मानते हुए विरोध प्रदर्शन किया। इसमें सभी पत्रकार संगठन के लोगों के अलावा हरदोई के बड़े-छोटे सभी अखबारों के ब्यूरो प्रमुख भी शामिल रहे। शहीद उद्यान में आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में मौके से जाकर एसपी हरदोई ने पत्रकारों से ज्ञापन लेकर उनकी तीनों मांगों को स्वीकार करते हुए सोच-विचारकर कार्यवाई करने की सहमति जताई।
पत्रकार को मुकदमें से बाहर करना, कोतवाल का स्थानान्तरण और भविष्य में पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा लिखने से पूर्व सम्बन्धित जिला ब्यूरो से बात कर कार्रवाई करने की बात रखी गई। पांच दिन गुजरने के बाद भी कोई कार्यवाई होते नहीं दिख रही। उधर चर्चा है कि कोतवाल का दावा है कि न वह पत्रकारों का नाम निकालेगा और न ही उसका कोई तबादला करा पाएगा। तीन दिन में एसपी ने कार्यवाई की बात की थी, वह भी अब कार्यवाई करने से किनारा कर गए। ऐसे में हरदोई पत्रकारों द्वारा दिखाई गई एकजुटता किसी काम न आई। बताया जाता है कि कुछ पत्रकार कोतवाल से लेकर कप्तान तक की चमचागिरी करके हरदोई की पत्रकारिता को नीचा दिखाने पर तुले हुए हैं।