जो बचे, उनके बुरे हालात… कभी भी नौकरी जाने का डर सबको सता रहा…. कभी नंबर 2 और 3 तक पहुंच चुका इंडिया न्यूज़ अपने बुरे दौर से गुजर रहा है। जिस चैनल में लोग काम करने के लिए इच्छुक हुआ करते थे, अब उस चैनल को लोग नहीं मिल रहे। दीपक चौरसिया और राणा यशवंत जैसे चेहरों के साथ रिलांच हुआ इंडिया न्यूज़ पुराने दौर में पहुंच गया है। यहां काम करने वाले कर्मचारी प्रबंधन के रैवेय और मनमाने फैसलों की वजह से त्रस्त हैं।
कहा जा रहा है कि इसी वजह से चैनल से लोगों का जाना जारी है। हाल ही के दिनों में दर्जनभर पत्रकारों ने इस चैनल को बाय-बाय कर दिया। चैनल छोड़ने वालों में एसाइनमेंट, आउटपुट डेस्क, क्राइम टीम के लोग शामिल हैं। एसाइनमेंट टीम से विनय भंडारी, अजीत चौधरी के चैनल छोड़ने की सूचना है। विनय भंडारी चैनल की रिलांच टीम का हिस्सा रहे और एसाइनमेंट पर बड़ी जिम्मेदारी संभालते थे। इन्होंने बिना कोई नोटिस दिये चैनल को बाय बोल दिया। वहीं क्राइम टीम से मनोज एटलस व गौरव शर्मा ने अलविदा कह दिया है। दोनों इंडिया न्यूज के क्राइम शो सलाखें की मजबूत कड़ी हुआ करते थे।
कहा जाता है कि चैनल ने पहले क्राइम शो का समय बदला और फिर क्राइम शो ही बंद कर दिया। उधर आउटपुट डेस्क से अभिजीत के जी न्यूज़ बिहार-झारखंड ज्वाइन करने की पक्की खबर है। कुछ वक्त पहले इंडिया न्यूज़ प्रबंधन ने कई बड़े लोगों को नौकरी से निकाल दिया था, तभी से इस चैनल में कार्यरत पत्रकारों ने आने वाले खतरे की आहट को भांप लिया। तभी से एक के बाद एक इस्तीफे की खबरें आ रही हैं। चैनल में जो लोग बचे हैं उन्हें मजबूरी वश काम करना पड़ रहा है। वहीं उंचे पदों पर विराजमान कई बड़े लोग अब भी मौज काट रहे हैं। हालांकि इनकी नौकरी कब चली जाये, खुद इन्हें भी नहीं पता। लेकिन जब तक चल रहा है, लाखों की सैलरी उठा ही रहे हैं।
चैनल प्रबंधन को नए लोग ढूंढे नहीं मिल रहे। ठीक ठाक चैनल से कोई यहां आने को तैयार नहीं है। छोटे स्थानीय चैनल के लोगों को चैनल प्रबंधन रखने में अपनी तौहीन समझता है। हाल में कई बड़े चैनल्स के लोगों को इंडिया न्यूज़ प्रबंधन ने ज्वाइन कराने का ऑफर दिया लेकिन बिना लाग लपेट के इन लोगों ने चैनल को साफ इनकार कर दिया। स्टाफ की कमी से जूझ रहे इंडिया न्यूज़ के हालात ऐसे हैं कि लोगों को हाथों हाथ ज्वाइन कराने को तैयार है लेकिन लोग नहीं मिल रहे।
इस बीच, इंडिया न्यूज़ में एक हैरान करने वाला वाकया हुआ है। बताया जा रहा है कि सुहास गोस्वामी नाम का कर्मचारी जो कि एचआर विभाग में कार्यरत था, वह कंपनी का एक लाख रुपया व लैपटॉप लेकर चंपत हो गया है। नौकरी छोड़ने से पहले उक्त एचआर कर्मचारी ने ना तो कोई नोटिस दिया न ही किसी अन्य सहयोगी को इस बारे में जानकारी। नौकरी छोड़ने से पहले बाकायदा एक लाख रुपये एडवांस सैलरी भी ले गया। अब इंडिया न्यूज़ प्रबंधन को समझ नहीं आ रहा कि इस मामले का हल कैसे निकाला जाये।