Connect with us

Hi, what are you looking for?

उत्तर प्रदेश

दैनिक जागरण जिसे ‘भाजपाई’ बता रहा, जिलाध्यक्ष उसे अपना आदमी नहीं मान रहे (देखें वीडियो)

उन्नाव में दैनिक जागरण इन दिनों चर्चा में है. एक डिप्टी एसपी के खिलाफ दैनिक जागरण अभियान चला रहा है. इस बिना पर कि सीओ के रूप में पदस्थ डिप्टी एसपी ने एक भाजपा कार्यकर्ता को सरेराह मारा-पीटा. उधर, भाजपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि जिसे भाजपा कार्यकर्ता बताया जा रहा है, वह पार्टी का आदमी नहीं हैं.

दरअसल दैनिक जागरण अखबार अपने उन्नाव संस्करण में एक प्रकरण को लेकर उन्नाव सीओ सिटी को गुनाहगार बताने पर तुला हुआ है. जानकारों का कहना है कि सीओ सिटी के विरुद्ध निजी लाभवश खबर का रुख मोड़ा गाय और बदनाम करने की कोशिश की गई.

Advertisement. Scroll to continue reading.

उन्नाव जिले के दही चौकी औद्योगिक क्षेत्र में मवेशी भरे वाहनों, स्लॉटर हाउसों, टैम्पो स्टैण्डों पर होने वाली अवैध वसूली को उन्नाव सीओ सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने रुकवा दिया. इसको लेकर अपराधी टाइप लोग सीओ सिटी से खार खाए बैठे थे. इन अवैध धंधों से महीना पाने वाले पत्रकार भी पैसा आना बंद होते देख गुस्से में शरीक हो गए. इसके बाद एक अपराधी को बीजेपी का कार्यकर्ता घोषित कर सीओ के खिलाफ अभियान चला दिया गया. इसे जोरशोर से उछाला दैनिक जागरण ने.

मामला यूं है. वाहन चेकिंग के दौरान वाहन चालक निशानाथ उर्फ मोना पाण्डेय को जब महिला पुलिसकर्मी ने रोकना चाहा तो उस दौरान बाइक चालक मोना पाण्डेय ने महिला पुलिसकर्मी के दोनों पैरों के बीच अपनी बाइक का अगला पहिया घुसेड़ा. इसका विरोध मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी किया. उस दौरान सीओ अपनी सरकारी गाड़ी में मौजूद थे.

Advertisement. Scroll to continue reading.

चेकिंग स्थल पर पुलिसकर्मियों तथा बाइक चालक मोना पाण्डेय के बीच हो रही कहासुनी को देख जब सीओ सिटी ने मामले को शान्त करा बाइक चालक से उसकी बाइक के कागजात मांगे तो मोना पाण्डेय ने कागजात साथ में मौजूद न होने की बात कही. इसके बाद जब उसका ड्राइविंग लाइसेंस मांगा गया तो मोना अपना लाइसेंस भी नहीं दिखा पाया.

इसके बाद सीओ सिटी स्वतंत्र सिंह के आदेशानुसार चेकिंग स्थल पर मौजूद टीआई रामजीत यादव ने मोना पाण्डेय की बाइक को सीज कर दिया. जब कुछ देर में मोना ने अपनी बाइक के कागजात घर से मंगवा कर दिखाया तब उसे बाइक सौंपी गई. इस दौरान निशानाथ उर्फ मोना पाण्डेय ने स्वेच्छानुसार चालानी कागज पर अपने हस्ताक्षर भी किए.

Advertisement. Scroll to continue reading.

इसके बाद मोना पाण्डेय ने घर जाकर और अपने परिचितों को बुलाकर प्रचारित करने लगा कि उसे सीओ ने पीटा है. ये पिटाई की बात को उसने रातभर आराम से सोने के बाद सुबह उजागर किया. सुबह 7:30 बजे उसने अपना मेडिकल परीक्षण कराया. मेडिकल परीक्षण कराने के महज डेढ़ घण्टे बाद सुबह 9 बजे मोना की हालत को नाजुक बताते हुए कानपुर स्थित हैलट अस्पताल के लिए रेफर कराया गया.

जिसे मरणासन्न स्थिति में बताया गया, वह हैलट अस्पताल में इलाज के लिए रेफर होने के महज 2 घण्टे बाद मोना पांडेय स्वयं सीओ सिटी के खिलाफ अपना शिकायती पत्र लेकर उन्नाव एसपी ऑफिस भी पहुंच गया. सोचने वाली बात है कि जो व्यक्ति मरणासन्न स्थिति में अस्पताल में पड़ा होगा, वह महज 2 घण्टे में ठीक होकर उन्नाव एसपी ऑफिस कैसे पहुंच गया?

Advertisement. Scroll to continue reading.

इसके बाद मोना को बीजेपी का सक्रिय कार्यकर्ता बता खबरनवीसों के माध्यम से मामले को उछाला गया. मोना को बीजेपी का कार्यकर्ता घोषित कर खबरें प्रकाशित की गई. उधर, बीजेपी के उन्नाव जिलाध्यक्ष श्रीकांत कटियार ने मोना पाण्डेय को बीजेपी का कार्यकर्ता स्वीकार करने से इनकार कर दिया. दैनिक जागरण मोना को भाजपा कार्यकर्ता बताकर खबरें छापता रहा.

देखें संबंधित वीडियो….

Advertisement. Scroll to continue reading.

https://youtu.be/JHrZcfrxYAc


इसे भी पढ़ें….

Advertisement. Scroll to continue reading.

दैनिक जागरण की घटिया रिपोर्टिंग : नर्सों के नाम के आगे ये क्या लिख दिया! देखें खबर

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement