Connect with us

Hi, what are you looking for?

महाराष्ट्र

महाराष्ट्र में पत्रकार सुरक्षा कानून का ड्राफ्ट तैयार, जानिए क्या क्या है खास बातें

महाराष्ट्र में पत्रकार सुरक्षा कानून बनने की संभावना अब बढी है. राज्य सरकार ने पत्रकार सुरक्षा बिल लाने का निर्णय लिया है. इसी हेतु बिल का डॉफ्ट बनाया गया है जो विपक्ष एवं पत्रकार हमला विरोधी कृती समिती को भेजा गया है. विपक्ष और हमला विरोधी समिती एक महीने के अंदर इस ड्राफ्ट का अध्ययन करेगी और इस पर सुझाव देगी. ड्राफ्ट पर सुझाव के लिए एक महीने का अवधि देने से नागपुर मे चल रहे हिमकालीन अधिवेशन में बिल पेश होने की कोई गुंजाईश नहीं दिख रही. लेकिन अगले बजेट अधिवेशन में पत्रकार सुरक्षा बिल ला जाने के आसार अब बढे हैं.

<p>महाराष्ट्र में पत्रकार सुरक्षा कानून बनने की संभावना अब बढी है. राज्य सरकार ने पत्रकार सुरक्षा बिल लाने का निर्णय लिया है. इसी हेतु बिल का डॉफ्ट बनाया गया है जो विपक्ष एवं पत्रकार हमला विरोधी कृती समिती को भेजा गया है. विपक्ष और हमला विरोधी समिती एक महीने के अंदर इस ड्राफ्ट का अध्ययन करेगी और इस पर सुझाव देगी. ड्राफ्ट पर सुझाव के लिए एक महीने का अवधि देने से नागपुर मे चल रहे हिमकालीन अधिवेशन में बिल पेश होने की कोई गुंजाईश नहीं दिख रही. लेकिन अगले बजेट अधिवेशन में पत्रकार सुरक्षा बिल ला जाने के आसार अब बढे हैं.</p>

महाराष्ट्र में पत्रकार सुरक्षा कानून बनने की संभावना अब बढी है. राज्य सरकार ने पत्रकार सुरक्षा बिल लाने का निर्णय लिया है. इसी हेतु बिल का डॉफ्ट बनाया गया है जो विपक्ष एवं पत्रकार हमला विरोधी कृती समिती को भेजा गया है. विपक्ष और हमला विरोधी समिती एक महीने के अंदर इस ड्राफ्ट का अध्ययन करेगी और इस पर सुझाव देगी. ड्राफ्ट पर सुझाव के लिए एक महीने का अवधि देने से नागपुर मे चल रहे हिमकालीन अधिवेशन में बिल पेश होने की कोई गुंजाईश नहीं दिख रही. लेकिन अगले बजेट अधिवेशन में पत्रकार सुरक्षा बिल ला जाने के आसार अब बढे हैं.

सरकार के बनाए इस ड्राफ्ट में पत्रकार की व्याख्या तय की गई है जो 1955 के श्रमिक पत्रकार कानून में की गई व्याख्या के अनुरूप है. इस ड्राफ्ट के मुताबिक अगर पत्रकार पर कोई हमला करता हे और यह साबित होने के बाद कि उसने पत्रकार पर ही हमला किया है, हमलावरों को तीन साल की शिक्षा और पचास हजार के जुर्माने का प्रावधान किया गया है. लेकिन इस कानून का गलत इस्तेमाल किया गया तो पत्रकार को भी एक साल की शिक्षा का प्रावधान किया गया है.

Advertisement. Scroll to continue reading.

अगर यह कानून बनता है तो पत्रकार पर हमला कॅग्नजेबल और नॉन बेलेबल होगा. हमलावरों ने प्रॉपर्टी का अगर नुकसान किया तो उसकी नुकसान भरपाई दुगुना देनी पडेगी. इस ड्राफ्ट का पत्रकार हमला विरोधी कृती समिती के अध्यक्ष एस.एम.देशमुख ने स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ बदलाव की जरूरत है और हम सरकार को इसका आग्रह करेंगे. सरकार ने कानून बनाने की दिशा में एक कदम आगे रखा है, इसका महाराष्ट्र के पत्रकारों ने भी स्वागत किया है. अगर यह कानून बनता है तो महाराष्ट्र देश का पहला राज्य होगा जहां पर पत्रकार सुरक्षा कानून बनाया गया है

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement