अहमदाबाद । नाबालिग यौन शोषण के मामले में जोधपुर जेल में कैद आसाराम की गृह मंत्री राजनाथ सिंह और विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंघल ने तारीफ की है। अहमदाबाद से प्रकाशित होने वाले आसाराम की संस्था के मुखपत्र ‘ऋषि प्रसाद’ में वित्त मंत्री अरुण जेटली का भी मीडिया ट्रायल की वजह से कोर्ट पर पड़ने वाले दबाव के बारे में एक लेख प्रकाशित हुआ है। आसाराम की इस पत्रिका के कवर पेज पर राजनाथ, जेटली और सिंघल की फोटो के साथ एक छोटा लेख प्रकाशित किया है।
कवर पेज पर राजनाथ सिंह और अरुण जेटली को कर्मयोगी बताया गया है। इसमें सिंघल के हवाले से लिखा गया है, ‘76 साल की उम्र में बापूजी को गलत तरीके से फंसाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। साजिश के बावजूद देश में संतों के प्रति श्रद्धा में किसी तरह की कमी नहीं आई है। बापूजी को बहुत कष्ट दिए गए है, उन्हें जमानत मिलनी चाहिए।’ पत्रिका के पेज 10 पर राजनाथ सिंह के हवाले से लिखा गया है, ”यह जानकर मुझे बहुत सुखद अनुभूति हुई कि पूज्य संत श्री आसाराम बापू की प्रेरणा से 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस के कार्यक्रम देशभर में आयोजित किए जा रहे हैं। इससे निश्चित तौर पर बच्चों के अंदर एक अच्छा संस्कार पैदा होगा।” राजनाथ सिंह के लेख के ठीक नीचे अरुण जेटली की फोटो लगी है और उनके हवाले से लिखा है कि मीडिया ट्रायल्स से अदालतों पर हाई प्रोफाइल मामलों में दबाव बनता है। मीडिया किसी को सीधे दोषी या निर्दोष साबित कर देता है। मीडिया को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए, क्योंकि समानांतर ट्रायल माहौल को प्रभावित करते हैं।