नईदुनिया में हुआ एक तबादला चर्चा का विषय बन गया है। एक अधिकारी को छत्तीसगढ़ से मध्यप्रदेश लाने के लिए कंपनी को 45 लाख का चूना लगा दिया गया। तीन वर्ष पूर्व जागरण प्रबंधन ने प्रकाश चौरे को नईदुनिया मध्यप्रदेश का मार्केटिंग हेड बनाया था। हालात तब बिगड़े जब छत्तीसगढ़ में संजय शुक्ला के करीबी यशपाल कपूर लाए गए। यशपाल कपूर को बचाने के लिए संजय शुक्ला ने प्रकाश चौरे का तबादला छत्तीसगढ़ कर यशपाल कपूर को इंदौर बुला लिया।
यशपाल कपूर को छत्तीसगढ़ से मध्य प्रदेश लाने के लिए संजय शुक्ला ने अप्रैल और मई में मार्केटिंग की बिलिंग को अचानक से फिक्स रेट कार्ड पर लेने के मौखिक आदेश जारी कर दिए। अचानक हुए इस बदलाव से मध्यप्रदेश में मार्केटिंग की टीम परेशान होने लगी। बड़ी विज्ञापन एजेंसियां भी सीधे तौर पर विरोध दर्ज करवाने लगी। कई विज्ञापन नईदुनिया में आने के बाद भी केवल इसलिए नहीं लगाए गए कि यदि लगातार मध्यप्रदेश का परफॉर्मेंस बेहतर रहा तो प्रकाश चौरे को किस आधार पर बदला जाएगा। शुरुआती जांच में ही इस दौरान करीब 45 लाख रुपए के आए हुए विज्ञापनों को तुगलकी नियमों का हवाला देकर रोक लेने की जानकारी मिल रही है।
इसके बाद अप्रैल और मई माह के कमजोर प्रदर्शन का हवाला देते हुए जून महीने की शुरूआत से ही प्रकाश चौरे को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया गया। संस्थान की अंदरूनी राजनीति का असर यहां तक होने लगा कि बड़ी विज्ञापन एजेंसी भी सीधे तौर पर विरोध दर्ज करवाने लगी। यह स्थिति तब और ज्यादा बिगड़ने लगी जब बधाई के विज्ञापन भी तीन गुना अधिक दाम पर मांगे जाने लगे।
तुगलकी फरमान के विरोध में भोपाल और इंदौर की विज्ञापन एजेंसियों ने एक सामूहिक मीटिंग की और नईदुनिया के रवैये में अचानक आए परिवर्तन का विरोध शुरू कर दिया। नईदुनिया के स्थानीय प्रबंधन से
रिस्पांस नहीं मिलने के बाद विज्ञापन एजेंसी ने अब बहिष्कार की अंदरूनी तैयारी कर ली और पूरा मामला जागरण प्रबंधन को भेज दिया। बदले की इस कार्रवाई से परेशान होकर प्रकाश चौरे ने विज्ञापन एजेंसियों के विज्ञापन आर. ओ. (रिलीज़ आर्डर), नईदुनिया के साथ सीधे बिजनेस करने वाली कंपनियों और क्लाइंट के रिलीज आर्डर, कई राजनीतिक नेताओं के फोन की रिकॉर्डिंग सीधे जागरण प्रबंधन को भेज दी।
भरोसा करने लायक दस्तावेज और फोन रिकॉर्डिंग मिलने के बाद जागरण प्रबंधन हरकत में आ गया और अपने विश्वासपात्र वरिष्ठ लोगों की एक टीम बनाकर मामले की जांच शुरू करवा दी। इस बीच यशपाल कपूर के परफॉर्मेंस को लेकर पूरी रिपोर्ट जागरण प्रबंधन ने तलब कर ली है। फिलहाल यशपाल कपूर के छत्तीसगढ़ से जाने के बाद वहां के हालात तेजी से बदल रहे हैं। नए बिजनेस हेड विनोद दुबे ने आते ही संजय शुक्ला और उनके द्वारा उत्तराखंड से लाई गई पूरी टीम का दखल बंद कर दिया है। उधर कानपुर और दिल्ली मुख्यालय ने 45 लाख रुपए के नुकसान की जांच शुरू कर दी है।
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