बक्सर में बिना प्रशासनिक अनुमति के नन बैंकिंग को संचालित किया जा रहा था. इसका खुलासा जिला प्रशासन की छापेमारी के दौरान हुआ. इस मामले में प्रशासन ने कंपनी के ब्रांच मैनेजर जंगहादुर यादव को पकड़ लिया और सारे कागजात व कंप्यूटर सहित उपकरणों को जब्त कर लिया. ब्रांच मैनेजर से पूछताछ और कागजातों की पड़ताल की जा रही है. प्रशासन की इस कार्रवाई से गैरकानूनी ढंग से संचालित हो रही नन बैंकिंग कंपनियों में हड़कंप मच गया है. प्रशासन के द्वारा बक्सर में नन-बैंकिंग कंपनियों के खिलाफ मुहीम छेड़ दी गयी है, अभी और कई कम्पनियों पर गाज गिरने वाली है.
जानकारी के अनुसार, जिले के आला अफसरों को सूचना मिली कि शहर में अवैध ढंग से कुछ चिट-फंड कंपनियां चल रही हैं. इसके आधार पर जिला आपूर्ति पदाधिकारी शिशिर कुमार व डीएसपी शैशव यादव के नेतृत्व में टीम ने अम्बेदकर चौक के समीप स्थित रियल इंडिया एग्रो लिमिटेड के दफ्तर में धावा बोल दिया. इसकी खबर मिलते ही पूरे शहर में खलबली मच गयी. काफी संख्या में लोग भी मौके पर पहंच गये.
कंपनी के पास नहीं था किसी तरह का ऑथिरिटी लेटर : जिला प्रशासन की टीम रियल इंडिया एग्रो लिमिटेड कंपनी के दफ्तर में पहुंची. इस दौरान अफसरों ने प्रमाण पत्र की मांग की तो कंपनी के अधिकारियों द्वारा जिले में कंपनी चलाने से संबंधित कोई भी कागजात नहीं प्रस्तुत किया जा सका. इस कम्पनी के चेयरमैन प्रदीप कुमार गुप्ता है और डायरेक्टर समूह में सिद्धार्थ शर्मा, प्रद्युमन सिंह, ज्योति गुप्ता एवं नीरज कुमार गुप्ता का नाम शामिल है.
अफसरों के अनुसार कम्पनी के पास आरबीआई एप्रूवल नहीं था. स्थानीय जिला प्रशासन से भी अनुमति नहीं ली गयी थी.जांच के क्रम में पता चला कि कम्पनी को सिर्फ यूपी में काम करने का अधिकार है. इसके बावजूद कम्पनी बक्सर में अवैध ढंग से काम कर रही थी. जानकारी मिली है की लखनऊ की यह कम्पनी अपना एक अखबार “स्टेट ऑफ़ रियल इंडिया” भी चलाती है और इसके आड़ में चिटफंड का कारोबार चलाती है.