उत्तराखंड की त्रिवेंद्र रावत सरकार को येन-केन प्रकारेण स्टिंग में फंसा कर अपने काम निकालने की साजिश रचने वाले समाचार प्लस चैनल के एडिटर इन चीफ और सीईओ उमेश कुमार की उसी के चैनल के एडिटर (इनवेस्टिगेशन) से हुई बातचीत के आडियो का कल भड़ास ने प्रकाशन-प्रसारण किया था. कई लोगों ने आडियो की बातचीत का ट्रांसक्रिप्ट प्रकाशित करने का अनुरोध किया है.
करीब तीन मिनट तीन सेकेंड की इस आडियो क्लिप में उमेश कुमार अपने चैनल के खोजी पत्रकार पंडिय आयुष उर्फ आयुष गौड़ को एक डील के बारे में हिदायत दे रहा है. इस वार्ता में उमेश बार-बार सीएम, ओपी और मृत्युंजय का नाम ले रहा है. साथ ही किसे पैसे कब देने हैं, कब नहीं देने हैं और किस तरह देने हैं, इसकी प्लानिंग समझा रहा है. इस बातचीत के अंश पढ़िए…
उमेश : वो किसी पार्टी को मिलाएगा, तो पार्टी को जरूर समझा के ले जाना कि सर आप ओपी से जरूर पूछ लेना कि सीएम साहब से आप एक बार बात कर लीजिए इन सब इश्यू पर। और मृत्युंजय से कह कर रखना कि ओपी से जब कोई ये पूछे कि सीएम से कैसे होगा तो ओपी कह दे कि सीएम से तो हम खुद बात कर लेंगे, उनसे हमारी बात हो गई है, डोंटवरी।
आयुष : ठीक है, ठीक है।
उमेश : ठीक है ना।
आयुष : जी भैया जी।
उमेश : उसको जरूर लाना है ना, वो अगर यह भी कह दे कि हां सीएम से हम बात कर लेंगे ठीक है, या हो गई हमारी, ओपी के मुंह से जरूर चाहिए यह बातचीत।
आयुष : समझ गया, मतलब कि ओपी सीएम की बात जरूर बोल दे ना
उमेश : हां, कि सीएम से हमारी बात हो गई है डोंट वरी।
आयुष : ठीक है, ठीक है, तो मैं मृत्युंजय को बोलुंगा कि भैया पहले तो मैं सबसे पहले यही बात करुंगा कि ‘आई वॉंट टू मीट द सीएम’।
उमेश : हां ठीक है।
आयुष : फिर अगर जीरो प्वाइंट वन परसेंट अगर कुछ प्लस माइनस होता है तो कहूंगा कि पार्टी सैटिसफाइ नहीं है। ओपी जी से बुलवा दीजिए कि एवरीथिंग इज ओके।
उमेश : इतना कह देगा कि सीएम से हमारी बात हो गई है डोंट वरी, तो बोले तब भी मैं पचास दिलवा दूंगा।
आयुष : ठीक है, ठीक है।
उमेश : फिर अगला यह कहना
आयुष : ठीक है, ठीक है।
उमेश : तो ओपी बढ़ा-चढ़ा के बोलेगा फिर…।
आयुष : भैया यह बात एकदम क्लीयर है ना कि खुदा ना खास्ता, प्वाइंट वन परसेंट, अगर दोनों में से कोई चीज नहीं होती हमारी मुताल्लिक तो फिर हम जो है कैश नहीं देंगे।
उमेश : ना।
आयुष : ठीक है, तो फिर वो एक्जिट का मुझे कुछ प्लान बता दीजिए, क्या बोलूं उसको?
उमेश : और सुन मैं बताता हूं, जब ये ओपी से मिलाएगा ना और जब हम बात कर लेंगे, तो तू पार्टी को बाहर भेजना कि आप लोग बाहर चलिए मैं आता हूं। तब सबको भेजने के बाद सामने रख देना, बोलना कि सर यह आपके लिए प्रसाद।
आयुष : ठीक है, ठीक है।
उमेश : मृत्युंजय को कहना कि मैं प्रसाद बोल के बॉस को दूंगा।
आयुष : ठीक है।
उमेश : कहना सर थोड़ा कॉन्फिडेंस आने दीजिए, आप चिंता मत कीजिए। जैसे वो बोले कि यह कोई तरीका होता है बॉस को क्यूं हमको दो ना? कहना बॉस,थोड़ा सा कॉन्फिडेंस आने दो, मैं पैसों की लाइन लगा दूंगा।
आयुष : ठीक है।
उमेश : पार्टी के सामने पैसा देना मत, ताकि इनको यह कॉन्फिडेंस आ जाए कि तूने पार्टी को बाहर भेज दिया है।
आयुष : हां, हां, सही बात, पार्टी ससपीशियस हो जाएगी कि उसके लिए मैं क्यूं दे रहा हूं इतना पैसा।
उमेश : हां, यही तो बोल रहा हूं ना मैं, और वो बोलेंगे कि यह क्या हो गया हमने तो मना किया था
आयुष : हंसते हुए, वही, वही, वही।
उमेश : ठीक है तो भाई यह कर के किसी भी तरीके से ओपी को पैसे डिलीवर करने हैं और ओपी से कहलवाना है कि सीएम से हम बात कर लेंगे या हमारी बात हो गई है
आयुष : ठीक है, ठीक है।
उमेश : ठीक है, अगर वो सीएम को नहीं मिला रहा आज मिश्रा तो कहना कि सर फिर आप एक काम करो, आप ओपी सर से मिला दो और उनसे इन्हें यह आश्वासन दिला दो कि सीएम से हमारी बात हो गई है।
आयुष : ठीक है, ठीक है।
उमेश : ठीक है, ओके।
मूल आडियो को सुनने के लिए नीचे दिए शीर्षक पर क्लिक करें….