हिंदी पत्रकारिता दिवस पर उत्तराखण्ड सरकार ने पत्रकारिता में बेहतर योगदान के लिए स्व. राम प्रसाद बहुगुणा स्मृति पुरस्कार की शुरुआत की। पहला पुरस्कार अल्मोडा के पत्रकार व समता समाचार के संपादक दयाशंकर टम्टा को दिया गया। समारोह में उन्हें 51000 का चैक स्मृति चिह्न व अंग वस्त्र भेंट किया गया। अपने आवास पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कालेश्वर पालिटेक्निक का नाम उनके नाम पर रखने की घोषणा की। उन्होंने इस राशि को 51 हजार से बढाकर एक लाख एक हजार रुपए करने की घोषणा की तथा इसकी संख्या भी बढाने को कहा, यानी अगले साल से यह एक नहीं कई पत्रकारों को दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के कल्याण के लिए अंशदायी बीमा योजना शुरू करने, पत्रकार पेंशन योजना का प्रस्ताव शीघ्र कैबिनेट में रखने, ऐतिहासिक समाचार पत्रों के संरक्षण के लिए नीति बनाने और आजादी के पहले अखबारों की भूमिका से आने वाली पीढ़ी को रूबरू कराने के लिए एक गैलरी बनाने की भी घोषणा की। इस समारोह में अल्मोडा के अलावा चमोली व अन्य जिलों से भी पत्रकार आये थे। मुख्यमंत्री आवास स्थित सभागार में बैठने की जगह नहीं बचा था. काफी लोग खडे थे।
हिंदी पत्रकारिता दिवस पर मसूरी के अलावा देहरादून स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में भी एक आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में मंच पर आसीन तीन अतिथियों समेत 15-20 लोगों ने ही शिरकत की। इससे ज्यादा लोग प्रेस क्लब की कैंटीन में मौजूद थे। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अल्मोड़ा के रहने वाले हैं और पहला सम्मान भी अल्मोड़ा के पत्रकार को मिला।