पीड़ित छात्रा तपस्या शर्मा
गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना एरिया में एक लफंगा अपने दोस्तों के साथ खुलेआम एक लड़की और उसके पिता को गालियां देता है. लड़की को छेड़ता है. गंदे मैसेज भेजता है. काल करके गंदी गंदी बातें करता है. लड़की का नाम तपस्या शर्मा है जो मीडिया की छात्रा है.
लफंगे का नाम सिराज है जिसकी पुलिस में इतनी तगड़ी सेटिंग है कि लड़की द्वारा थाने जाने, सौ नंबर पर फोन करने, वन जीरो नाइन जीरो पर काल करने का भी स्थानीय पुलिस पर कोई असर नहीं आता. उल्टे आरोपी की थाने में खूब आवभगत की जाती है. पीड़ित छात्रा की एफआईआर तक दर्ज नहीं की जाती और उसे इस-उस बहाने से रोज-रोज पुलिस द्वारा भ्रमित किया जाता है.
नतीजा यह है कि लफंगों के हौसले बुलंद है और पीड़ित छात्रा व उसके पिता का जीना मुहाल हो चुका है.
हद तो ये है कि लफंगा सिराज थाने पहुंच कर वहां एफआईआर दर्ज कराने गई लड़की को घूरता है और बाहर निकलने पर उसका पीछा करता है. पुलिस वाले लड़की से कहते हैं कि अगर तुम्हारे साथ वाकई कुछ हो जाता है तब तुम थाने आना.
दुखी मीडिया छात्रा तपस्या शर्मा एक दिन पुलिस कप्तान के पास जाती हैं और महिला आयोग में भी शिकायत कर देती हैं. पुलिस कप्तान ने महिला थाने की पुलिस को आदेश दिया कि पीड़िता का बयान दर्ज कर उचित कार्रवाई की जाए.
तपस्या शर्मा महिला थाने जाकर पूरा वाकया बताती लिखाती हैं और इंदिरापुरम थाने के दरोगा-सिपाहियों की सिराज नामक लफंगे से मिलीभगत का खुलासा कर देती है. वह एफआईआर दर्ज न किए जाने का पूरा घटनाक्रम बताती है. वह बताती हैं कि किस तरह पुलिस की सिराज नामक लफंगे के साथ सेटिंग है जिसके चलते वह अरेस्ट नहीं किया जाता है.
महिला थाने में बयान दर्ज कराए जाने की जानकारी मिलने पर इंदिरापुरम थाने की पुलिस रात में मीडिया स्टूडेंट तपस्या शर्मा के घर आती है और जबरन इस मीडिया छात्रा और उसके पिता को धमका कर एक अप्लीकेशन लिखवा लेती है कि उसने महिला पुलिस में बयान गुस्से में दिया, दरोगा जी की कोई गलती नहीं है, कंप्यूटर खराब होने से एफआईआर की कापी नहीं मिल पाई आदि आदि.
पुलिस वालों के जाने के बाद परेशान तपस्या अपनी सारी बात वीडियो पर कह कर रिकार्ड करती है और मीडिया के कुछ लोगों को भेज देती है. भड़ास के पास तपस्या का संपूर्ण वीडियो है जिसमें शुरू से अब तक की कहानी है. फिलहाल मीडिया छात्रा तपस्या शर्मा के वीडियो का ये छोटा सा हिस्सा सुन लें जिससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि योगी के राज में भी पुलिस कितनी ‘सुधर’ चुकी है और लड़कियां कितनी ‘सेफ’ हैं.
तपस्या शर्मा ने भड़ास को अपनी आपबीती का वीडियो भेजने के बाद एक संदेश भी भेजा है कि वह लफंगों को हर हाल में दंडित कराना चाहती हैं. इसके लिए अपने नाम पहचान के साथ लड़ाई लड़ेंगी. जब यह सिस्टम और थाना-पुलिस उनकी पीड़ा को नहीं सुन-समझ रहा है, उनकी तबाह हो रही जिंदगी को नहीं बचा पा रहा तो अब खुल कर लड़ने के अलावा कोई चारा नहीं है.
पहले ये लेटर पढ़ें जिसे पुलिस वालों ने जबरन तपस्या शर्मा के घर जाकर धमकाते-पुचकारते हुए लिखवा लिया ताकि पुलिस को सही और तपस्या को झूठा साबित किया जा सके…
अब मीडिया छात्रा तपस्या शर्मा की जुबानी उसकी दिक्कतों-परेशानी की कहानी सुनिए :
सौरभ कुमार की रिपोर्ट.
उपरोक्त खबर के छपने के बाद का असर देखें….
madan Tiwary
May 18, 2018 at 11:42 am
मतलब लड़की का एफ आई आर दर्ज हो चुका था इंदिरापुरम थाना में ? अगर ऐसा है तो एफआईआर पर तारीख होगी और वह कोर्ट में भेजा गया होगा, वैसे लड़की से जो लेटर इंदिरापुरम थाना की पुलिस ने लिखवाया है उससे पुलिज़ ही फसेंगी , पहले कहिए कि पता कर कौन से सेक्शन लगाया है , दूसरी बात जो खबर यहां पोस्टेड है ,उसके ही तर्ज पर पुनः:एक लिखित शिकायत भेजे महिला आयोग सहित उच्च पुलिज़ अधिकारियों के पास
Raghavendra Prakash Dubey
May 18, 2018 at 12:09 pm
ये गलत है , लड़की को इंसाफ मिलाना चाहिए। लड़के को सजा होनी चाहिए।