लखनऊ : समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने आज राज्यपाल श्री रामनाईक से भेंटकर उन्हें प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर ज्ञापन दिया। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि उत्तर प्रदेश अराजकता का शिकार हैं। लगातार जिस तरह की अपराधिक घटनाएं राजधानी लखनऊ और प्रदेश के अन्य जनपदों में हो रही है उससे लगता है उत्तर प्रदेश में सरकार नाम की कोई संस्था नहीं रह गई है।
ज्ञापन में लखनऊ जनपद में पड़ी ताबड़तोड़ डकैतियों और बच्चियों के साथ दुष्कर्म की तमाम वारदातों का जिक्र किया गया है और मांग की गई है कि लखनऊ में डकैतियों की सही रिपोर्ट दर्ज हो, कटौली गांव और सरावां के मृतक आश्रित परिवारों को 25-25 लाख रू0 की मदद दी जाए, बनियाखेड़ा और कटौली गांव के घरों में लूटपाट के पीड़ितों को 15-15 लाख रुपये की मदद दी जाए।
ज्ञापन में मांग की गई है कि निष्क्रिय पुलिस अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही हो तथा मृतक श्री अभिषेक यादव के पिता श्री हरीशंकर यादव ग्राम प्रधान एवं श्यामू रावत के परिवार की सुरक्षा के लिए एक-एक गनर निःशुल्क दिया जाए। प्रतिनिधिमंडल ने पत्रकारों पर हमले का मुद्दा भी उठाया। ज्ञापन में कहा गया कि राजधानी लखनऊ में पत्रकार नवल कान्त सिन्हा पर जानलेवा हमला हुआ और उन्हें बुरी तरह से घायल कर दिया गया। राज्यपाल से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में सर्वश्री अहमद हसन, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद, नरेश उत्तम पटेल, प्रदेश अध्यक्ष, राजेंद्र चैधरी, राष्ट्रीय सचिव तथा एसआरएस यादव, अरविन्द कुमार सिंह एवं शशांक यादव सभी एमएलसी शामिल थे।