आगरा की एसडीएम सदर श्याम लता के बिछाए जाल में सरकारी राशन के कालाबाजारी फंस ही गए. गरीबों में सस्ते रेट पर बांटने के लिए और स्कूल में बच्चों के मिडडे मील के लिए भेजे जाने वाले सरकारी राशन को किस तरह कालाबाजारी गायब कर देते हैं, इसका नमूना इस प्रकरण में देखने को मिला. वीडियो में सरकारी राशन की सैकड़ों बोरियों को साफ देखा जा सकता है जिस पर आरएफसी की मोहर लगी हुई है. आगरा की सदर एसडीएम श्यामलता को मुखबिर से सूचना मिली कि एक गाड़ी में सरकारी राशन की कालाबाजारी करके ले जाया जा रहा है.
एसडीएम सदर श्यामलता ने गाड़ी को पकड़ने की बजाय सरकारी राशन की कालाबाजारी करने वाले लोगों तक पहुंचने का मन बनाया. उन्होंने छुप कर गाड़ी का पीछा करना शुरू कर दिया. गाड़ी शमशाबाद क्षेत्र से अचानक गायब हो गई. लेकिन एसडीएम सदर श्यामलता की तेज नजर से वह गाड़ी बच न सकी. श्यामलता ने अपनी गाड़ी एक आटा मिल के गेट पर रुकवाई और दरवाजा खुलवाने को कहा. वह जानती थीं कि जिस गाड़ी का वह पीछा कर रहीं थीं, वह इसी मिल के अंदर चली गई है.
आटा मिल पर मौजूद कर्मचारियों ने अधिकारियों के कहने के बावजूद भी मिल का दरवाजा नहीं खोला. इसके बाद SDM श्यामलता ने मौके पर ही एसडीएम फतेहाबाद और पुलिस फोर्स को बुला लिया. प्रशासनिक अधिकारियों ने जब मिल का दरवाजा खुलवा कर अंदर देखा तो उन्हें भारी संख्या में सरकारी राशन की बोरियां मिलीं. जब काउंटिंग की गई तो 100 बोरियां बंद यानि सील पैक मिलीं. लगभग 125 बोरियों का अनाज खुला हुआ मिला. प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने शमशाबाद स्थित इस शकुंतला फ्लोर मिल को सीज कर दिया. एक युवा और खूबसूरत महिला अफसर द्वारा सरकारी राशन के कालाबाजारियों को फिल्मी अंदाज में पकड़े जाने की चर्चा स्थानीय लोगों के बीच हो रही है. देखें वीडियो…
आगरा से फरहान खान की रिपोर्ट.