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नई शैली का नया अखबार ‘सुबह सवेरे’ जल्द ही भोपाल से

अपनी तरह की नई शैली की पत्रकारिता वाले हिंदी अख़बार ‘सुबह सवेरे’ की भोपाल में री-लॉन्चिंग की तैयारी है। 2003 से भोपाल से प्रकाशित हो रहे इस अख़बार को अब जाने-माने पत्रकार उमेश त्रिवेदी अपने बैनर पर पाठकों के सामने ला रहे हैं। 

अपनी तरह की नई शैली की पत्रकारिता वाले हिंदी अख़बार ‘सुबह सवेरे’ की भोपाल में री-लॉन्चिंग की तैयारी है। 2003 से भोपाल से प्रकाशित हो रहे इस अख़बार को अब जाने-माने पत्रकार उमेश त्रिवेदी अपने बैनर पर पाठकों के सामने ला रहे हैं। 

करीब चार दशकों तक ‘नईदुनिया’ से जुड़े रहे और संपादक रहे त्रिवेदी अपने राजनीतिक लेखन और विशेष तरह की साक्षात्कार शैली के लिए लोकप्रिय रहे हैं। ‘सुबह सवेरे’ को भी वे नए रूप में प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहे हैं। सबसे बड़ा बदलाव अख़बार के मास्टहेड को लेकर किया जा रहा है, जो वर्टिकल है। संभवतः ‘सुबह सवेरे’ देश का पहला ऐसा दैनिक अखबार होगा जिसका मास्टहेड वर्टिकल है। कंटेंट को लेकर भी ख़ास रणनीति बनाई गई है। अखबार में राजनीतिक और प्रशासनिक ख़बरों को प्राथमिकता के साथ समीक्षा रूप में छापने का फैसला किया गया है। इस कारण इसे अन्य अखबारों से कुछ अलग श्रेणी में रखा जा सकता है। 12 पेज के ‘सुबह सवेरे’ का लक्ष्य ऐसे पाठकों की अखबारीय भूख की पूर्ति करना है, जो रोजमर्रा की ख़बरों से अलग कुछ नया पढ़ना चाहते हैं। यही कारण है कि ‘सुबह सवेरे’ को ‘ए डेली न्यूज़ मैगज़ीन’ टैग लाइन के साथ प्रकाशित किया जा रहा है। भोपाल के बाद इसे इंदौर और कुछ जिलों से भी प्रकाशित किए जाने की तैयारी है।  

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इस अखबार से जुड़ने वाले ज्यादातर लोग वहीं हैं, जो उमेश त्रिवेदी के साथ ‘नईदुनिया समूह’ में पहले काम कर चुके हैं। गिरीश उपाध्याय (नवदुनिया भोपाल के रेसीडेंट एडिटर), अजय बोकिल (नवदुनिया के एसोसिएट एडीटर), अरुण पटेल (नवदुनिया के पॉलिटिकल एडीटर), पंकज शुक्ला (नवदुनिया के सिटी एडीटर), हेमंत पाल (नईदुनिया इंदौर के एसोसिएट एडीटर) और भानू चौबे (नईदुनिया इंदौर के जॉइंट एडीटर) रहे हैं। ये सभी अब ‘सुबह सवेरे’ की टीम में शामिल हैं। जिलों के ज्यादातर संवाददाता भी नईदुनिया और नईदुनिया से जुड़े रहे पत्रकार हैं।  

‘सुबह सवेरे’ का स्वरूप और कंटेंट ही नया नही है, इसमें कॉलम लिखने वाले भी अपने क्षेत्र की दिग्गज हस्तियां हैं। ऐसे कुछ नाम ये है : सीताराम येचुरी (जनरल सेक्रेटरी, भाकपा-एम), केएन गोविंदाचार्य (विचारक), योगेन्द्र यादव (सामाजिक कार्यकर्त्ता), हर्ष मंदर (लेखक और सामाजिक कार्यकर्ता), ज्यां द्रेज़ (वरिष्ठ अर्थशास्त्री), अनुपम मिश्र (गांधीवादी पर्यावरणविद्), देविन्दर शर्मा (खाद्य और कृषि विशेषज्ञ), रिचर्ड महापात्र (संपादक-रिचर्ड महापात्र), अनु आनंद (वरिष्ठ पत्रकार-बीबीसी) के अलावा कॉलमिस्ट राजकुमार केसवानी, एनके सिंह, महेश श्रीवास्तव, दिनेश जुगरान, प्रकाश पुरोहित, डाॅ. प्रभु जोशी, चिन्मय मिश्र, बादल सरोज, राकेश दीवान, सचिन जैन भी ‘सुबह सवेरे’ के लिए नियमित लिखेंगे!

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0 Comments

  1. bhopali

    July 23, 2015 at 5:51 am

    नई शैली के नये अखबार की इस तरह की लांचिंग की उम्मीद भोपाली मीडिया को नहीं थी। कारण, नई दुनिया जैसे प्रतिष्ठित अखबार से जुड़े लोगों का नाम इससे जुड़ा होना। लेकिन सीएम हाउस में विमोचित हुये इस अखबार की ऐसी लांचिंग से मीडिया जगत हैरान है। मार्के की बात ये है कि अगर एक महीने पहले कांग्रेस द्वारा जारी की गई डीमेट घोटाले की सूची में सबसे ज्यादा एडमीशन्स की सूची जिस कॉलेज की है वो है इंदौर का अरविंदो कॉलेज। अरविंदो में सुबह सवेरे अखबार के दिग्गज मेंबरान की पार्टनरशिप है। निष्पक्ष माने जा रहे इस अखबार की निष्पक्षता पर प्रश्नचिन्ह लगना स्वभाविक है।

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