शीतल पी सिंह-
सुधीर चौधरी…. कोरोना ने इनको भी न छोड़ा। कोविड किसी का सगा नहीं है। जल्द स्वास्थ्य लाभ करें। इन्होंने खुद ट्वीट करके और पोस्ट करके बताया कि फेफड़े में कुछ धब्बे हैं जिनकी दवा चल रही है। स्थिति नियंत्रण में है।
डाक्टरों की सलाह पर हैं और अस्पताल में हैं, रामदेव जी के मशहूर प्रशंसकों में से एक हैं लेकिन अनुलोम विलोम पर निर्भर न होकर ऐलोपैथिक दवा पद्धति से इलाज करवा रहे हैं।
इनकी पत्रकारिता से 360 डिग्री की असहमति पर स्वास्थ्य लाभ की हृदय से कामना। स्वस्थ हों तब सत्य बोलें यही उम्मीद है!
सुधीर चौधरी ने बीस मई को खुद के कोविड पॉज़िटिव होने की जानकारी दी थी-
राजीव नयन बहुगुणा-
मेरे घर में टेलिविज़न नहीं है , न देखता हूँ । लेकिन जब किसी के घर जाता हूँ , तो मेज़बान को टीवी बन्द करने को भी नहीं कह सकता । इसी क्रम में इनकी झलक देखने और इन्हें किंचित सुनने का दुर्भाग्य एकाधिक बार प्राप्त हुआ ।
इन्हें मैंने ज़ोर शोर से बाबा जी की बूटी और कपाल भाती , अनुलोम विलोम की वक़ालत करते पाया । इनका सारांश यही था कि कैंसर , एड्स , कोढ़ , कोरोना आदि सभी असाध्य रोगों का इलाज़ बाबा जी की बूटी में है ।
अभी सोशल मीडिया पर देख रहा हूँ कि इन्हें कोरोना ने धर लिया है , और ये बाबा जी की बजाय एलोपैथी अस्पताल में भर्ती हैं।
मंगल हो । शीघ्र अंग्रेज़ी दवा खा कर स्वस्थ हों। अभी आपको लंबे समय तक बाबा जी का परचम फहराना है।
यशपाल सिंह-
अगर सुधीर चौधरी स्वस्थ होता तो रामदेव के पक्ष में न्यूज़ चलाकर इधर उधर के तर्क देकर एलोपैथी के खिलाफ रिसर्च ढूंढकर रामदेव के लिए सुरक्षा कबच तैयार कर चुका होता।
मगर रामदेव की इतनी हिम्मत नही कि एक बार ये कह दे कि भैया सुधीर चौधरी कुछ नही रखा इस एलोपैथी में, छोड़ो रेमडीसीवीर का मोह और आ जाओ आयुर्वेद की शरण मे में तुम्हे ठीक करूँगा। Get well soon सुधीर।
राजेश एन० अग्रवाल, जर्नलिस्ट
May 29, 2021 at 10:09 am
बाबा रामदेव की कोरोनिल का प्रचार प्रसार करने वाले चैनल के संपादक प्रवर सुधीर चौधरी जी के स्वास्थ्य लाभ की कामना के साथ उनके एलोपैथी इलाज कराने पर एक टिप्पणी करने से खुद को नहीं रोक पा रहा हूँ – गोस्वामी तुलसी दास ने सच ही लिखा था “पर उपदेश कुशल बहुतेरे”.
Verydiscreet
May 30, 2021 at 12:55 pm
रेमडीसीवीर नहीं राम देव शिविर … जैसा कि मेरे एक परम मित्र ने कहा