Connect with us

Hi, what are you looking for?

सुख-दुख

सुलभ की हत्या पर प्रेस काउंसिल ने DGP से रिपोर्ट तलब की, कई जिलों में पत्रकार आंदोलित

प्रतापगढ़ में एबीपी न्यूज के रिपोर्टर सुलभ श्रीवास्तव के मर्डर के प्रकरण में प्रेस काउंसिल आफ इंडिया ने यूपी के डीजीपी समेत कई अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है. प्रेस काउंसिल ने इस प्रकरण की रिपोर्ट्स मीडिया में देखने के बाद स्वत: संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी किया है. देखें संबंधित प्रेस रिलीज-

इस बीच सुलभ की हत्या के खिलाफ कई जिलों के पत्रकार आंदोलित हो गए हैं. अयोध्या के पत्रकारों ने सुलभ की हत्या के विरोध में ज्ञापन सौंपा. उच्च स्तरीय जांच, एक करोड़ की सहायता, सरकारी नौकरी, पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग की.

अयोध्या। पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की नृशंस हत्या से पत्रकारों में रोष व्याप्त है। सभी पत्रकार आक्रोशित हैं। शीघ्र घटना के अभियुक्तों की गिरफ्तारी न की गई तो निरंतर धरना प्रदर्शन किया जाएगा । उक्त विचार प्रतापगढ़ के न्यूज़ चैनल पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की हत्या के विरोध में शोक व्यक्त करते हुए उपजा जिला अध्यक्ष राजेन्द्र तिवारी ने व्यक्त किया।

पत्रकार सुलभ की कच्ची गृहस्थी है। उनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं जिनका रो रो कर बुरा हाल है। पत्रकार सुलभ निष्पक्ष एवं निर्भीक पत्रकारिता की पहचान थे। अपनी जान का खतरा होने की सूचना पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से भी किया था। गत 13 जून की घटना जिन परिस्थितियों में हुई है उसमे गहरी साजिश की आशंका है।

Advertisement. Scroll to continue reading.

शोक संवेदना व्यक्त करने के बाद प्रदेश अध्यक्ष रतन दीक्षित के निर्देशन में उपजा अयोध्या इकाई द्वारा चार बिंदुओं के संदर्भ में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा गया जिसमें सुलभ की मृत्यु की उच्च स्तरीय जांच कराने , परिवार को एक करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान करने और पत्रकार की पत्नी को सरकारी नौकरी देने एवं पत्रकार सुरक्षा कानून तत्काल लागू किए जाने की मांग की गई है। ज्ञापन अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को सौंपा गया। ज्ञापन सौंपते समय उपजा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जयप्रकाश गुप्ता उपाध्यक्ष राकेश वैद संगठन मंत्री रवि मौर्य मो तुफैल महानगर महामंत्री योगेश प्रताप सिंह राकेश तिवारी कमलेश पांडेय प्रमोद पांडेय साजिद प्रदीप श्रीवास्तव डी के तिवारी एन एन पांडेय मीसम खान आदि पत्रकार साथी मौजूद रहे।


प्रतापगढ़ में एबीपी गंगा न्यूज के संवाददाता सुलभ श्रीवास्तव की हत्या के खुलासे, दोषियों पर कड़ी कार्यवाही, घटना की जांच निष्पक्ष एजेंसी से कराने व परिवार की सुरक्षा तथा पचास लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने संबंधी ज्ञापन महोली (सीतापुर) तहसील के ऐपजा संगठन द्बारा उपजिलाधिकारी को सौंपा गया।

Advertisement. Scroll to continue reading.

औरैया के पत्रकारों ने भी सुलभ की मौत की सीबीआई जांच की मांग की है. साथ ही सुलभ की पत्नी को नौकरी व 50 लाख रुपए मुआवजा की मांग की.

औरैया । उत्तर प्रदेश के औरैया में जिला प्रेस क्लब के पदाधिकारी व सदस्यों ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में प्रतापगढ़ के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत के मामले की सीबीआई जांच कराने के साथ उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी व 50 लाख रुपए मुआवजा दिए जाने की मांग की है।

जिला प्रेस क्लब औरैया के संरक्षक सुरेश मिश्रा, अध्यक्ष सुनील गुप्ता व महामंत्री गौरव श्रीवास्तव समेत सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सम्बोधित एक पत्र जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा को सौंपकर जनपद प्रतापगढ़ के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की अज्ञात बदमाशों द्वारा की गयी निर्मम हत्या पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि श्रीवास्तव ने कुछ लोगों द्वारा अपनी हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए ए.डी.जी. जोन प्रयागराज को पत्र भेजा गया था, जिसे नजरंदाज कर दिया गया था। अब उनकी हत्या के बाद में स्थानीय पुलिस द्वारा हत्यारोपियों को बचाने के लिये बिना किसी जांच के उनकी मौत को दुर्घटना बता दिया गया। जिस कारण प्रतापगढ़ पुलिस पर निष्पक्ष जांच का भरोसा नहीं किया जा सकता है। ऐसे में हम सब उनकी हत्या किए जाने की सी.बी.आई जांच की मांग करते हैं। क्योंकि अपराधियों को सी.बी.आई. जांच से ही दण्ड दिलाया जा सकता है।

पत्र में कहा गया है मृतक पत्रकार परिवार में बच्चों के भरण पोषण के लिये सुलभ श्रीवास्तव ही एक मात्र सहारा थे और उनकी हत्या के बाद परिवार को पालने का संकट खड़ा हो गया है। अत: औरैया के पत्रकार आपसे (मुख्यमंत्री) हत्या की सीबीआई जांच कराने, मृत पत्रकार के परिजनों को 50 लाख रुपया मुआवजा एवं श्रीवास्तव की पत्नी को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग करते हैं। उक्त मांग करने वाले में प्रवेश चतुर्वेदी, सूर्य प्रकाश शर्मा, दीपेन्द्र सिंह, सौरभ त्रिपाठी, अरूण वाजपेई, रवि तिवारी, जाहिद खान, अमित चतुर्वेदी, राहुल तिवारी, दीपू गुप्ता, दिनेश सिंह कुशवाह आदि पत्रकार शामिल हैं।

Advertisement. Scroll to continue reading.

रायबरेली के पत्रकार संगठन ने की पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की मौत की सीबीआई जांच की मांग

रवींद्र सिंह

Advertisement. Scroll to continue reading.

रायबरेली। शराब माफियाओं के खिलाफ खबर चलाना एक पत्रकार को भारी पड़ गया और उसे इसका खामियाजा अपनी जान गवा कर चुकाना पड़ा। प्रतापगढ़ में हुई संदिग्ध परिस्थितियों में मौत की सीबीआई जांच , परिजनों को 50 लाख रुपए व पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग अखिल भारतीय पत्रकार संगठन ने उठाई है। मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से दिया गया है । साथ ही अन्य पत्रकारों की सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस निर्गत करने व आर्थिक सहायता के लिए कानून बनाने की मांग भी संगठन ने उठाई।

प्रतापगढ़ में एबीपी न्यूज़ के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला तूल पकड़ चुका है। जिसमें परिजनों के साथ-साथ अन्य लोग हत्या की बात कह रहे हैं । इसी परिप्रेक्ष्य में अखिल भारतीय पत्रकार संगठन ने दर्जनों पत्रकारों के साथ मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। एबीपीएस के संरक्षक आर पी सिंह ने सरकार से पत्रकारों की सुरक्षा की मांग उठाई । साथ ही पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव के परिजनों को आर्थिक सहायता की भी बात कही । वहीं अखिल भारतीय पत्रकार संगठन के अध्यक्ष डॉ पंकज सिंह ने कहा शराब माफियाओं के खिलाफ खबर चलाना पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव को महंगा पड़ गया।

सुलभ ने एडीजी प्रयागराज को पत्र लिखकर एक दिन पहले अनहोनी की आशंका जता दी थी और जान माल की रक्षा की गुहार भी लगाई थी लेकिन पुलिस की लापरवाही से एक पत्रकार की जान चली गई । मुख्यमंत्री से मांग की जाती है की दिवंगत पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव के परिजनों को 50 लाख रुपए व उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए। जिससे कि उनके बच्चों की पढ़ाई लिखाई व परिवार का भरण पोषण हो सके । साथ ही श्री सिंह ने कहा कि प्रदेश के अन्य पत्रकार भी अपनी जान जोखिम में डालकर पत्रकारिता करते हैं और जो सूचनाएं सरकार को उनके तंत्र द्वारा नहीं मिल पाती उसे अपनी लेखनी के माध्यम से सरकार व समाज तक पहुंचाने का भी काम करते हैं।

Advertisement. Scroll to continue reading.

ऐसे पत्रकारों की सुरक्षा के लिए मुख्यमंत्री जी तत्काल शस्त्र लाइसेंस निर्गत करने का आदेश करें । साथ ही पत्रकारों के पारिवारिक भरण पोषण के लिए आर्थिक सहायता का कानून भी बनाए । संगठन के मीडिया प्रभारी बबलू सिंह अंगारा ने पत्रकार के साथ हुई घटना की निंदा करते हुए परिवार को मुआवजा व उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी मुहैया कराने की अपील की है। इस अवसर पर रविंद्र सिंह, संजय सिंह, ओम शंकर शुक्ला, सुशील सिंह ,शिवा मौर्या ,आफताब खान, अनुज मौर्य, मनीष अवस्थी,, अजहर सिद्दीकी ,मोहम्मद कामिल, अरशद अली ,ज्ञान प्रकाश तिवारी, राकेश कुमार, विपिन कुमार ,आकाश, नीरज कुमार, हेमंत आदि पत्रकार उपस्थित रहे।

अखिल भारतीय पत्रकार संगठन ने जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन लेकर जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने आश्वस्त किया कि मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन आज ही वहां तक भिजवा दिया जाएगा ।उनके स्तर से जो भी मदद संभव है वह की जाएगी । प्रशासन पत्रकारों के मदद के लिए सदैव तैयार है।

Advertisement. Scroll to continue reading.

पत्रकारों पर हमले और फर्जी मुकदमों से पत्रकारों में आक्रोश
सीतापुर मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोशियेशन व सीतापुर पत्रकार संघ ने दिया ज्ञापन

सीतापुर। सीतापुर में आज बड़ी तादाद में पत्रकारों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक ज्ञापन एसपी सीतापुर को सौंपा। जिसमे पत्रकारों ने प्रतापगढ़ के एबीपी पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव के हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई, मान्यता प्राप्त पत्रकार सुधांशु पुरी के हमलावरों के खिलाफ़ गैंगस्टर, गुंडा एक्ट की कार्यवाही व मान्यता प्राप्त पत्रकार अशोक यादव पर दर्ज हुए फर्जी मुकदमे की तत्काल वापसी जैसे मुद्दे उठाए।

दरअसल दो दिन पूर्व जनपद प्रतापगढ़ में एबीपी चैनल के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की संदिग्ध हालातों में हत्या हो गयी थी। पत्रकार सुलभ ने एक दिन पहले ही एडीजी प्रयागराज से सुरक्षा की मांग की थी और अपनी जान का खतरा बताया था। लिहाजा सीतापुर के पत्रकारों ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की। वहीं सीतापुर के खैराबाद थाना क्षेत्र में एक वर्ष पूर्व सीतापुर के मान्यता प्राप्त पत्रकार सुधांशु पुरी पर हमला करने के मामले भी एसपी सीतापुर आरपी सिंह के समक्ष रखा। पत्रकारों ने कहा कि उन बदमाशों में से सीतापुर पुलिस ने एक अपराधी नफीस पर गैंगस्टर और 14(1) की कार्यवाही की है। वहीं इस हमले में क्राइम ब्रांच की जांच में आये उसके अन्य साथी मोहम्मद नासिर निवासी बिजौरा, मोहम्मद शकील निवासी बिजौरा, मोहित शुक्ला निवासी केशव ग्रीन सिटी, लक्ष्मणपुर व मुजीब उर्फ बल्लू निवासी उबरी सभी निवासी थाना रामकोट के खिलाफ भी गैंगस्टर, गुंडा एक्ट की सख्त कार्यवाही कर सभी को जेल भेजे जाने की मांग की।
साथ ही पत्रकारिता से द्वेष भावना के तहत सीओ सिटी पीयूष कुमार द्वारा सीतापुर के मान्यता प्राप्त पत्रकार अशोक यादव के खिलाफ बिना अपराध किये ही गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखवाया गया है। जबकि बीते दिनों हुए गंगापुर गांव में पंचायत चुनाव के बाद के विवाद के बाद पत्रकार अशोक यादव को जान का खतरा बना हुआ है। इस मामले में भी पत्रकारों ने आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी हाजी रिज़वान व उसके सहयोगियों की पुलिस मदद कर रही है और पत्रकार के खिलाफ बड़ी साजिश रच रही है। लिहाजा इस द्वेष भावना के ग्रसित इस एफआईआर को तत्काल वापस लिए जाने की मांग पत्रकारों ने की। मुख्यमंत्री को प्रेषित इस ज्ञापन की प्रतिलिपि अपर मुख्य सचिव गृह यूपी, डीजीपी उत्तर प्रदेश, आईजी रेंज लखनऊ, जिलाधिकारी सीतापुर को भी भेजी गई है। इस दौरान पत्रकारों में अशोक कुमार यादव, हिमांशु पुरी, वेद मिश्रा, अरविंद मिश्रा, महेंद्र अग्रवाल, डीके शास्त्री, अनिल विश्वकर्मा, आनंद तिवारी, शहनवाज, अनुपम सिंह, गौरव शर्मा, पंकज कश्यप, अभिषेक श्रीवास्तव, आशीष निषाद, बसंत मिश्र , आशीष श्रीवास्तव, वीरेंद्र तिवारी, मोहम्मद मेराज, शिवेंद्र गुप्ता, अबरार, अंकित दीक्षित, जगमोहन मिश्रा, अंकुर सिंह,राहुल मिश्र सहित अन्य बड़ी तादाद में पत्रकार मौजूद रहे।

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement