कानपुर यूनिट में सूरज शुक्ला बने चीफ रिपोर्टर
पूरी जिंदगी अमर उजाला को देने वाले सब एडिटर और सीनियर सब एडिटर को नहीं मिला प्रमोशन
कानपुर। बीते दिनों अमर उजाला के कई संस्करणों से रिपोर्टरों ने भास्कर ग्रुप की ओर रुख किया है। ऐसे में अपने रिपोर्टरों को रोकने के लिए अमर उजाला ने प्रमोशन स्कीम लांच कर दी है।
इस स्कीम के तहत कानपुर यूनिट में सीनियर करेस्पांडेंट सूरज शुक्ला को प्रमोट करके चीफ रिपोर्टर बना दिया गया है। सूरज के चीफ रिपोर्टर बनने से अमर उजाला में अपना पूरा जीवन न्योछावर करने वाले सब एडिटर और सीनियर सब एडिटर पद के कई लोगों में रोष व्याप्त है।
बीते दिनों बताया गया है कि सूरज को भास्कर ने विशेष संवाददाता के पद पर 50 हजार वेतन के साथ नौकरी आफर की है। वहीं दूसरी तरफ लोगों का कहना है कि खासमखास लोगों को ही प्रमोशन दिया जा रहा है, वह भी बिना टेस्ट, बिना अप्रेजल लेटर और बिना ट्रांसफर जैसी कोई कार्यवाही किए।
कोरोना की दूसरे लहर में जूनियर सब एडिटर और संवाद के रिपोर्टरों ने ही फील्ड में उतर कर काम किया। सबको नजरअंदाज करते हुए इनको प्रमोशन देना पच नहीं रहा है।
उल्लेखनीय है कि अमर उजाला कानपुर यूनिट में रोज छंटनी की लिस्ट तैयार होती है। कहा जाता है कि रिपोर्टर का काम देखा जाएगा। सभी को अपनी उपयोगिता दर्ज करानी है। लेकिन सूरज शुक्ला पर इस तरह का कोई भी दिशा निर्देश लागू नहीं होता।
बताते चलें सूरज 2 वर्ष पहले सीनियर रिपोर्टर के पद पर अमर उजाला आए थे और क्राइम इंचार्ज की जिम्मेदारी निभा रहे थे।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.