नोएडा के सेक्टर बीस थाने से सूचना मिल रही है कि सूर्या समाचार चैनल के आईटी हेड अमिताभ भट्टाचार्या और वीडियो एडिटर सुनील सिंह के खिलाफ जान से मारने की धमकी, यौन उत्पीड़न समेत कई धाराओं में मुकदमा लिख लिया गया है. इसी चैनल में काम करने वाली एक महिला पत्रकार ने मध्य सितंबर में ही अपने साथ हुई हरकत की लिखित शिकायत थाने में कर दी थी लेकिन कई दबावों के चलते सेक्टर बीस थाने की पुलिस एफआईआर दर्ज करने को टालती रही.
पीड़िता ने जब विस्तार से सारी जानकारी और दस्तावेज भड़ास के पास सौंपा तो भड़ास में खबर छपते ही पूरा सिस्टम सक्रिय हो गया. सोशल मीडिया में भी यह घटनाक्रम वायरल होने लगा. आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग होने लगी.
लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने भी इस घटनाक्रम का संज्ञान लिया और फौरन फोन कर पीड़िता से बात की. नोएडा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. अजयपाल शर्मा तक भी यह प्रकरण पहुंचा. एसएसपी ने मामला अपने संज्ञान में आते ही तुरंत सेक्टर बीस थाने के इंचार्ज को फोन कर फटकार लगाई और मुकदमा लिखने का निर्देश दिया.
चारों तरफ से दबाव पड़ने के बाद नोएडा के सेक्टर बीस थाने में हड़कंप मच गया. कल तक जिस पीड़िता से इस थाने के पुलिस वाले सीधे मुंह बात नहीं करते थे, वे उसे ‘बहन बहन’ कह कर बुलाने लगे. पीड़ित महिला पत्रकार को ससम्मान थाने बुलवाया गया और एफआईआर लिखने के बाद उसकी एक कॉपी पीड़िता को हैंडओवर कर दिया गया.
इस बाबत पीड़िता का भड़ास4मीडिया से कहना है कि सूर्या समाचार में एक संगठित गिरोह लड़कियों का उत्पीड़न-शोषण करता है. इसमें शीर्ष तक के लोग शामिल हैं. ज्यादातर लड़कियां चुप लगा जाती हैं. परंतु जब उसके साथ यौन दुर्व्यहार के साथ साथ मारपीट भी की गई तो उसने इसकी शिकायत प्रबंधन से की. प्रबंधन ने बजाय आरोपियों के दंडित करने के, शिकायतकर्ता को ही नौकरी से निकाल दिया. पीड़िता ने कहा कि वह यह लड़ाई अपने अंजाम तक ले जाएगी ताकि मीडिया के इन भेड़ियों को आगे से किसी लड़की के साथ बदतमीजी करने से पहले सौ बार सोचने को मजबूर होना पड़े.
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