अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के यूनियन हॉल में मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगी हुई है. बीजेपी सांसद सतीश कुमार गौतम ने चिट्ठी लिखकर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर से तस्वीर यूनियन हॉल से हटाने की मांग की थी. पिछले पांच दिन से यूनिवर्सिटी कैंपस में तनाव का माहौल है. ऐसे में राष्ट्रीय मीडिया के लोग भी AMU कैंपस के आसपास डेरा जमाए हुए हैं. लेकिन कुछ अराजक तत्व मीडिया को निशाना बनाने से बाज नहीं आ रहे. कवरेज करने गए कई पत्रकारों के साथ बदसलूकी और मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं.
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की तस्वीर पर खड़े हुए विवाद की जमीनी कवरेज करने गए वरिष्ठ पत्रकार सयदैन जैदी को छात्रों के एक गुट ने अपना निशाना बनाया. उग्र छात्रों के गुट ने वरिष्ठ पत्रकार सयदैन जैदी के साथ न सिर्फ बदसलूकी की बल्कि मारपीट करते हुए उनका ऑडियो बूम माइक और अन्य सामान छीन लिया. जैदी को शरीर में कई जगह चोटे आई हैं.
फेसबुक पर सयदैन जैदी ने एक वीडियो शेयर किया है जिसमें अपना टूटा हुआ चश्मा और शरीर पर आई चोटे दिखाते हुए घटनाक्रम को बयान कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि AMU के एक सीनियर स्टाफ के साथ वह खबर से संबंधित बाइट लेने यूनिवर्सिटी के पीआरओ से मिलने जा रहे थे तभी नारेबाजी कर रहे छात्रों के एक गुट को देखकर उन्होंने अपने मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया.
इसका कुछ छात्रों ने विरोध किया. छात्रों का विरोध देखते हुए उन्होंने अपना मोबाइल अंदर रख भी लिया था लेकिन अचानक कुछ उग्र छात्रों की भीड़ आई और उनके ऊपर हमला कर दिया. सयदैन जैदी खुद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र रहे हैं जिसका हवाला भी उन्होंने उग्र छात्रों को देने की कोशिश की लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई.
सयदैन जैदी ने बताया कि मारपीट कर रहे गुट का मकसद सिर्फ पत्रकार को पीटना था लिहाजा उनकी कोई बात सुने बिना ताबड़तोड़ हाथापाई की गई. किसी तरह वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने मारपीट कर रहे छात्रों से उन्हे बचाया. इस हमले में सयदैन जैदी के सहयोगी को भी बुरी तरह पीटा गया और उनका ऑडियो बूम माइक समेत अन्य सामान छीन लिया गया जो उन्हे शाम तक नहीं मिला था.
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