एंकर तनु शर्मा के सुसाइड नोट में रितु धवन, अनीता शर्मा और प्रसाद का नाम लिखा है. अनीता शर्मा इंडिया टीवी की संपादकीय टीम में हैं. रितु धवन चैनल की मालकिन हैं यानि रजत शर्मा की पत्नी हैं. प्रसाद इंडिया टीवी में एडमिन वगैरह का काम देखता है और रितु धवन का खास है. प्रसाद को रितु धवन ने एंकरों की ड्यूटी लगाने का भी काम दे रखा है.
यानि प्रसाद जो नान एडिटोरियल का है, वह एडिटोरियल टीम की सदस्य महिला एंकरों की ड्यूटी लगाने का काम करता है. इस उलटबांसी से जाहिर है कि प्रसाद एंकरों का शोषण भी करता होगा और उनके साथ अनाप-शनाप व्यवहार भी करता होगा. तनु शर्मा ने सुसाइड नोट में प्रसाद का नाम सबसे पहले लिखा है. इससे समझ में आता है कि तनु को यह प्रसाद काफी परेशान करता होगा. पूरी सच्चाई क्या है, यह तनु खुद बताएंगी क्योंकि अच्छी बात ये है कि वो बच गई हैं.
जानकारी के मुताबिक तनु ने इंडिया टीवी आफिस के अंदर सुसाइड की कोशिश की. उन्होंने कोई दवा खा ली. पहले तो लोगों ने उनकी सुसाइड की धमकी को हलके में लिया. बाद में जब उन्हें चैनल गेट पर खून की उल्टियां होने लगी तो गार्डों ने अंदर वरिष्ठों को खबर की. इसके बाद तो चैनल में हड़कंप मच गया. तनु को तुरंत कैलाश अस्पताल ले जाया गया. वहां उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है. उम्मीद करते हैं कि तनु जल्द स्वस्थ होकर लौटेंगी और पूरा सच सामने लाएंगी.
चैनलों में लड़कियों के शोषण की घटनाओं का एक पूरा सिलसिला है जिस पर अक्सर चुप्पी, करियर, खौफ की चादर चढ़ी रहती हैं. कुछ ही बहादुर लड़कियां होती हैं जो साहस के साथ सामने आकर शोषण करने वालों के चेहरों की सार्वजनिक शिनाख्त कराती हैं. पर तनु ने सुसाइड की कोशिश करके लड़कियों के संघर्ष को झटका दिया है. उन्हें खुद मरने की जगह शोषण करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाने की कोशिश करनी चाहिए थी. पर, तनु बच गई हैं और आगे वह संघर्ष का रास्ता अपनाकर अपने शोषणकर्ताओं से भिड़ेंगी, उन्हें उनकी औकात बताएंगी. यह कामना करते हैं.
उपर तनु शर्मा के एक हालिया एफबी स्टेटस का स्क्रीनशाट है. इससे पता चलता है कि तनु चैनल की अंदरुनी राजनीति और प्रताड़ना से काफी परेशान चल रही थीं. वह इसका इजहार अपने वरिष्ठों और अपने एफबी फ्रेंड्स को भी कर चुकी थीं. पर आजकल के भागमभाग भरे माहौल में कहां किसी के फुर्सत है कि वह दूसरों के दुख कष्ट को ठहरकर सुने और उसे सांत्वना, सपोर्ट देकर सकारात्मक रास्ते पर ले आए.
sanjay singh chauhan
June 26, 2014 at 1:17 am
ye bade dukh ki bat hai ki kisi ko etna paresan kiya jaye ki vo dukhi ho kar apni hatya karne ki kosis kare vo dand ke bhagidar hai jo log apne hi karm chariyo ko paresan kare
JKC
July 1, 2014 at 5:23 pm
As long as the Indian parliament and the state assemblies are not cleaned, the system will remain rotten: No independent police investigating agency + No upright judges who may not give Tareekh Pe Tareekh but give speedy and fair trial and quick verdict within weeks; so long India will remain one of the most corrupt and the poorest countries of the world.
santosh singh
December 8, 2014 at 2:45 pm
ek aurat dusri aurat ki hamesh dushman hoti hai……….. dusri bat bahut khubsurti jan ka dushman hota hai.