दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि आवाजों को दबाना जनतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. केजरीवाल ने कार्टूनिस्ट इरफान द्वारा लांच किए गए कार्टून पत्रिका ‘तीखी मिर्च’ का विमोचन करते हुए कहा कि आजकल जो माहौल है, ऐसे में पत्रकारों के लिए स्वतंत्र रूप से कार्य करना मुश्किल होता जा रहा है. ऐसे में कुछ कार्टूनिस्ट हैं जो अभी भी अपने कार्टूनों के जरिए इस स्वतंत्रता को जीवित रखे हुए हैं. कार्टून पत्रिका तीखी मिर्च के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसी आवाजों को आवाज देना हम सबकी जिम्मेदारी है. तभी यह जनतंत्र बचा रहेगा.
कार्यक्रम में आए जाने-माने अभिनेता पीयूष मिश्रा ने कहा कि वे ऐसे मुद्दों को इसलिए अपना समर्थन दे रहे हैं ताकि जिंदगी में एक दिन भी ढंग से जीवित रह सकें. उन्होंने एफटीटीआई मसले से जुड़ी बातों को भी यहां साझा किया. तीखी मिर्च दिल्ली से प्रकाशित एक द्विभाषी मासिक कार्टून पत्रिका है, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर देश-विदेश के प्रमुख कार्टूनों को स्थान दिया गया है. पत्रिका की संपादक आरती जैन ने कहा कि शंकर वीकली के बाद से देश में कार्टून पत्रिकाओं की कमी महसूस की जा रही थी. क्षेत्रीय स्तर पर कुछ पत्रिकाएं प्रकाशित होती रही हैं लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर यह कमी बरकरार थी और यह पत्रिका उसी स्थान को भरने का काम करेगी. इस अवसर पर कार्टूनिस्ट इरफान ने कहा कि वर्तमान में राजनीतिक तौर पर दबाव बढ़ा है और इसलिए राजनीतिक कार्टून की परंपरा खत्म हो रही है. इस पत्रिका के जरिए उनका यह प्रयास रहेगा कि वे राजनीतिक कार्टूनों को उनका उचित महत्व दिलवाएं.
ajay ashk
September 12, 2015 at 5:26 pm
MERI SUBHKAMNAYEY , PATRIKA NIYMIT RAHEY AUR DHARDAAR RAHEY MERI SUBHKAMANAYEY