सेवा में,
यशवन्त सिंह जी
सम्पादक,
भड़ास4मीडिया,
नई दिल्ली।
विषय- एक पत्रकार के ऊपर हिन्दू विरोधी होने का मिथ्या आरोप लगाकर कतिपय पाखण्डी हिन्दू लोगों द्वारा पत्रकार का मानसिक एवं शारीरिक उत्पीड़न करने के सम्बन्ध में।
महोदय,
निवेदन है कि प्रार्थी सुरेन्द्र कुमार सिंगल पुत्र स्व. बलवन्त राय सिंगल, मकान नम्बर 101, वार्ड नम्बर 18, निकट शिव मंदिर, नई कालोनी, थाना कोतवाली, जिला देवरिया, का रहने वाला है। प्रार्थी राष्ट्रीय समाचार पर श्री टाईम्स का पत्रकार है तथा सिविल लाइन रोड देवरिया में उसकी पंजाब स्टील टयूब नाम की एक दुकान भी है। प्रार्थी का मूल पैतृक निवास पंजाब रहा है। देवरिया (उत्तर प्रदेश) में जिस मकान में प्रार्थी रहता हैं उसका निर्माण प्रार्थी के पिता स्व. बलवन्त राय सिंगल पुत्र स्व. टेलु राम सिंगल ने करीब 45 वर्ष पूर्व सन 1971 में नगर पालिका परिषद देवरिया द्वारा पारित नक्शे के अनुरूप नियमानुसार कराया था।
प्रार्थी के मकान के उत्तर में सटा हुआ शिव मंदिर है जिसका तथाकथित पुजारी बिना किसी समिति या ट्रस्ट के ही मंदिर पर अवैध कब्जा किये हुए है। पुजारी का प्रार्थी के मकान की उत्तरी दीवाल में स्थित जंगले (खिड़की) के पास जान बूझ कर प्रार्थी को मानसिक रूप से हैरान व परेशान करने के लिए हिन्दु मृतक की आत्माओं की शान्ति हेतु किए गए कर्म काण्ड के दौरान छोड़े गए अपशिष्ट पदार्थ उदाहरणार्थ मिट्टी के बर्तन आदि रखवा देता है। प्रार्थी के विरोध करने पर मंदिर का तथाकथित पुजारी तथा उसके सहयोगी प्रार्थी का जंगला बन्द करने की धमकी देते है।
इसी क्रम में दिनांक 20 जुलाई 2014 को मंदिर के पुजारी तथा उसके सहयोगियों ने प्रार्थी के जंगले को बन्द करने हेतु पक्की दीवार बनवाना प्रारम्भ कर दिया। दीवार बनने से प्रार्थी का वायु-प्रकाश का आवागमन पूर्णतया अवरूद्ध हो जाएगा। जबकि नगर पालिका परिषद देवरिया द्वारा पारित नक्शे में प्रार्थी के उत्तरी दीवाल में नक्शे में जंगला खिड़की स्पष्ट दृष्टिगोचर और विधिनुसार मास्टर प्लान से पारित है। प्रार्थी द्वारा दीवार बनाने से मना करने पर पर मंदिर के पुजारी तथा उसके सहयोगियों ने प्रार्थी के साथ मार-पीट एवं बलवा किया और जान माल की धमकी दी। जिस सम्बन्ध में प्रार्थी ने दिनांक 21 जुलाई 2014 को जिलाधिकारी महोदय देवरिया को प्रार्थना पत्र दिया। जिस पर जिलाधिकारी महोदय देवरिया द्वारा समुचित विधिक आदेश पारित किया गया। जिसके अनुपालन में कोतवाली थाने की पुलिस ने 26 जुलाई 2014 को मौके पर जाकर निर्माण कार्य रूकवा दिया।
जिलाधिकारी महोदय देवरिया के उक्त आदेश के विरोध में दिनांक 27 जुलाई 2014 को तथाकथित पुजारी तथा उसके समर्थकों ने आक्रोशित होकर प्रार्थी के आवास का घेराव किया तथा प्रार्थी को मां-बहन की भद्दी-भद्दी गालियां दी तथा घर से निकलने पर हत्या करने की धमकी दी। जिसकी सूचना प्रार्थी ने तत्काल स्थानीय पुलिस तथा परगनाधिकारी (सदर) श्री गिरजेश कुमार चैधरी को दी। सायं करीब तीन बजे एसडीएम सदर श्री चैधरी तथा थाने के दो कान्सटेबिलों के साथ सब इन्सपेक्टर श्री सुन्दर प्रसाद मौके पर आए। लेकिन मार-पीट और बल्वे पर आमादा अराजक तत्वों की भीड़ को देखते हुए मौके पर बिना समुचित एवं वैधानिक कार्यवाही किए ही भाग खड़े हुए।
यहां तक कि परगनाधिकारी सदर श्री गिरजेश कुमार चैधरी ने जिलाधिकारी महोदय के आदेश पालन भी नहीं कराया। उन्होनें जिलाधिकारी महोदय के आदेश के अनुपालन के क्रम में मंदिर के पुजारी से मंदिर के जमीन के स्वामित्व एवं नगर पालिका से पारित नक्शे की मांग भी नहीं की। जबकि जिलाधिकारी महोदय का दिनांक 21 जुलाई 2014 का स्पष्ट आदेश है कि “श्री सुरेन्द्र कुमार सिंगल का जंगला एवं वायु प्रकाश का आवागमन अवरूद्ध हो रहा है तो निर्माण कार्य रूकवा दे एवं निर्माण कर्ताओं से भू स्वामित्व व नक्शे का अभिलेख तलब करे।” मौके पर तथाकथित मंदिर के पुजारी तथा उसके सहयोगी जो पूर्णतः असमाजिक तत्व हैं, ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उत्पात भी मचाया।
इस प्रकार सीधे साधे शान्ति प्रिय नागरिक और एक पत्रकार का शारीरिक एवं मानसिक उत्पीड़न मंदिर के पुजारी और तथाकथित पाखण्डी एवं हिन्दू आतंकवादी टाईप के लोगों द्वारा धर्म के नाम पर किया जा रहा है। मंदिर निर्माण कार्य को रोकने के झूठे आरोपों के आधार पर माहौल को बिगाड़ने का प्रयास भी किया जा रहा है। हांलाकि प्रार्थी प्रतिदिन मंदिर में जाकर पूजा पाठ अर्चन करते हैं तथा समय-समय पर उन्होने मंदिर के विकास एवं उसके निर्माण में आर्थिक सहयोग भी दिया किया है। लेकिन कुछ पाखण्डी लोग प्रार्थी को हिन्दू नहीं मानते है और मंदिर विरोधी होने का मिथ्या आरोप लगाकर उनके जान-माल के लिए भारी खतरे का सबब बने हुए है।
प्रार्थी के साथ कभी भी कोई अनिष्ट अथवा हादसा हो सकता है। यदि शासन या प्रशासन ने उक्त मामले में प्रार्थी को न्याय नहीं दिलाया तो प्रार्थी अपना मकान बेच देगा तथा धर्म परिवर्तन करने के लिए विवश हो जाएगा। अतः निवेदन है कि प्रार्थी व उसके परिवार को समुचित सुरक्षा प्रदान करने में प्रार्थी का हर सम्भव सहयोग करने की कृपा करें।
प्रार्थी जीवन भर आपका आभारी रहेगा।
प्रार्थी –
सुरेन्द्र कुमार सिंगल
जिलाधिकारी को दिया प्रार्थना पत्र
शमीम इकबाल
August 7, 2014 at 6:52 am
संघटित हो लोगो को परेशानकिया जाता है /इस तरह के मामले में प्रशासन मूक दर्सक बन जाता है /
ek patrakar
August 11, 2014 at 2:39 pm
deoria me patrkaron me unity nahi hai yadi yahi mamla hamare gorakhpur ka hota to mandir ke nam par gundai karnewalo ko unki aukat bata dete.. deoria ke patrkaron ab bhi neend se jago.
ek chota patrakar