अम्बिकापुर : दीवाली के मौके पर शहर के नेताओं और रसूखदारों को पुलिस द्वारा कथित रूप से दिए जाने वाले दिवाली गिफ्ट की फोटो सहित खबर चलाने वाले एक पत्रकार को पुलिस ने नोटिस भेजकर वैधानिक कार्यवाही की धमकी दी है। मामला अम्बिकापुर कोतवाली पुलिस का है।
दिवाली के समय थाने के भीतर रखे गए पटाखे और मिठाई के बड़े बड़े डब्बों व पैकेटों की फोटो खींचकर जिले के एक वेब न्यूज़ के पत्रकार ने खबर चला दी थी कि ”थाने के अंदर रखी गई मिठाईयों की पेटियां और पटाखा के डब्बे शहर के नेताओं और रसूखदारों को उपहार देने के लिए है”।
पत्रकार ने खबर में थाने और थाने के बाहर खड़ी गाड़ियों में उपहार के डिब्बों की फोटो भी छाप दी। इस खबर के प्रकाशन के बाद थाना अम्बिकापुर ने पत्रकार जितेंद्र जायसवाल को एक कानूनी नोटिस जारी कर 3 दिनों के भीतर जवाब मांगा है और जवाब नहीं देने पर वैधानिक कार्यवाही की धमकी दी है।
सूत्र बताते हैं कि हर वर्ष की तरह इस बार भी अम्बिकापुर के पटाखा व्यवसायियों से पटाखा और पैसे लेने के बदले पुलिस ने गिफ़्ट पैक मंगाए थे और देखते ही देखते थानों में ऐसे सैकड़ों हजारों पैकेट व्यवसाइयों द्वारा पहुंचा दिए गए। बाद में इन्हीं पैकेट को उपहार स्वरूप पुलिस ने कतिपय नेताओं और आलाधिकारियों के साथ कथित पत्रकारों को बांटा है।
पुलिस से ये सवाल जरूर पूछा जाएगा कि ऐसे थोक के भाव ये पैकेट कहाँ से आये। पर यहां तो सवाल करने वाले पत्रकार से ही सवाल कर वैधानिक कार्यवाही की धमकी दी जाती है जो पुलिसिया आतंकवाद /प्रशासनिक आतंकवाद को दर्शाता है।