‘दि राइजिंग न्यूज़’ पोर्टल की कानपुर में शुरुवात 1 मई को हुई। इस दौरान रिपोर्टर और कैमेरमैन रखे गए। 1 जून तक सब अच्छा चल रहा था क्योंकि इस बीच किसी ने पैसे राइजिंग न्यूज़ के मालिक परितोष मिश्रा से नहीं मांगे। कल अचानक सभी को एक मेल भेजी गई जिसमें लिखा था कि कल से पोर्टल बंद हो रहा है, आज सभी लोग 11 बजे आकर अपने पैसे ले लें। इसके बाद सुबह सभी एम्प्लोयी ऑफिस पहुंचे।
लेकिन परितोष की नीयत पहले से सही नहीं थी। उन्होंने जानबूझ कर असलहाधारी हिस्ट्रीशीटर बुलवा रखे थे जिन्होंने महिला पत्रकारों से बदतमीजी और धक्का मुक्की भी की। इस दौरान 100 नंबर डायल करके पुलिस बुलाई गई। यूनिवर्सिटी चौकी इंचार्ज जनार्दन यादव मौके पर पहुंचे जिनकी बंद कमरे में परितोष मिश्र से 30 मिनट तक बातचीत चली। इसके बाद फिर से महिला एम्प्लायी को ऑफिस बुलाया गया। वहां पर पहले से मौजूद चौकी इंचार्ज से बदतमीजी से बात की गई।
लेकिन मामला तब तक एसएसपी ऑफिस तक एवं अन्य पत्रकारों तक पहुँच गया था। इसके बाद मौके पर कल्यानपुर इन्सपेक्टर पहुंचे तब जाकर मामला शांत हुआ। इस बीच पत्रकारों से लेकर पुलिस अधिकारियों तक को जमकर सड़क पर ही गालियाँ दी गई। पुलिस अधिकारियों को अभद्र गालियाँ दी गई। साथ ही पत्रकारों को “रंडी और कुत्ते” बोला गया।
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https://www.youtube.com/watch?v=ETwwmeRfnnE
कानपुर से युवा पत्रकार Shivendra Singh Baghel द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
मूल खबर…
Sagar Kanojia
June 9, 2016 at 9:48 am
pulicity stunt