एक टीवी पत्रकार ने फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में कदम रख दिया है। काफी समय से पत्रकारिता में रमे रहे दिलीप सिंह अब फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में उतर रहे हैं। दिलीप सिंह हमार टीवी समेत कई चैनलों में वरिष्ठ पदों पर रहे हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि वे एक फिल्म के जरिये धर्म संसद में पिछले दिनों हुए विवाद का सार्थक समाधान लायेंगे। मीडियम बजट की यह फिल्म एक लव-स्टोरी होगी जिसमें दिखाया जायेगा कि प्यार और भक्ति दोनों संप्रदायवाद और समुदाय की भावना से उपर की चीजें हैं। दिलीप सिंह कई टीवी चैनलों में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं और कई बड़ी फिल्मों के निर्देशन से भी जुड़े रह चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में आयोजित धर्म संसद में साई को भगवान, संत और गुरु नहीं मानने के बाद साईं-पूजन का मामला और गहरा हो गया है, लेकिन दिल्ली के एक फिल्म निर्माता इस समस्या का समाधान एक फिल्म के जरिये लाने वाले हैं। फिल्म का नाम “तू ही रे” रखा गया है। गौरतलब है कि काशी विद्वत परिषद के संरक्षक शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने परिषद के निर्णय पर अंतिम मुहर लगाते हुए हिन्दू मंदिरों में साई की पूजा बंद करने का फरमान जारी किया है। प्रस्ताव के मुताबिक भविष्य में साई के नाम से कोई मंदिर नहीं बनाया जाएगा। इससे पहले धर्म संसद में आए प्रस्तावों पर काशी विद्वत परिषद ने फैसला सुनाया।
परिषद ने कहा कि साई को भगवान कहना शास्त्र और वेद सम्मत नहीं है। इसलिए उनको भगवान, गुरु और संत नहीं माना जा सकता। परिषद ने स्पष्ट किया कि दो दिन के मंथन के बाद साई किसी भी कसौटी पर भगवान सिद्ध नहीं हुए हैं। निरंजन अखाड़े के नरेंद्र गिरी ने कहा कि अगर तमाम मंदिरों से साई की मूर्तियों को नहीं हटाया गया तो मंदिरों से साई की मूर्तियों को हटाकर नदियों में विसर्जित किया जाएगा।
फिल्म की पटकथा इसके निर्माता विजय वर्मा की है जो एक टीवी ब्रॉडकास्टर भी हैं और उन्हें ज्वैलरी शो में महारत हासिल है। श्री वर्मा का मानना है कि साईं बाबा और देवी-देवताओं के नामों को विवादों में घेरने की बजाय उन्हें अपनी-अपनी श्रद्धा का विषय रहने दिया जाये तो समाज में प्रेम बढ़ेगा। साईं बाबा हिन्दू थे या मुसलमान यह विवाद बेमानी है। फिल्म का मुर्हुत 14 सितम्बर को बड़े फिल्मी हस्तियों के बीच दिल्ली के प्रगति मैदान से शुरू होगा।
मनीष सिंह
September 10, 2014 at 12:34 pm
बहुत दिनों बाद धीरज सर द्वारा लिखी अच्छी हिंदी पढ़ने को मिली। सालों पुरानी यादें ताजा हो गईं । नई-नई विधाओं में हाथ आजमाना आपकी खासियत रही है । दिलीप जी को शुभकामनाएं ।
Vikash Singh
September 10, 2014 at 5:03 pm
Dilip jee appko bahut bahut badhayee avom shubhkamnayain…mujhe pura bharosa hai ki apko kaamyabi milegi…
Gautam Kumar
September 11, 2014 at 4:13 am
Nice n Good Dilip Bhai…….Bohut Khoob Sayad Yahi Film Hum Hindu Ko Bta Degi Ke Dharm Kya Hai…!
sankalp singh sachan
September 11, 2014 at 5:11 am
best of luck…………………….
gaurav
September 11, 2014 at 6:08 pm
Hi sir iam interested acting your movei I luck like shahid kapoor plz sir giveme a one chance my hobees acting dancing and singing my con no09058257853 thanku sir