मनीष दुबे-
‘जनता को समझ नहीं है कि उनके लिए सही क्या है और गलत क्या?’ आज शाम टीवी खोली तो इसी पंक्ति से शुरुआत हुई. टाइम्स नाऊ नवभारत…एंकरा थीं परम बड़की नविका कुमार. एंकरा महोदया ने इस वाक्य के बाद कई मिनट तक तो पश्चिमी यूपी का समीकरण समझाया. उनने बताया कि जनता उनके सवालों पर मत क्या रख रही. उनके सवाल जैसे उन्होंने जनता से पूछा कि, क्या जयंत चौधरी को अखिलेश से हाथ मिलाना चाहिए? उनके माफिक जवाब में 38 प्रतिशत से ज्यादा जनता ने कहा नहीं, 22 प्रतिशत बोली हां, और 40 प्रतिशत जनता को अपने सही-गलत का पता ही नहीं. यही हाल एंकरा के दूसरे सवाल पर रहा. उनने पूछा कि, क्या जयंत चौधरी को BJP का प्रस्ताव मान लेना चाहिए. जिसके जवाब में 39 से 40 प्रतिशत जनता बोली हां, 21 प्रतिशत जनता ने कहा नहीं और 39 प्रतिशत जनता को सही-गलत का पता नहीं.
मतलब ज्यादा बड़े प्रतिशत में वो जनता है जिनको अपने सही-गलत का अंदाजा ही नहीं. वाह, अब देश और प्रदेश की जनता को इन टीवी वालों से अपने सही और गलत का पता पूछना पड़ेगा. बहुत हद है और उससे भी ज्यादा गज्जब है. कांच के स्टूडियो में बैठे ये एंकरायें और एंकर भगवान जाने जनता को क्या समझते हैं. मुझे लगता है ये लोग जनता को बकरी का बच्चा समझ मानकर चलते हैं. कि, जिस मर्जी को बेच दो..वो सिर्फ मिमियाने के अलावा कुछ कर नहीं सकता. जबकि हकीकत क्या है…वही जनता जिसे आप कह रहे सही गलत का अंदाजा नहीं, आपको कमाकर खिला रही. नहीं तो तुम्हारे बाप के पास कोई नोट छापने की मशीन थोड़ी लगी है.
फिर अचानक से केशव मौर्या को स्क्रीन पर बिठा दिया. एंकरा ने पूछा…मौर्या जी क्या मैसेज जाएगा कि आपकी पार्टी ने जयंत को न्योता दिया और उनने कह दिया कि, ‘वो कोई चवन्नी थोड़ी हैं जो पलट जाएंगे..कितना असर पड़ेगा इससे? एंकरा के इस सवाल पर अपनी खुद की विधानसभा से चोर…चोर…चोर कहकर लखेदे गए डिप्टी मुख्यमंत्री कह रहे कि, ‘उनने या उनकी पार्टी ने किसी को नहीं बुलाया..उन लोगों को किसी की जरूरत ही नहीं है’. यहां ये भी ध्यान देना चाहिए कि इसी मीडिया ने छापा की BJP के गृहमंत्री अमित शाह ने खुद जयंत को न्योता दिया भाजपा में शामिल होने का अब वही मीडिया कहलवा रहा कि, उन्होंने कभी न्योता दिया ही नहीं. तो यकीन मानिए हम जिसे मेनस्ट्रीम यानी टीवी मीडिया कहते हैं, इससे ज्यादा इसका शर्मनाक चेहरा अब के वक्त जितना कभी दिख नहीं सकता.
और हां एक आखिरी बात…जनता से. किसी पे भरोसा मत कीजिये. और सबसे पहले भला चाहते हैं तो TV देखना बन्द कर दीजिए. क्योंकि ये लोग आपको डुबो देने की प्रक्रिया से भी..बहुत आगे बढ़ गए हैं. अब तो भगवान ही भला कर सकता है..देश का भी और आपका भी…या फिर खुद आप जनता लोग…..तय कीजिये.
सोचिएगा जरूर….
Prashant
January 29, 2022 at 11:47 am
Ek Baar RAVISH KUMAR ne kahi kaha tha ki public ko TV (News Channel) dekhna band kar dena chahiye (exact wording kuch or ho sakta hai). Halaki wo khud TV ke saath aaj tak bane hai.
Tab bahut saare logo ne unka uphaas udaya tha. Mujhe bhi laga ki kya bakwas baat hai. Magar aaj jab bhi kabhi New channel dekhta hu to wakai aisa lagta hai ki news channel kyo dekhna chahiye. aisa lagta hai jaise machchi Bazar me aa gaye hai.