देहरादून : सूचना विभाग द्वारा मान्यता प्राप्त एक महिला पत्रकार खुद ड्रग इंस्पेक्टर बनकर अवैध वसूली कर रही थी. विकास नगर इलाके में उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया. नाम है ममता थापा. यह देहरादून ज़िले से मान्यता प्राप्त पत्रकार है. कुल चार लोग अरेस्ट किए गए. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर इन्हें कोर्ट में पेश किया. ऐसा मामला अल्मोड़ा में भी पूर्व में सामने आया था. इसमें देहरादून के कुछ खबरनवीस अवैध वसूली करते गिरफ्तार हुए थे. वहां पर मीडिया के कथित लोगों का एक बड़ा गैंग मेडिकल स्टोरों से अवैध वसूली कर रहा था. उस गैंग का मास्टर माइंड देहरादून का था.
विकासनगर पुलिस द्वारा पकड़ी गयी महिला ममता थापा के तार भी अल्मोड़ा में पकड़े गए लोगों से मिलते हुए नज़र आ रहे हैं. सवाल ये भी उठ रहा है कि सूचना विभाग में किस तरह मान्यता प्रदान की जा रही है जो मीडिया की पूरी साख को बट्टा लगाने का काम वसूली करने वाले कर रहे हैं. सूचना विभाग को जल्द ही मान्यता प्रदान किये गए पत्रकारों की भी एक बार जांच करने की जरूरत है. इस जांच में कई फ़र्ज़ी पत्रकार सामने आ सकते हैं जो वर्तमान में किसी भी मीडिया हाउस से नहीं जुड़े हैं.
घटनाक्रम के मुताबिक तीन महिलाएं व एक युवक बरोटीवाला में उज्जवल की क्लीनिक व मेडिकल स्टोर पर पहुंचे. यहां महिला ने अपने को ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती और साथ में तीन अन्य को सहायक बताया. महिला ने डाक्टर से कागजात दिखाने को कहा. इसी बीच साथ वाला युवक डॉ. उज्ज्वल को अकेले में बातचीत करने को ले गया. वहां उसने उज्ज्वल से पांच हजार रुपये की मांग कर मामला रफा-दफा करने को कहा. इसी बीच मौके पर भीड़ एकत्र हो गई. शक होने पर भीड़ में से ही किसी ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने चारों आरोपियों को पकड़ लिया. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपनी पहचान ममता थापा पुत्री गोकुल, अनीसा थापा पुत्री अनंत निवासीगण गढ़ी कैंट देहरादून, प्रेमलता थापा पत्नी एलएन थापा निवासी माजरी माफी देहरादून, विनोद पुत्र सुबबहादुर निवासी खुड़बुड़ा देहरादून बताई. पुलिस के अनुसार पूछताछ में आरोपी ममता थापा खुद को पत्रकार बता रही थी. सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है.
RAMAWTARGUPTA
August 31, 2015 at 1:13 pm
pl. narayan pargai g FIR ki suchna loksampark dpt ko awashya de dewe taki card cancilled ho jaye .
sunil kothiyal
September 1, 2015 at 4:55 am
khud narayan pargai ko blackmailing aur logo ko chutiya bana kar lootne me maharat hai.iske karan koi akhbar,patrika isko rakhne ko taiyar nahi.ek khatara channel me temprary naukry lagi bhi toh baadh ki chutiyape type ki coverage per duniya bhar mein channel aur pargai ki thu-thu ke baad cmpny ne isko laat maar kar nikal diya tha.ajkal uttrakhnd ke mukhya sachiv rakesh sharma ke darbar me dekha jata hai.waha wo murgon ko pakad kar kaam karane ke bahane le jata hai.yeh dalali uski halanki chal nahi pa rahi hai.raka ka staff hi usko bhaga deta hai.