एक बड़ी खबर बंद हो चुके न्यूज चैनल ‘न्यूज एक्सप्रेस’ को संचालित करने वाली कंपनी साईं प्रसाद से आ रही है. इस चिटफंड कंपनी की मालकिन वंदना भापकर को पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी फर्जीवाड़े के आरोप में की गई है. बताया जा रहा है कि दल्लीराजहरा थाणे में एक करोड़ से अधिक के धोखाधड़ी का मामला दर्ज है. इस बाबत दल्लीराजहरा थाने में अपराध क्रमांक 78/15 दर्ज है. बालोद एसपी के निर्देश पर दल्लीराजहरा के प्रशिक्षु डीएसपी अभिषेक माहेश्वरी के नेतृत्व में पिपरी पुलिस के साथ पुणे से हुई आरोपी की गिरफ्तारी. इस प्रकरण में दो मुख्य आरोपी बाबा साहब भापकर और उनका बेटा शशांक भापकर फरार है.
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ पुलिस ने पुणे के चिंचवड से वंदना भापकर को गिरफ्तार किया है. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बाला साहेब भापकर ने 2007 में साईं प्रसाद चिट फंड नाम छत्तीसगढ़ में चिटफंड कारोबार शुरू किया था. छत्तीसगढ़ में कारोबार बढ़ाने के लिए प्रत्येक जिले में एजेंटों की भर्ती भी की गयी थी. 7 साल में डबल पैसे देने का वादा किया गया. ऐसा सपना भापकर परिवार ने 10 हज़ार से अधिक लोगों को दिखा कर 5 से 7 करोड़ रुपयों की धोखाधडी की थी. देश के कई प्रदेशों में काफी केस इस कंपनी पर हुए और SEBI में भी इस पर मामला दर्ज हुआ था. मीडिया के नाम पर चिटफंड के कारोबार को परवान चढाने वाले भापकर के बुरे दिन चैनल में ताला लगते ही शुरू हो गए. करोड़ों के चिटफंड फ्राड के साथ ही मीडिया कर्मियों के पैसे ना देने का मामला भी इन पर चल रहा है. भापकर के खिलाफ 15 मार्च 2015 को शिकायत दर्ज हुई थी और इसी मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस चिंचवड आई थी. पुलिस ने कल रात वंदना भापकर को अरेस्ट कर लिया जब की पति और पुत्र अब भी फरार बताये जा रहे हैं.
वर्ष 2011 में साईं प्रसाद मीडिया के बैनर तले न्यूज़ एक्सप्रेस नामक नेशनल चैनल लाया गया था और मीडिया के बड़े महारथी भापकर के सारथी बने. कई रीजनल न्यूज़ चैनल लाने की तैयारी थी लेकिन सिर्फ छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश का रीजनल चैनल ही आ पाया. वक़्त की रफ़्तार के साथ बड़े नामो ने किनारा कस लिया और चैनल आखिरी साँसे लेने लगा. अभी हाल ही में न्यूज़ एक्सप्रेस छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश का नाम बदल कर स्वराज एक्सप्रेस कर दिया गया है. फिलहाल इस ताजे घटनाक्रम से साईं प्रसाद ग्रुप से जुड़े लोग सकते में हैं.