नीदरलैंड्स के इस्लाम विरोधी नेता चीयर्ट विल्डर्स अक्सर इस्लाम और प्रवासियों को लेकर अपनी घृणा जताते रहते हैं. उन्होंने नीदरलैंड में क़ुरान पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी की है. चीयर्ट विल्डर्स ने कहा है कि वो टीवी पर उनकी पार्टी ऑफ़ फ्रीडम (पीवीवी) के लिए निर्धारित समय में वे पैगंबर मोहम्मद का कार्टून दिखाएंगे. वो इन कार्टूनों को इसलिए दिखाएंगे क्योंकि संसद में उनके प्रदर्शन की इजाजत नहीं मिली है.
इन कार्टूनों को पिछले महीने टेक्सास में आयोजित एक कार्यक्रम में भी दिखाया गया था. कार्यक्रम के दौरान दो बंदूकधारियों ने वहां हमला किया था. ग्रीट वाइल्डर्स इस कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता थे. कार्यक्रम में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाने के लिए 10 हज़ार डॉलर का पुरस्कार रखा गया था. दोनों बंदूकधारी पुलिस कार्रवाई में मारे गए थे और एक पुलिसकर्मी घायल हुआ था.
चीयर्ट विल्डर्स ने कहा है कि वो इन कार्टूनों को इसलिए दिखाएंगे क्योंकि संसद में उनके प्रदर्शन की इजाजत नहीं मिली है. बहुत से मुसलमान पैगंबर मोहम्मद का चित्र बनाने को अपराध मानते हैं. विल्डर्स ने एक बयान में कहा, ”चरमपंथियों को यह बात समझनी चाहिए वो कभी नहीं जीतेंगे और नीदरलैंड्स में हमारे लिए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता कितनी ज़रूरी है.” दिसंबर 2014 में कहा गया था कि उन पर देश के मोरक्कन समुदाय के ख़िलाफ़ नफरत फैलाने के आरोप में मुक़दमा चलाया जाएगा. साल 2006 में डेनमार्क के एक अख़बार में पैगंबर मोहम्मद का कार्टून छपने के बाद दुनिया भर में उसके ख़िलाफ़ विरोध हुआ था. इस साल जनवरी में दो बंदूकधारियों ने शार्ली एब्डो नाम की एक फ़्रांसीसी पत्रिका के कार्यालय पर हमला किया था. हमले में 12 लोगों की मौत हुई थी. डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगेन में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के समर्थकों की एक सभा में एक बंदूकधारी ने हमला किया था. इसमें एक फ़िल्म निर्देशक की मौत हो गई थी.
बीबीसी हिंदी से साभार