Prashant K Mishra : एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति के हाथी का बेशकीमती दांत चोरी हो गया। एफबीआई से लेकर सी आई ए तक फेल। फिर दांत खोजने के लिए इंटरनेशनल टेंडर निकाला।
दुनिया भर की पुलिस के साथ यूपी पुलिस ने भी टेंडर भरा। सबसे कम टाइम में चोर खोजने वाले को ठेका मिलना था।
यूपी पुलिस ने टेंडर में लिखा कि जो सबसे कम दिन में चोर खोजने का टेंडर भरेगा हम उससे एक दिन पहले चोर पकड़ लेंगे।
भईया हाथी दांत चोर खोजने का टेंडर यूपी पुलिस को मिल गया। पेट फुला के, मोछ लहरा के यूपीपी चली अमेरिका।
सात दिन का टैम मिला साहेबानो को…
6 दिन यूपी के इन शुरमाओ ने खूब घुमा, खूब खाया और खूब पिया….
साथ में झोला ढोने के लिए जिस नए रंगरूट को लेकर गए थे वो एकदम परेशान …क्योंकि अगर फेल हुए तो जिंदगी भर अमेरिकी जेल में बीतेगा…
दरोगा जी बोले कि काहे टेंशन लेते हो बुरबक… कल पेशी पे देखना… अईसही थोड़े न टेंडर लिए हैं…
अगली सुबह कोर्ट सजा, मज़मा लगा … यूपी पुलिस के इंतजार में सभी नजरे बेकरार…
तभी हाथी को लेकर यूपीपी आई… हाथी रो भी रहा था और बाप बाप चिल्ला रहा था…
सब सकपका गए…
जज बोला व्हाट्स what is this??
दरोगा जी बोले- साहेब इस हाथी का दांत चोरी हुआ है यही बताएगा सारी राम कहानी …
हाथी रोते रोते बोला- जज साहेब उस रात हमको बहुत भूख लगी थी, राष्ट्रपति जी के बाग में मैं चोरी से घुस गया। केले के पेड़ से केला खाने लगा… जल्दी जल्दी में मैं अपना दांत भी खा गया… माफ़ कर दीजिए मुझे… मुझे जेल भेज दीजिए…
और, इस तरह हर तरफ से यूपी पुलिस की जयकार के नारे लगे, देवताओं ने फूल बरसाए… “साधुओं” ने उन्हें पुरस्कृत किया…
यूपी पुलिस जिंदाबाघ … सॉरी जिंदाबाद!
दैनिक भास्कर में कार्यरत प्रशांत मिश्रा की एफबी वॉल से.