जब से बिहार में लालू प्रसाद यादव के मिलकर नीतीश कुमार का राज आया है तब से लूटपाट, फिरौती और दिनदहाड़े रंगदारी की मांग में दिनोंदिन बढोतरी होती जा रही है। या यूं कहें कि सुशासन राज की जगह अब बिहार में एक बार फिर से जंगलराज फैलता जा रहा है। वैसे तो रोज इस तरह के मामले बिहार में आ रहे हैं जिसमें धमकी देकर रंगदारी वसूलना और अपहरण-फिरौती मांगी जा रही है लेकिन ताजा मामला एक पत्रकार के परिवार से जुड़ा है और पूरा परिवार बेहद सदमे में है।
दिल्ली में बीते डेढ़ दशक से पत्रकारिता कर रहे और दैनिक जागरण में लगातार 10 सालों तक वरिष्ठ संवाददाता के पद पर रहे विभूति कुमार रस्तोगी के 72 वर्षीय बुजुर्ग पिता बलिराम प्रसाद रस्तोगी को एक अज्ञात व्यक्ति ने 12 मई की शाम को साढे छह बजे फोन करके 20 लाख रुपए की मांग की और धमकाया कि सप्ताह भर में न देने पर वह जान से मार देगा। रंगदारी की मांग करने वाले व्यक्ति ने बलिराम रस्तोगी को फोन तब किया, जब वे सीतामढी जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर मेजरगंज अपने गांव जा रहे थे। मेजरगंज से 8 किलोमीटर दूर उनके मोबाइल पर घंटी बजी और ज्यों ही उन्होंने फोन उठाया तो फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि ‘तुम बलिराम प्र. रस्तोगी बोल रहे हो, मेरी बात ध्यान से सुनो, 7 दिनों के अंदर 20 लाख रुपए का इंतजाम कर लो और जो जगह बतायी जाएगी वहां भिजवा देना, अगर किसी को कुछ बताया और रुपए नहीं दिए जान से मार दिए जाओगे।
बलिराम रस्तोगी ने पूछा, आप कौन बोल रहे हैं तो फोन करने वाले ने कहा, ज्यादा उस्तादी मत करो, मैं बॉस बोल रहा हूं, 20 लाख नहीं दोगे तो जान से मार दूंगा’। इतना कह कर उसने फोन काट दिया। विभूति के पिता को काफी घबराहट होने लगी और वे मेजरगंज पहुंच कर थाने में जाकर सारी बात बताई लेकिन मेजरगंज थाना पुलिस ने वरिष्ठ नागरिक की बात सुनकर उन्हें सांत्वना देने और मामला दर्ज करके तुरंत कार्रवाई करने के बजाए यह कह पिंड छुडा लिया कि जहां फोन आया था, वह जगह उनके थाने में नहीं आती है। यह जगह रीगा थाना क्षेत्र में है। जबकि बुजर्ग बलिराम रस्तोगी का घर मेजरगंज में ही है।
मेरा इलाका नहीं, तेरा इलाका नहीं, के चक्कर में 12 मई की रात भर मामला दर्ज नहीं हो सका। थक हार कर अगले दिन 13 मई को रीगा थाने में एफआईआर दर्ज हुई लेकिन रंगदारी मांगने वाले का मोबाइल नंबर होने के बावजूद बिहार की मौजूदा हाईटेक पुलिस तीन दिनों में मोबाइल नंबर पते का भी खुलासा नहीं कर सकी है। थक हार कर बुजुर्ग बलिराम प्रसाद रस्तोगी घबरा कर सीतामढी के एसपी एस हरि प्रसाद से जाकर मिले और अपनी सुरक्षा की मांग और जल्द मामले में तेजी लाने की अनुरोध किया। लेकिन अभी तक आश्वासन के अलावा कुछ भी हासिल नहीं।
विभूति रस्तोगी ने खुद सीतामढी एसपी से बात की और बुजुर्ग दंपत्ति को तत्काल सुरक्षा मुहैया करवाने की बात कही लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक पहल होती नहीं दिख रही है। इस घटना से मेजरगंज में विभूति के बुजुर्ग माता-पिता बेहद घबराए हुए हैं और बहुत ही दहशत में हैं। विभूति ने खुद बिहार के डीजीपी पीके ठाकुर को कई बार फोन मिलाया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
भडास4मीडिया के जरिए दिल्ली के वरिष्ठ पत्रकार विभूति रस्तोगी बिहार, दिल्ली सहित देश के सभी पत्रकारों और मीडिया बंधुओं से इस मामले में मदद की गुहार लगा रहे हैं। उनके माता-पिता की जान खतरे में है। लिहाजा पत्रकारों से अनुरोध है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राज्य के आला पुलिस-प्रशासन के समक्ष जल्द से जल्द यह मुद्दा उठाएं।
विभूति रस्तोगी से संपर्क : 9013776161 / 09818776161।, ईमेल : [email protected]
JITENDRA INDIATV
May 15, 2015 at 4:24 pm
सबसे पहले हम उस पुलिस पदाधिकारी पर कारवाई की मांग करते है , जिसने प्राथमिकी दर्ज करने से इंकार कर दिया , हम सभी मीडिया कर्मी रस्तोगी परिवार के साथ है , साथ ही बिहार सरकार आरोपी की पहचान कर कड़ी कारवाई करे ,
BIBHUTI KUMAR
May 19, 2015 at 9:28 am
मेरे पिता जी से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में बिहार के सीतामढ़ी पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। सीतामढ़ी के SP हरी प्रसाद ने ASP के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी। टीम ने रंगदारी मांगने के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए एक डॉक्टर शुभम राज वर्मा और उसके ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। सीतामढ़ी के एसपी हरी प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके डॉक्टर एंड उसके ड्राइवर को मीडिया के सामने पेश किया। बीते 12 जून को इन दोनों ने मेरे पिता जी को 9507077887 से फ़ोन कर के कहा था कि तुम बीस लाख रुपए दो नहीं तो मैं तुम्हे जान से मार दूंगा। इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज करवाई गई और फिर एसपी हरी प्रसाद से मेरे पिता जी जाकर खुद मिले। इस के अलावा इस दुःख की घरी में बिहार के कैबिनेट मिनिस्टर अवधेश कुशवाहा जी, बिहार पुलिस अङ्ग गुप्तेश्वर पाण्डेय जी ने पूरी मदद की। वो एसपी हरी प्रसाद से लगातार बातचीत करते रहे। वही मैं और मेरी अधिवक्ता पत्नी सीतामढ़ी के एसपी हरी प्रसाद, डीएम डॉक्टर प्रतिभा, ADG GUPTESWAR PANDEY, आईजी, डीआईजी सहित बिहार के चीफ मिनिस्टर ऑफिस में भी बात किया था और इस मामले को जल्द सुलझाने और पिता जी माता जी को पुलिस सुरक्षा देने की बात कही थी। हैरानी की बात यह है कि रंगदारी के मामले में पढ़ा लिखा डॉक्टर शामिल है। बिहार का क्या होगा भाइयों।
BIBHUTI KUMAR
May 19, 2015 at 9:28 am
मेरे पिता जी से 20 लाख रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में बिहार के सीतामढ़ी पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। सीतामढ़ी के SP हरी प्रसाद ने ASP के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी। टीम ने रंगदारी मांगने के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए एक डॉक्टर शुभम राज वर्मा और उसके ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। सीतामढ़ी के एसपी हरी प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके डॉक्टर एंड उसके ड्राइवर को मीडिया के सामने पेश किया। बीते 12 जून को इन दोनों ने मेरे पिता जी को 9507077887 से फ़ोन कर के कहा था कि तुम बीस लाख रुपए दो नहीं तो मैं तुम्हे जान से मार दूंगा। इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज करवाई गई और फिर एसपी हरी प्रसाद से मेरे पिता जी जाकर खुद मिले। इस के अलावा इस दुःख की घरी में बिहार के कैबिनेट मिनिस्टर अवधेश कुशवाहा जी, बिहार पुलिस अङ्ग गुप्तेश्वर पाण्डेय जी ने पूरी मदद की। वो एसपी हरी प्रसाद से लगातार बातचीत करते रहे। वही मैं और मेरी अधिवक्ता पत्नी सीतामढ़ी के एसपी हरी प्रसाद, डीएम डॉक्टर प्रतिभा, ADG GUPTESWAR PANDEY, आईजी, डीआईजी सहित बिहार के चीफ मिनिस्टर ऑफिस में भी बात किया था और इस मामले को जल्द सुलझाने और पिता जी माता जी को पुलिस सुरक्षा देने की बात कही थी। हैरानी की बात यह है कि रंगदारी के मामले में पढ़ा लिखा डॉक्टर शामिल है। बिहार का क्या होगा भाइयों।