दिल्ली से हाल ही में लांच हिन्दी अखबार राष्ट्रीय उजाला में वरिष्ठ पत्रकार विभूति कुमार रस्तोगी ने दिल्ली ब्यूरो चीफ के रूप में अपनी नई पारी की शुरूआत की है। वह लगातार 11 सालों तक दैनिक जागरण दिल्ली में वरिष्ठ संवाददाता रहे हैं।
हालांकि 11 सालों तक उन्होंने दिल्ली के सभी बीटों पर काम किया लेकिन उनकी सबसे अधिक पहचान एजुकेशन और लीगल बीट को लेकर रही। सन् 2005 में यमुनापार के विकास मार्ग पर दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल ने उन पर जानलेवा हमला भी किया था। फिर वे निर्भिकता के साथ मैदान में डटे रहे। उन्होंने डीयू, आईपी, जेएनयू, स्कूल की कई ऐसी खबरें ब्रेक कीं, जिस पर न केवल जांच कमेटी बैठी, बल्कि कई प्रोफेसर आदि को बाहर भी होना पड़ा था। सन 2003 में दैनिक जागरण ज्वाइन करने से पहले वे जी-न्यूज, सहारा, डेटलाइन इंडिया में काम कर चुके थे। 29 जुलाई 2009 को सेंट्रल यूनिवर्सिटी आफ राजस्थान में मीडिया में पीएचडी करने के लिए इस्तीफा दिया। पीएचडी में विभूति का चयन अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित लिखित परीक्षा और दो दौर के साक्षात्कार के बाद हुआ था। एक साल तक पीएचडी कोर्स करने के लिए वे यूनिवर्सिटी के कैंपस में हास्टल में रहे। उसके बाद लाइव इंडिया ग्रुप का अखबार प्रजातंत्र लाइव में ज्वाइन किया। फिर अर्ली मार्निंग दैनिक न्यूज पेपर में भी दिल्ली ब्यूरो में काम किया। उसके बाद दिल्ली से पत्रिका जिया इंडिया में बतौर दिल्ली ब्यूरो हेड के तौर पर काम किया।
aman
July 5, 2015 at 9:43 am
badhai…. 🙂