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तारकेश कुमार ओझा को मिला पत्रकारिता के लिए अनन्य सम्मान

पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ हिंदी पत्रकार तारकेश कुमार ओझा को पत्रकारिता के लिए अनन्य सम्मान से सम्मानित किया गया है। विगत 21 फरवरी को मातृ भाषा दिवस पर राज्य के उनके गृहशहर में यह सम्मान प्रदान किया गया।  यह सम्मान पश्चिम बंगाल सरकार के सूचना व संस्कृति विभाग , खड़गपुर रिपोर्टस क्लब तथा बांग्ला साप्ताहिक आजकेर दर्पण के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था।जिसे जंगल महल सांस्कृतिक उत्सव के तौर पर आयोजित किया गया था। सम्मान के तौर पर उन्हें मानपत्र व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

<p>पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ हिंदी पत्रकार तारकेश कुमार ओझा को पत्रकारिता के लिए अनन्य सम्मान से सम्मानित किया गया है। विगत 21 फरवरी को मातृ भाषा दिवस पर राज्य के उनके गृहशहर में यह सम्मान प्रदान किया गया।  यह सम्मान पश्चिम बंगाल सरकार के सूचना व संस्कृति विभाग , खड़गपुर रिपोर्टस क्लब तथा बांग्ला साप्ताहिक आजकेर दर्पण के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था।जिसे जंगल महल सांस्कृतिक उत्सव के तौर पर आयोजित किया गया था। सम्मान के तौर पर उन्हें मानपत्र व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।</p>

पश्चिम बंगाल के वरिष्ठ हिंदी पत्रकार तारकेश कुमार ओझा को पत्रकारिता के लिए अनन्य सम्मान से सम्मानित किया गया है। विगत 21 फरवरी को मातृ भाषा दिवस पर राज्य के उनके गृहशहर में यह सम्मान प्रदान किया गया।  यह सम्मान पश्चिम बंगाल सरकार के सूचना व संस्कृति विभाग , खड़गपुर रिपोर्टस क्लब तथा बांग्ला साप्ताहिक आजकेर दर्पण के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया था।जिसे जंगल महल सांस्कृतिक उत्सव के तौर पर आयोजित किया गया था। सम्मान के तौर पर उन्हें मानपत्र व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया।

इस अवसर पर जंगल महल कहे जाने वाले दक्षिण बंगाल के पांच जिलों के काफी संख्या में शब्दकर्मी व बुद्धिजीवी शामिल रहे। इनमें अनुमंडल सूचना व संस्कृति अधिकारी जयंत गांगुली, समाजसेवी दीपक कुमार दासगुप्ता, वरिष्ठ नेता तुषार पंचानन  तथा वरिष्ठ पत्रकार अभिषेक राय व गुलाम आशिक आदि प्रमुख रहे। बताते चलें कि तारकेश कुमार ओझा पिछले करीब तीन दशकों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं। संप्रति वे दैनिक जागरण में उप संपादक के तौर पर कार्यरत हैं। साथ ही वे समसामयिक विषयों पर ब्लॉग लेखन व साहित्य की विभिन्न विद्याओं में भी सक्रियता के साथ लेखन कर रहे हैं।

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