प्रभात खबर से खबर है कि यहां संपादक स्तर पर कई लोगों को इधर से उधर किया गया है. झारखंड के चारों संस्करणों के संपादक बदल दिए गए हैं. रांची के संपादक विजय पाठक को धनबाद संस्करण का संपादक बनाया गया है. धनबाद में पिछले 9 वर्षों से संपादक रहे अनुराग कश्यप का तबादला जमशेदपुर संस्करण के लिए किया गया है. जमशेदपुर के कमल किशोर को देवघर एडिशन का जिम्मा मिला है. देवघर के एडिटर संजय मिश्रा रांची के संपादक बनाये गए हैं.
सूत्रों का कहना है कि तबादले की यह पटकथा चुनाव से पहले ही तैयार कर ली गयी थी. संपादकों को इधर से उधर करने का कदम प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी के मजबूत होते हाथों का उदाहरण है. हालांकि तबादले की कार्यवाही से एक दो संपादकों के नाराज़ होने की बात भी कही जा रही है.
चर्चा है कि रांची के वर्तमान संपादक विजय पाठक प्रबंधन के फैसले से खफा हैं. रांची में अखबार को एक मुकाम देने वाले श्री पाठक कई वर्षों से यहाँ पदस्थापित हैं. राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे में गहरी पैठ रखने वाले विजय पाठक कई मौकों पर अपनी उपयोगिता का सबूत दे चुके हैं. वह धनबाद जाने के मूड में नहीं हैं. श्री पाठक खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं.
वहीं लगभग आठ माह पूर्व ही रांची से जमशेदपुर भेजे गए कमल किशोर अब देवघर की कमान संभालेंगे. कमल ने कुछ माह पूर्व ही अपने बच्चों का स्थानीय स्कूल में एडमिशन करवाया था. धनबाद में अखबार को काफी प्रसार दिलाने वाले अनुराग कश्यप भी अंदर से फैसले पर खुश नहीं हैं.
बताया जा रहा है कि जमशेदपुर और रांची में अखबार का गिरता सर्कुलेशन प्रबंधन के लिए चिंता का विषय है. कमल किशोर जब जमशेदपुर के संपादक बनाए गए थे तो उन्होंने यहां के सबसे सक्रिय रहने वाले रिपोर्टर त्रिलोचन सिंह और ब्रजेश सिंह पर गाज गिराई थी. ब्रजेश को एक मामले के कारण छुट्टी पर भेज दिया गया. कमल किशोर ने पांच लोगों को बहाल किया था.
उधर कुछ लोग दबी जुबान से यह भी चर्चा कर रहे हैं कि ट्रांसफर पोस्टिंग में झारखंड के एक बड़े राजनेता का हस्तक्षेप है. बताया जाता है कि इस नेता की पैठ सीधे न्यूट्रल पब्लिशिंग के मालिकान तक है. उस राजनेता ने अपनी पसंद नापसंद का खयाल रखवाया है. रांची से विजय पाठक की विदाई और संजय मिश्र के आगमन को इसी कड़ी का हिस्सा माना जा रहा है.
प्रभात खबर में चार संपादकों को इधर उधर किये जाने के बाद जूनियर व मिड लेवल पर भी तबादले की गाज गिरने वाली है. अखबार के सूत्र बताते हैं कि सभी एडिशन में सात आठ वर्षों से एक ही जगह जमे डेस्क कर्मियों को प्रमोशन देकर ट्रांसफर करने की रणनीति पर काम हो रहा है. इनमें रांची, जमशेदपुर और धनबाद के कर्मी शामिल हैं. रांची और धनबाद में कई वर्ष से लोग एक जगह बने हुए हैं.
राकेश
June 10, 2019 at 12:05 am
निशिकान्त दुबे का यह गेम प्लान है । गोड्डा लोकसभा वह मीडिया के ही बदौलत जीतेय। अब रांची टारगेट है । संजय मिश्रा इसलिए वहाँ जा रहे हैं