Om Thanvi : भाई विनोद वर्मा ने यह ट्वीट पुलिस हिरासत से किया है। उनके जज़्बे को सलाम। मीडिया भाजपा के निशाने पर है, पर दिमाग़-चले नेताओं को पता नहीं कि इस तरह वे ख़ुद ही अपने निशाने पर हैं। और न सही, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के मीडिया-विरोधी क़दमों से ही कुछ सीख लिया होता!
Dilip Khan : छत्तीसगढ़ सरकार ने वहां से पुलिस भेजकर इंदिरापुरम से Vinod Verma को उठा लिया. अगर किसी मंत्री की सीडी किसी के पास हो तो मंत्री से सफाई मांगने से आसान है पत्रकार को उठा लेना. अभिषेक मनु सिंघवी और संदीप कुमार का मामला होता तो बीजेपी सड़कों पर उतर आती. बाय द वे, मंत्री कौन है?
Chanchal Bhu : बेशर्मी भी हद से बाहर है। रात में तीन बजे छत्तीसगढ़ पुलिस और उत्तर प्रदेश पुलिस प्रतिष्ठित पत्रकार विनोद वर्मा के घर के घर छापा मार कर विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर लेती है। इंदिरा पुरम थाने की हवालात में बंद हैं विनोद। बाहर भीड़ जुटी हुई है। फोन मिलाइए थाने के नंबर 0120-2881000 पर।
किस जुर्म में गिरफ्तारी है?
IPC 384
किससे फिरौती मांगी गई है?
एक मंत्री हैं छत्तीसगढ़ के।
किस आधार पर?
मंत्री की नंगी सीडी है।
अकेले हैं मंत्री?
नहीं जी, बता रहे हैं लोग, कोई और है।
तुमको क्या लगता है, मंत्री सही है?
हम नौकरी पर हैं साब, नहीं तो सच हम भी जानते हैं ।
अच्छे दिन का नियमित आख्यान है।
Satyendra PS : छत्तीसगढ़ सरकार ने वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गिरफ्तार करा लिया है। उन्हें कल रात में 2 बजे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के गाजियाबाद जिले के इंदिरापुरम मोहल्ले में उनके आवास से गिरफ्तार किया गया। विनोद वर्मा 2001 के आसपास देशबन्धु अखबार के ब्यूरो प्रमुख थे और आईएनएस बिल्डिंग में बैठते थे तब से उनके बारे में जानता हूँ। फिर वह बीबीसी गए, फिर अमर उजाला डिजिटल के हेड बने और सम्भवतः इस समय tv 18 समूह से जुड़े थे। लम्बे समय से उनसे मुलाकात या उनके बारे में जानकारी नहीं थी कि कहां हैं। Ranjeet Bhonsle ने गिरफ्तारी की खबर पोस्ट की तब भी मैं कनेक्ट न कर पाया कि वह किसके बारे में लिख रहे हैं। उन पर आरोप है कि उनके पास छत्तीसगढ़ के मंत्री की सेक्स सीडी है। वह सेक्स सीडी ऐसी है जो कई मीडिया समूहों/ कर्मियों के पास है, यह भी सुनने में आ रहा है। कांग्रेस के छतीसगढ़ प्रमुख ने प्रेस कांफ्रेंस करके वह सीडी सार्वजनिक कर दी है, यह भी सूचना मिल रही है। भाजपा के लोग सत्ता के मद में पागल हो गए हैं।
वरिष्ठ पत्रकार ओम थानवी, दिलीप खान, चंचल और सत्येंद्र पी सिंह की एफबी वॉल से.
guddan
October 28, 2017 at 9:30 am
this account is fake
https://twitter.com/patrakarvinod (this is original account)