लखनऊ से खबर है कि मान्यता प्राप्त पत्रकार शशि नाथ दुबे के ऊपर आलमबाग रोडवेज के कर्मचारियों ने हमला कर उन्हें बुरी तरह घायल कर दिया. शशि नाथ दुबे बिजनेस टाइम्स से राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकार हैं. वे टिकट बुक कराने के लिए आलमबाग बस स्टेशन पहुंचे और जयपुर जाने के लिए अपना रिजर्वेशन करने को कर्मचारियों से कहा. वहां पर मौजूद कर्मचारी ने उनसे कहा कि आपका टिकट हम बुक नहीं कर सकते. इसके लिए आप आरएम साहब से मिलिए. शशि नाथ दुबे अस्वस्थ होने के कारण बोले कि मैं अभी कई सीढ़ियां चढ़ा उतरा हूं, कम से कम आप यही कह दीजिए कि जगह नहीं है बस में. आप ये बात आन कैमरा बोल दीजिए, हम मोबाइल में रिकॉर्डिंग कर लेता हूं.
बस इतनी सी बात को लेकर वहां पर इंचार्ज अरुण कुमार ने गाली गलौज शुरू कर दी और शशि नाथ दुबे का मोबाइल छीन कर फेंक दिया. साथ ही यह भी कहा कि बड़े बड़े पत्रकारों को मैंने देखा है, तुम्हें भी जो कुछ करना हो कर लेना. अरुण कुमार गालियों की बौछार करता रहा और उनसे मारपीट करता रहा. अरुण ने वहां पर मौजूद कर्मचारी ओम प्रकाश और दो अन्य लोगों को बुलाकर शशि नाथ दुबे पर हमला करवा दिया. इसमें उन्हें काफी चोटें आईं. उन्हें मारा पीटा गया. धक्का दिया गया. आंख के आसपास भी चोट आई. कोहनी पर चोट आई. उनके सर पर प्रहार किया गया जिससे सर में चोट आई. धक्का दे दिया जिससे उनकी कमर में भी काफी चोट आई.
लोगों के बीच बचाव के बाद शशि नाथ दुबे इसकी रिपोर्ट लिखाने के लिए आलमबाग थाने पहुंचे. उन्होंने वहां मौजूद एसआई को अपनी सारी बात बताई. तभी रोडवेज के कर्मचारी भी थाने पहुंच गए. वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उनकी रिपोर्ट लिखने से पहले सीसीटीवी देखने की बात की. एसआई द्वारा चारबाग बस स्टेशन आकर सीसीटीवी चेक किया गया जिसमें स्पष्ट रूप से मारपीट करते हुए चार कर्मचारी सीसीटीवी में कैद हो गए थे. इसको देखने के बाद थाने में एफआईआर द्वारा दर्ज कर लिया गया. परिवहन विभाग के आलमबाग बस अड्डे के इंचार्ज अरुण कुमार द्वारा इस घटना को अंजाम दिए जाने की सबने निंदा की है. परिवहन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा सीसीटीवी कैमरे को चेक किया गया. एमडी द्वारा भी उसे देखा गया. सीसीटीवी चेक करने के बाद एमडी द्वारा चार कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया लेकिन मुख्य आरोपी वहां के इंचार्ज अरुण कुमार को अभी तक सस्पेंड नहीं किया गया है. घायल शशि नाथ दुबे की पुलिस द्वारा आलमबाग के लोक बंधु हॉस्पिटल में जांच कराई गई. प्राथमिक उपचार भी कराया गया. सर में चोट आने के कारण लोकबंधु अस्पताल में एम आर आई कराने के लिए रेफर कर दिया गया। शशि नाथ दुबे कई चैनलों और बड़े समाचार पत्रों में जुड़े रहे हैं और सक्रिय पत्रकारों में गिने जाते हैं।
लखनऊ से पत्रकार अजय वर्मा की रिपोर्ट.