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भड़ास का रीडर होने के कारण राजिस्थान पत्रिका ने नौकरी देने से मना कर दिया!

Yashwant Singh :  आज एक पत्रकार साथी ने मेल कर मुझे जानकारी दी कि भड़ास4मीडिया का रीडर होने के कारण राजिस्थान पत्रिका ने नौकरी देने से मना कर दिया.

मैंने मेल का रिप्लाई करके पूछा ऐसा क्यूं भाई?

<p>Yashwant Singh :  आज एक पत्रकार साथी ने मेल कर मुझे जानकारी दी कि भड़ास4मीडिया का रीडर होने के कारण राजिस्थान पत्रिका ने नौकरी देने से मना कर दिया.</p> <p>मैंने मेल का रिप्लाई करके पूछा ऐसा क्यूं भाई?</p>

Yashwant Singh :  आज एक पत्रकार साथी ने मेल कर मुझे जानकारी दी कि भड़ास4मीडिया का रीडर होने के कारण राजिस्थान पत्रिका ने नौकरी देने से मना कर दिया.

मैंने मेल का रिप्लाई करके पूछा ऐसा क्यूं भाई?

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तो उनका ये जवाब आया: ”मैं डेली भड़ास4मीडिया पढ़ता हूं. जब मैं राजस्थान पत्रिका के वेब सेक्शन के लिए इंटरव्यू देने गया तो उन्होंने पूछा कि आप कौन-सी वेबसाइट सबसे ज्यादा पढ़ते हो? तब मैंने सच-सच बता दिया, भड़ास4मीडिया. उन्होंने कहा कि आपको भड़ास4मीडिया पढ़ना छोड़ना पड़ेगा क्योकि वो आलोचना के अलावा कुछ नहीं लिखता. इस पर मैंने कहा कि मैं नहीं छोड़ सकता. इसलिए मुझे नौकरी नहीं दी उन लोगों ने.”

सोचिए, ऐसे ऐसे दीवाने हैं भड़ास के 🙂

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