कोलकाता : मुद्रा इंस्टीट्यूट ऑफ कम्यूनिकेशंस, अहमदाबाद (एमआइसीए) के निदेशक डॉ नागेश राव ने कहा है कि भविष्य डिजिटल मीडिया का भविष्य है। इसलिए उद्योग की मांग को देखते हुए एमआइसीए डिजिटल मार्केटिंग के विशेष कोर्स करा रहा है. डॉ नागेश राव ने पत्रकारों को बताया कि किसी ब्रांड को स्थापित करने, उसकी रणनीतिक ढंग से मार्केटिंग करने और अपनी बात को अपने टारगेट ऑडियंस तक क्रिएटिव तरीके से पहुंचाने से जुड़े पाठ्यक्रमों के क्षेत्र में एमआइसीए एक जाना-माना नाम है.
उन्होंने कहा कि अब संस्थान मार्केटिंग कोर्स के साथ ही सोशल चेंज लीडरशिप पर भी कोर्स शुरू करना चाहता है, क्योंकि यहां पर कई प्रकार की संस्थाएं हैं, जो लोगों की मदद करना चाहते हैं, लेकिन उनको सही लोग नहीं मिलते और जो समाजसेवी संस्थाएं समाज के लिए कार्य कर रही हैं, उनको फंड नहीं मिलता. उन्होंने बताया कि फिलहाल यहां पर मुख्य रूप से तीन कोर्स कराये जाते हैं.
उन्होंने बताया कि इनमें पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट- कम्यूनिकेशंस (पीजीडीएम-सी), पीजी सर्टिफकेट प्रोग्राम इन क्रॉफ्टिंग क्रिएटिव कम्यूनिकेशंस व एफपीएम-सी शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इन तीनों कोर्स में दाखिले की प्रक्रिया अलग-अलग है. कंपनी के प्लेसमेंट की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि स्ट्रेटेजिक मार्केटिंग और क्रिएटिव कम्यूनिकेशन के लिए सबसे मशहूर संस्थान एमआइसीए के छात्रों को कैंपस प्लेसमेंट के जरिये इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनियों के साथ अपने कैरियर को शुरू करने का अवसर मिलता है. संस्थान की वेबसाइट पर दिये गये इन नामों में गूगल, अमूल, ब्रिटानिया, टाटा मोटर्स, नीलसन,एचपी, बीबीसी समेत कई बड़े नाम शामिल हैं.