‘आजतक’ न्यूज चैनल में लंबे समय तक खोजी पत्रकारिता करने वाले पत्रकार दीपक शर्मा पिछले कुछ साल से ‘इंडिया संवाद’ नामक अपना वेब पोर्टल चला रहे हैं. इस पोर्टल से कई पत्रकारों और नौकरशाहों को उन्होंने जोड़ रखा है. पोर्टल और इसके संचालकों पर कई बार गंभीर किस्म के आरोप लगे. ताजा मामला लखनऊ का है. यहां के एक थाने में दीपक शर्मा और पोर्टल से जुड़े कई अन्य पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है.
आरोप है कि पोर्टल ने यूपी के एक बिजनेसमैन और एक आईएएस अफसर के खिलाफ बगैर तथ्य और साक्ष्य के खबरें प्रकाशित की. पोर्टल में आईएएस अफसर नवनीत सहगल और बिजनेसमैन रोहित सहाय को लेकर दो खबरें प्रकाशित की गईं. खबरों में आईएएस नवनीत सहगल पर कई आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ असंवैधानिक शब्दों का प्रयोग किया गया जबकि बिजनेसमैन रोहित सहाय को दलाल बताया गया.
बिजनेसमैन रोहित सहाय ने 12 जुलाई 2017 को गौतम पल्ली थाने में इंडिया संवाद के ट्रस्टियों में शुमार वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ श्रीवास्तव, खोजी पत्रकार दीपक शर्मा, रिटायर्ड आईएएस अफसर और इंडिया संवाद के महासचिव प्रभात चतुर्वेदी, पत्रकार अरूण कुमार त्रिपाठी, संवाददाता अश्विनी श्रीवास्तव और पत्रकार नाजिम नकवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. प्रार्थना पत्र के आधार पर गौतम पल्ली पुलिस ने भारतीय दंड संहिता 1860 के 417, 469, 66ए धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया.
बिजनेस मैन रोहित सहाय कहते हैं-
बगैर तथ्य खबर प्रकाशित करना निष्पक्ष पत्रकारिता नहीं है. इस पोर्टल के लोगों ने जानबूझ कर छवि खराब करने के लिए मुझे टारगेट किया जिससे मेरी प्रतिष्ठा समाज में काफी धूमिल हुई है. जब तक इस पोर्टल के लोग अपने कृत्य के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी नहीं मागेंगे तब तक कानूनी कार्यवाही करता रहूंगा.
ज्ञात हो कि दीपक शर्मा और इनके पोर्टल को लेकर इन दिनों कई तरह की चर्चाएं मार्केट में हैं. इन सारे आरोपों पर दीपक शर्मा का कहना है कि उन्होंने जीवन में हमेशा सच्ची पत्रकारिता की है और वह चर्चाओं-कुचर्चाओं के जरिए उनके मनोबल को नहीं गिराया जा सकता है. उनके और पोर्टल के खिलाफ जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, सब बेबुनियाद और आधारहीन हैं.
digvijay chaturvedi
July 16, 2017 at 12:57 pm
क्या गलत किया , चोर को चोर कहना गलत थोड़े ही है। इंडिया संवाद को बधाई।
Sudarshil
July 16, 2017 at 2:49 pm
सीधे क्यों नहीं लिखते कि ब्लेकमेल के आरोप में मामला दर्ज कराया गया है। बिना सुबूत के आप किसी के बारे में कैसे लिख सकते हैं। पोर्टल पर लोग बेधड़क खबरें चला देत हैं बिना तथ्यों के। अब मुदकमे का सामना करो। सच्चे हो तो ठीक नहीं तो सजा तो भुगतनी ही होगी।