Navin Kumar : आइए मोदी जी की इस राष्ट्र निर्माण योजना को सफल बनाने में हम सब भारतवासी जुट जाएं। अपने बाल बच्चों, भाई बहनों, दोस्तों को टेंपो ड्राइवर, ट्रैक ड्राइवर, खलासी बनने के लिए प्रेरित करें।
याद रखना दोस्तों, देश और जीवन को रफ्तार देने का ऐसा मौका बार बार नहीं आएगा।
बड़े बड़े कॉरपोरेट में नौकरी करने वाले देशभक्तों से अपील है कि वो अपना आरामदेह जीवन छोड़ खुद आगे बढ़कर इस कठिन चुनौती को स्वीकार करें और दूसरों को ड्राइवर खलासी बनने की राह दिखाएं।
भारत माता की जय।
आजतक न्यूज चैनल में कार्यरत पत्रकार नवीन कुमार की एफबी वॉल से.
Shyam Singh Rawat : आज ‘संविधान दिवस’ है और चूंकि संविधान की शपथ लेकर पदारूढ़ हुए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने डालटनगंज (झारखंड) में एक चुनावी सभा में कहा है कि नई बसें, ट्रक, टैंपो के माध्यम से रोज़गार मिल रहा है। यदि वे देश के परिवहन व्यवसाय में रोजगार की उपलब्धता के गीत गा रहे हैं तो सत्य वचन मानना चाहिए क्योंकि उन्हें देश की जनता ने उनके सत्य-प्रेम के कारण ही दोबारा प्रधानमंत्री चुना है।
वैसे भी वे कभी झूठ नहीं बोलते हैं। जो भी कहते हैं सच ही कहते हैं और सच के सिवा कुछ नहीं कहते हैं। ऐसे स्वप्नदृष्टा प्रधानमंत्री दुनिया में पहली बार भारत के सौभाग्यशाली लोगों को ईश्वर की कृपा से प्राप्त हुआ है।
अब यह अलग बात है कि पिछले दिनों देश की विभिन्न कार और टू-व्हीलर निर्माता कंपनियों को अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स बंद रखने के अलावा भारी संख्या में कर्मचारियो को निकाल बाहर करने की घोषणा इस कारण करनी पड़ी थी क्योंकि बाजार में उनके वाहनों के ग्राहक ही नहीं थे।
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक जून की शुरुआत में तकरीबन 35,000 करोड़ रुपए कीमत के 5 लाख पैसेंजर व्हीकल्स और 17.5 हजार करोड़ के 30 लाख टू-व्हीलर डीलरशिप्स में खड़े रहे हैं, क्योंकि उन्हें ग्राहक नहीं मिल रहा है। मई से जून के बीच Maruti Suzuki, Tata Motors, Mahindra & Mahindra कंपनियों ने अपने प्लांट बंद रखे।
उत्तराखंड के सोशल एक्टिविस्ट श्याम सिंह रावत की एफबी वॉल से.