{jcomments off}: मीडिया क्षेत्र में पारदर्शिता के लिए सतत संघर्षरत भड़ास संपादक को सैकड़ों गणमान्य लोगों के बीच राज्यपाल ने शॉल ओढ़ाकर और समृति चिन्ह देकर किया सम्मानित : चौथे स्तंभ यानि मीडिया क्षेत्र में पारदर्शिता के लिए सतत संघर्षरत भड़ास4मीडिया डॉट कॉम के संस्थापक व संपादक यशवंत सिंह को लखनऊ में बीते शाम सैकड़ों गणमान्य लोगों के बीच उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने सम्मानित किया. इस मौके पर यशवंत सिंह को शॉल ओढ़ाकर, प्रतीक चिन्ह देकर एवं प्रशस्ति पत्र देकर राज्यपाल ने उनकी हौसलाअफजाई की और भविष्य में ऐसे ही देश व समाज हित में कार्य करने का आह्वान करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की.
मौका था श्री टाइम्स अखबार के तीन साल होने का. इस अखबार के प्रधान संपादक राजेंद्र बहादुर सिंह हैं. आयोजन स्थल था विभूतिखंड, गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान का मरकरी ऑडिटोरियम. श्री मीडिया वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड के इस आयोजन का पूरा श्रेय वन मैन आर्मी राजेंद्र बहादुर सिंह को जाता है जिन्होंने कुछ ही वर्षों में लखनऊ की पत्रकारिता में अपना विशिष्ट स्थान हासिल किया. रायबरेली जिले से दैनिक भास्कर अखबार से पत्रकारिता करियर की शुरुआत करने वाले राजेंद्र बहादुर के संपादकत्व में श्री टाइम्स ने थोड़ी ही समय में लखनऊ में जो उंचाइयां हासिल की, उसका बखान राज्यपाल राम नाईक ने किया. राज्यपाल ने अपने संबोधन में श्री टाइम्स के चौथे वर्षगांठ तक इसके कई एडिशन्स निकलने की कामना की.
श्री ग्रुप के प्रधान संपादक राजेंद्र बहादुर सिंह ने भड़ास4मीडिया से बातचीत में बताया कि पिछले 27 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय रहते हुए कुछ वर्षों पहले लखनऊ आने के बाद उन्हें यह एहसास हुआ कि पत्रकारिता पूरी तरह बदल चुकी है. खासकर राजधानी लखनऊ की पत्रकारिता में कंटेंट से ज्यादा बिजनेस प्रभावी है. राजेंद्र बहादुर के मुताबिक वे अपने निजी स्तर पर भरसक कोशिश करते हैं कि सरकुलेशन व बिजनेस के आधुनिक किस्म के कई दबावों के बावजूद सच्चे कंटेंट व सरोकारी तेवर को बरकरार रख सकें. यही कारण है कि लखनऊ में अखबारों की भीड़ में श्री टाइम्स एक नए किस्म का उभरता और बढ़ता अखबार है.
उल्लेखनीय है कि राजेंद्र बहादुर ने अपने करियर का लंबा समय रायबरेली में व्यतीत किया और कई अखबारों के ब्यूरो चीफ रहे. रायबरेली में रहते हुए जिन प्रमुख अखबारों का कामधाम संभाला उनके नाम इस प्रकार हैं- दैनिक भास्कर, दैनिक आज, दैनिक जन कदम, दैनिक स्वतंत्र भारत, दैनिक हिंदुस्तान, दैनिक कुबेर टाइम्स, दैनिक जनसत्ता एक्सप्रेस, दैनिक राष्ट्रीय सहारा आदि. इसके बाद राजेंद्र बहादुर सिंह लखनऊ आए और यहां श्री टाइम्स अखबार को लांच किया.
श्री टाइम्स के तीन साल पूरे होने पर राजेंद्र बहादुर सिंह ने एक जलसा आयोजित करने की ठानी और इसे कर दिखाया. श्री टाइम्स के इस आयोजन में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक के अलावा लखनऊ के महापौर व वरिष्ठ भाजपा नेता दिनेश शर्मा, हिंदी संस्थान के अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह, दैनिक भास्कर यूपी के प्रधान संपादक दीपक द्विवेदी आदि ने शिरकत की. कार्यक्रम के शुरुआत में ‘समाज में पत्रकारिता का योगदान’ विषय पर संगोष्ठी हुई जिसमें विभिन्न वक्ताओं ने लखनऊ की पत्रकारिता के कल, आज और कल पर प्रकाश डाला. इसके बाद सम्मान समारोह शुरू हुआ जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाले लोगों का सम्मान किया गया. मीडिया सम्मान कैटगरी में मीडिया क्षेत्र में विशिष्ट कार्य हेतु भड़ास4मीडिया के संस्थापक व संपादक यशवंत सिंह को सम्मानित किया गया. इस अवसर पर सांस्कृतिक संध्या एवं रात्रिभोज का भी आयोजन था जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए.
अपने संबोधन में राज्यपाल राम नाईक ने मीडिया को बड़े प्यार से आईना दिखाया. उन्होंने कहा कि बिजनेस सरकुलेश आदि सब कुछ ठीक है लेकिन अखबारों की गुणवत्ता भी बनी रहनी चाहिए. पहले लोग कहते थे कि जो छपा है वह सही है. अब लोग ऐसा नहीं कहते. इसका मतलब कि मीडिया का क्षरण हुआ है, मीडिया का असर कम हुआ है. इसको लेकर मीडिया वालों को सोचना चाहिए. राज्यपाल राम नाईक ने आम जनजीवन को कनेक्ट करते हुए कहा कि ग्राम सुराज, रामराज, गुड गवरनेंस जैसे कांसेप्ट गांधी जी से लेकर कई लोगों ने दिए लेकिन इसे जमीन पर किस तरह लागू किया जाए, कैसा लागू किया गया है, इसका वर्णन चित्रण मीडिया को करना चाहिए. मीडिया और आम जन के बीच रिश्ता बताते हुए राम नाईक ने कहा कि आजादी के पहले व आजादी के बाद मीडिया के रोल अलग अलग हुआ करते थे. पहले मीडिया के लोग कलम के जरिए तलवार का काम करते थे. तब न्यायपालिका से लेकर सरकार तक हम लोगों की नहीं हुआ करती थी. अब जो मीडिया है वह चौथा खंभा है. उसके अलावा कई खंभे हैं. मीडिया को अब कई किस्म के दबावों प्रलोभनों का सामना करना पड़ता है. ऐसे मुश्किल कठिन वक्त में मीडिया को अपने तेवर के साथ जिंदा रहना व रखना बड़ा चुनौती व मुश्किल भरा काम है.
आयोजन में लखनऊ के जाने-माने साहित्यकार योगेश प्रवीण, वरिष्ठ पत्रकार श्याम कुमार, लोकेश प्रताप सिंह, बाल साहित्यकार डा. चक्रधर नलिन, व्यवसायी विनय मिश्रा, कलाकार मिथिलेश लखनऊ आदि को भी राज्यपाल राम नाईक ने सम्मानित किया.
ROHAN
May 19, 2015 at 12:09 pm
SHRI NEWS ITNE STRINGERS AUR REPORTERS , OFFICE STAFF KA PAISA HAZAM KARKE BAITHA HAI …AGAR YE PAISA UNKO DE DIYA JAATA TO UNKE PARIWAAR MEI KHUSHIYA AATI…CONGRATS YESHWANT JI…
anand raman tiwari
May 20, 2015 at 4:26 am
Bahut Bahut Badhai Yashwant Jee.
DS Guleria
May 20, 2015 at 7:16 am
भाई साहब, बहुत-बहुत बधाई।
jagdale
May 20, 2015 at 3:24 pm
jis channel ke samaroh me yashwant ji ko sammanit kiya us channel ne pichhle 5 mahine se apne karamchariyon ko salaray nahin Diya hai
jagdale
May 20, 2015 at 5:31 pm
यशवंत जी आप अपने ह्रदय पे हाथ रखकर बोलिएगा जब आपको श्री न्यूज़ सम्मानित कर रहा अापको ज़रा भी ख्याल आया होगा कि पिछले ५ महीने से श्री न्यूज़ अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया है और कैसे वह लोग अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे होंगे—————–दादा श्री इतना समाजिक कार्य करते हैं कम से कम अपने कर्मचारियों का बकाया वेतन तो भुगतान कर दे
shyam
May 20, 2015 at 5:47 pm
यह कैसी वर्षगाँठ है श्री न्यूज़ और श्री टाइम्स का
जिसके कर्मचारी को पिछले ५महिने से वेतन नहीं मिला हो और वह लोग ५ महिने से कैसे अपना परिवार चला रहे होंगे
अल्विना कासिम और प्रशांत द्विवेदी ने श्री न्यूज़ को कहीं का नहीं छोड़ा और कर्मचारियों के बारे में कभी नहीं सोचा
jagmohan
May 20, 2015 at 6:04 pm
मनोज द्विवेदी को अब श्री न्यूज़ चैनल में ताला लगा देना चाहिए और प्रशांत द्विवेदी और अल्विना कासिम को धक्का मारकर बाहर कर देना चाहिए इसी में मनोज द्विवेदी की भलाई है नहीं तो मनोज द्विवेदी की बची खूची ईज्जत का फलूदा निकाल देंगे