नहीं थमी वैभव कांड पर सरकार की किरकिरी, विपक्ष ने पूछा कौन ले रहा था पोस्टिंग में रूपये, लोकायुक्त से शिकायत
नोएडा एसएसपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर उठ रहे सवाल
पैसे की डील में संघ के एक व्यक्ति का नाम आने से भी मचा हडक़ंप
(4पीएम न्यूज़ नेटवर्क)
लखनऊ। एसएसपी नोएडा वैभव के मामले को लेकर सरकार फंस गयी है। अगर वैभव की रिपोर्ट को सही मानकर पांच आईपीएस पर कार्रवाई करती है तो विपक्ष का यह आरोप सही मान लिया जायेगा कि तबादलों में बड़े पैमाने पर पैसे की वसूली चल रही है। दूसरी स्थिति में वैभव पर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो यह चर्चा आम है कि वैभव के पास कुछ बहुत बड़े अफसरों की जन्मपत्री और पैसे के लेन-देन के रिकार्ड हैं जिस कारण इतनी छीछालेदर के बाद भी वैभव के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही है।
वैभव की चैट के बाद सरकार को लिखे एक लैटर ने और बम फोड़ दिया है जिसमें संघ के एक प्रमुख व्यक्ति का नाम भी पैसे की डील में सामने आया है। इस बीच नूतन ठाकुर ने कहा है कि वे इस मामले की जांच के लिये लोकायुक्त से शिकायत कर रही है।
एसएसपी नोएडा वैभव कृष्ण सरकार के गले की वह हड्डी बन गये हैं जो न निकलते बन रही है और न उगलते। उनके अश्लील वीडियो के बाद जो चैट वायरल हुई है उसने सभी के पसीने छुड़ा दिये हैं।
इस चैट को अगर सही माना जाये तो यह आईपीएस अफसरों के लिये बहुत शर्मनाक स्थिति है क्योंकि इस चैट में एक लडक़ी से जिस स्तर पर उतरकर बात की जा रही है वह बहुत निम्न स्तर का है। यहां तक कि जो अपराधी पुलिस ने पकड़े हैं उनकी फोटो भी उस लडक़ी को भेजकर अपना पुलिसिया रौब दिखाया जा रहा है।
बड़ी बात यह कि जो यूपी पुलिस खुद को साइबर एक्सपर्ट बताते नहीं थकती थी वह चार दिनों से यह नहीं चैक कर पा रही है कि यह चैट और वीडियो सही है या नहीं। खुद को बचाने के लिये वैभव ने सीएम को भेजी जिस रिपोर्ट को लीक किया उसको डीजीपी ने सर्विस रूल का उल्लंघन माना है पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी। जाहिर है जब तक सरकार कोई कड़ा फैसला नहीं करती तब तक रोज उसकी फजीहत होनी तय है।
प्रदेश की ‘रोगी सरकार’ ने भ्रष्टाचार को संस्थागत रूप प्रदान कर दिया है। पुलिस प्रशासन के उच्च पदों के लिए जब भाजपा अधिकारियों से ‘रेट-लिस्ट’ बनाकर वसूलेगी, तो अधिकारी भी पद पाकर जनता से ही वसूलेंगे। भ्रष्टाचार की इस चक्की में आखिरकार गरीब-बेबस जनता ही पिसेगी। -अखिलेश यादव, सपा प्रमुख
डीजीपी ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद सरकार आवश्यक कार्रवाई करेगी। -हीरो बाजपेयी, भाजपा प्रवक्ता
संवैधानिक पद पर बैठा अधिकारी गृह विभाग को भ्रष्ठचार की रिपोर्ट देता है कि कैसे जिलों में पैसों के दम पर ट्रांसफर-पोस्टिंग का खेल चल रहा है लेकिन सरकार कार्रवाई करने के बजाय लीपापोती करने में जुटी है। मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते। -अजय कुमार लल्लू, प्रदेश अध्यक्ष, कांग्रेस
(लखनऊ से प्रकाशित चर्चित सांध्य दैनिक 4पीएम में आज छपी खबर)
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