छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में पुलिस अधीक्षक के बंगले की दीवार ढह जाने से मंगलवार की सुबह एक महिला समेत 13 लोगों की मौत हो गई. जबकि 20 लोग घायल हो गए. जब यह दीवार गिरी उस मूसलाधार बारिश से बचने के लिए ये लोग एसपी के बंगले के पास बने नगर निगम के यात्री प्रतीक्षालय के एक शेड में खड़े थे. तभी अचानक बंगले की दीवार गिर गई और वहां खड़े लोग उसके नीचे दब गए.
रामानुजगंज की तरफ जाने वाले ज्यादातर यात्री इसी स्टॉप से बस पकड़ते हैं. बारिश से बचने के लिए करीब ३२ से ज्यादा लोग प्रतीक्षालय के शेड में खड़े थे. अचानक दीवार भरभराकर ढह गई. लगभग दो दर्जन लोग मलबे में दब गए. हादसे के बाद पूरे इलाके में भगदड़ मच गई. आसपास के लोगों ने तुरंत मलबा हटाकर लोगों को निकालना शुरू किया. परन्तु बारिश होने की वजह बचाव कार्य में परेशानी आई. घटनास्थल के पास ही सीआरपीएफ का कैंप भी है, जहां से सूचना मिलने के बात कई जवान मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य शुरू कर दिया.
मलबे से निकाले जाने तक आठ लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि पांच अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ा. मरने वाले ज्यादातर लोग मजदूर थे. मिशन अस्पताल में चार और जिला अस्पताल में पांच घायलों का इलाज चल रहा है. घायलों में से पांच की हालत नाजुक बनी हुई है. मृतकों का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. एसपी का बंगला काफी पुराना भवन है और मिट्टी की जुड़ाई होने के चलते उसकी चहारदीवारी काफी कमज़ोर थी.
पुराने सर्किट हॉउस को पुलिस अधीक्षक के बंगले के रूप में तब्दील किया गया है और बंगले के चारों तरफ दीवार खड़ी की गई है. दीवार सड़क से लगी हुई है तो उसके किनारे छोटे छोटे शेड भी बने हुए हैं. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने हादसे में मारे गए लोगों को एक एक लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है, घायलों को 25 हज़ार रुपए दिया जाएगा. घटना के बाद पंचायत राज मंत्री राम विचार नेताम घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने अस्पताल जाकर घायलों से बातचीत की. राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं.